Sunday, December 12, 2010

मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया

Singer: Mohd. Rafi

मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया
हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया

बरबादियों का सोग मनाना फ़िज़ूल था
बरबादियों का जश्न मनाता चला गया

जो मिल गया उसी को मुक़द्दर समझ लिया
जो खो गया मैं उसको भुलाता चला गया

ग़म और ख़ुशी में फ़र्क न महसूस हो जहाँ
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया



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