Singers: Lata Mangeshkar and Mukesh
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में
फूल नहीं मेरा दिल है
प्रियतम मेरे मुझ को लिखना
क्या ये तुम्हारे क़ाबिल है
प्यार छुपा है ख़त में इतना
जितने सागर में मोती
चूम ही लेता हाथ तुम्हारा
पास जो तुम मेरे होती
नींद तुम्हें तो आती होगी
क्या देखा तुमने सपना
आँख खुली तो तनहाई थी
सपना हो न सका अपना
तनहाई हम दूर करेंगे
ले आओ तुम शहनाई
प्रीत बढ़ाकर भूल न जाना
प्रीत तुम्हीं ने सिखलाई
ख़त से जी भरता ही नहीं अब
नैन मिले तो चैन मिले
चाँद हमारे अंगना उतरे
कोई तो ऐसी रैन मिले
मिलना हो तो कैसे मिले हम
मिलने की सूरत लिख दो
नैन बिछाये बैठे हैं हम
कब आओगे ख़त लिख दो
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