Singer: Lata Mangeshkar
हो, तमन्ना लूट गयी फिर भी तेरे दम से मोहब्बत है
मुबारक ग़ैर को खुशियाँ मुझे, ग़म से मोहब्बत है
ना मिलता ग़म तो बर्बादी के अफ़साने कहाँ जाते
अगर दुनिया चमन होती, तो वीराने कहाँ जाते
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला
अगर होते सभी अपने, तो बेगाने कहाँ जाते
दुआएँ दो मोहब्बत हमने मिटकर तुमको सिखलादी
ना जलती शम्मा महफिल में तो परवाने कहाँ जाते
तुम्ही ने ग़म की दौलत दी बड़ा एहसान फ़रमाया
ज़माने भर के आगे हाथ फैलाने कहाँ जाते
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