Saturday, November 6, 2010

भीग जाएं आज पलकें, आओ हँसें इतना

Singer: Mohd. Rafi

यारों मेरा साथ निभाओ, रोज़ ऐसी महफ़िल कहाँ
भीग जाएं आज पलकें, आओ हँसें इतना

रहे ना कुछ आज सब लुटा दो
दिलों में जितना है प्यार बाकी
रंग हो जितने भी यहीं सजा दो
होगी ना कल ये बहार बाकी
हँसी के चराग़ जलाओ, हो गयी रात जवाँ
भीग जाएं आज पलकें, आओ हँसें इतना

किसी के लिए कोई लूटा तो ग़म क्या
जीने को इक ये ख़ुशी बहुत है
मिलें ना मिलें इक सनम की बाहें
मुझे तुम्हारी दोस्ती बहुत है
देखो ऐसे दूर ना जाओ, प्यार का यही है समाँ
भीग जाएं आज पलकें, आओ हँसें इतना


No comments:

Post a Comment