Tuesday, March 8, 2011

वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं

Singer: Lata Mangeshkar

वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं
जो बात कर लें तो बुझते चिराग़ जलते हैं

कहो बुझें के जलें
हम अपनी राह चलें या तुम्हारी राह चलें
कहो बुझें के जलें
बुझें तो ऐसे के जैसे किसी ग़रीब का दिल
किसी ग़रीब का दिल
जलें तो ऐसे के जैसे चिराग़ जलते हैं

यह खोई खोई नज़र
कभी तो होगी इधर या सदा रहेगी उधर
यह खोई खोई नज़र
उधर तो एक सुलग़ता हुआ है वीराना
है एक वीराना
मगर इधर तो बहारों में बाग़ जलते हैं

जो अश्क़ पी भी लिए
जो होंठ सी भी लिए, तो सितम ये किस पे किए
जो अश्क़ पी भी लिए
कुछ आज अपनी सुनाओ कुछ आज मेरी सुनो
ख़ामोशियों से तो दिल और दिमाग़ जलते हैं



No comments:

Post a Comment