Singers: Sadhana Sargam and Pankaj Udhas
कभी आँसू कभी ख़ुशबू कभी नग़मा बनकर
हम से हर शाम मिली है तेरा चेहरा बनकर
मेरी जागी हुई रातों को उसी की है तलाश
सो रहा है मेरी आँखों में जो सपना बनकर
रात भी आए तो बुझती नहीं चेहरे की चमक
रूह में फैल गया है वो उजाला बनकर
धूप में खो गया वो हाथ छुड़ाकर राशिद
घर से जो साथ चला था मेरा साया बनकर
No comments:
Post a Comment