Singer: Talat Mahmood
ये रात सुहानी रात नहीं, ऐ चाँद-सितारों सो जाओ
ऐ चाँद-सितारों सो जाओ, सो जाओ, सो जाओ
अरमान लुटे दीवाने के, पर टूट गए परवाने के
न मौत मिली न आज़ादी, क़िस्मत में लिखी थी बर्बादी
अब कौन कहे दुनिया को हसीँ, नाकाम बहारों सो जाओ
ऐ चाँद-सितारों सो जाओ, सो जाओ, सो जाओ
ऐ रंजो-अलम से बेगानों, तुम मेरा फसाना क्या जानो
वो चोट लगी है सीने पर, मजबूर हूँ आँसू पीने पर
दिल से न उठे तूफ़ान कहीं, बेताब नज़ारों सो जाओ
ऐ चाँद-सितारों सो जाओ, सो जाओ, सो जाओ
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