Sunday, October 31, 2010

लिखे जो ख़त तुझे

Singer: Mohd. Rafi

लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में
हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए
सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए
जो रात आई तो सितारे बन गए

कोई नग़मा कहीं गूँजा, कहा दिल ने ये तू आई
कहीं चटकी कली कोई, मैं ये समझा तू शरमाई
कोई ख़ुशबू कहीं बिखरी, लगा ये ज़ुल्फ़ लहराई

फ़िज़ा रंगीँ अदा रंगीँ, ये इठलाना ये शरमाना
ये अंगड़ाई ये तनहाई, ये तरसा कर चले जाना
बना देगा नहीं किसको, जवां जादू ये दीवाना

जहाँ तू है वहाँ मैं हूँ, मेरे दिल की तू धड़कन है
मुसाफ़िर मैं तू मंज़िल है, मैं प्यासा हूँ तू सावन है
मेरी दुनिया ये नज़रें हैं, मेरी जन्नत ये दामन है


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