Singer: Lata Mangeshkar
लग जा गले कि फिर ये हँसी रात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
हमको मिली हैं आज ये घड़ियाँ नसीब से
जी भर के देख लीजिये हमको क़रीब से
फिर आपके नसीब में ये बात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
पास आइये कि हम नहीं आएंगे बार-बार
बाहें गले में डाल के हम रो लें ज़ार-ज़ार
आँखों से फिर ये प्यार की बरसात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
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