Sunday, October 31, 2010

अँखियों के झरोखों से, मैने देखा जो सांवरे

Singer: Hemlata

अँखियों के झरोखों से, मैने देखा जो सांवरे
तुम दूर नज़र आए, बड़ी दूर नज़र आए
बंद करके झरोखों को, ज़रा बैठी जो सोचने
मन में तुम्हीं मुस्काए, मन में तुम्हीं मुस्काए

इक मन था मेरे पास वो, अब खोने लगा है
पाकर तुझे, हाय मुझे, कुछ होने लगा है
इक तेरे भरोसे पे, सब बैठी हूँ भूल के
यूँ ही उम्र गुज़र जाए, तेरे साथ गुज़र जाए

जीती हूँ तुम्हें देख के, मरती हूँ तुम्हीं पे
तुम हो जहाँ, साजन मेरी, दुनिया है वहीं पे
दिन रात दुआ माँगे, मेरा मन तेरे वास्ते
कभी अपनी उम्मीदों का, कोई फूल न मुरझाए

मैं जब से तेरे प्यार के, रंगों में रंगी हूँ
जगते हुए सोई रही, नींदों में जगी हूँ
मेरे प्यार भरे सपने, कहीं कोई न छीन ले
मन सोच के घबराए, यही सोच के घबराए


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