Saturday, November 20, 2010

ये रात सुहानी रात नहीं, ऐ चाँद-सितारों सो जाओ

Singer: Talat Mahmood

ये रात सुहानी रात नहीं, ऐ चाँद-सितारों सो जाओ
ऐ चाँद-सितारों सो जाओ, सो जाओ, सो जाओ

अरमान लुटे दीवाने के, पर टूट गए परवाने के
न मौत मिली न आज़ादी, क़िस्मत में लिखी थी बर्बादी
अब कौन कहे दुनिया को हसीँ, नाकाम बहारों सो जाओ
ऐ चाँद-सितारों सो जाओ, सो जाओ, सो जाओ

ऐ रंजो-अलम से बेगानों, तुम मेरा फसाना क्या जानो
वो चोट लगी है सीने पर, मजबूर हूँ आँसू पीने पर
दिल से न उठे तूफ़ान कहीं, बेताब नज़ारों सो जाओ
ऐ चाँद-सितारों सो जाओ, सो जाओ, सो जाओ



No comments:

Post a Comment