Singer: Mohd. Rafi
कभी पहले देखा नहीं ये समाँ
ये मैं भूल से आ गया हूँ कहाँ
यहाँ मैं अजनबी हूँ
मैं जो हूँ बस वही हूँ
यहाँ मैं अजनबी हूँ
कहाँ शाम-ओ-सहर ये कहाँ दिन-रात मेरे
बहुत रुसवा हुए हैं यहाँ जज़्बात मेरे
नई तहज़ीब है ये नया है ये ज़माना
मगर मैं आदमी हूँ वही सदियों पुराना
मैं क्या जानूँ ये बातें ज़रा इन्साफ़ करना
मेरी ग़ुस्ताख़ियों को ख़ुदारा माफ़ करना
तेरी बाँहों में देखूँ सनम ग़ैरों की बाँहें
मैं लाऊँगा कहाँ से भला ऐसी निगाहें
ये कोई रक़्स होगा कोई दस्तूर होगा
मुझे दस्तूर ऐसा कहाँ मंज़ूर होगा
भला कैसे ये मेरा लहू हो जाए पानी
मैं कैसे भूल जाऊँ मैं हूँ हिन्दोस्तानी
मुझे भी है शिकायत तुझे भी तो गिला है
यही शिक़वे हमारी मोहब्बत का सिला है
कभी मग़रिब से मशरिक़ मिला है जो मिलेगा
जहाँ का फूल है जो वहीं पे वो खिलेगा
तेरे ऊँचे महल में नहीं मेरा गुज़ारा
मुझे याद आ रहा है वो छोटा सा शिकारा
Sunday, December 19, 2010
आए तुम याद मुझे
Singer: Kishore Kumar
जब मैं रातों में तारे गिनता हूँ
और तेरे कदमों की आहट सुनता हूँ
लगे मुझे हर तारा तेरा दरपन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
ख़ुशबू लाई पवन, महका चंदन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
जिस पल नैनों में सपना तेरा आए
उस पल मौसम पर मेंहंदी रच जाए
और तू बन जाए जैसे दुल्हन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
हर पल मन मेरा मुझसे कहता है
जिसकी धुन में तू खोया रहता है
भर दे फूलों से उसका दामन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
जब मैं रातों में तारे गिनता हूँ
और तेरे कदमों की आहट सुनता हूँ
लगे मुझे हर तारा तेरा दरपन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
ख़ुशबू लाई पवन, महका चंदन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
जिस पल नैनों में सपना तेरा आए
उस पल मौसम पर मेंहंदी रच जाए
और तू बन जाए जैसे दुल्हन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
हर पल मन मेरा मुझसे कहता है
जिसकी धुन में तू खोया रहता है
भर दे फूलों से उसका दामन
आए तुम याद मुझे, गाने लगी हर धड़कन
Labels:
classics,
kishore kumar
ज़िक्र होता है जब क़यामत का
Singer: Mukesh
ज़िक्र होता है जब क़यामत का तेरे जलवों की बात होती है
तू जो चाहे तो दिन निकलता है तू जो चाहे तो रात होती है
तुझको देखा है मेरी नज़रों ने तेरी तारीफ़ हो मगर कैसे
के बने ये नज़र ज़ुबाँ कैसे के बने ये ज़ुबाँ नज़र कैसे
ना ज़ुबाँ को दिखाई देता है ना निग़ाहों से बात होती है
तू चली आए मुस्कुराती हुई तो बिखर जाएं हर तरफ़ कलियाँ
तू चली जाए उठ के पहलू से तो उजड़ जाएं फूलों की गलियाँ
जिस तरफ़ होती है नज़र तेरी उस तरफ़ क़ायनात होती है
तू निग़ाहों से ना पिलाए तो अश्क़ भी पीने वाले पीते हैं
वैसे जीने को तो तेरे बिन भी इस ज़माने में लोग जीते हैं
ज़िन्दगी तो उसी को कहते हैं जो बसर तेरे साथ होती है
ज़िक्र होता है जब क़यामत का तेरे जलवों की बात होती है
तू जो चाहे तो दिन निकलता है तू जो चाहे तो रात होती है
तुझको देखा है मेरी नज़रों ने तेरी तारीफ़ हो मगर कैसे
के बने ये नज़र ज़ुबाँ कैसे के बने ये ज़ुबाँ नज़र कैसे
ना ज़ुबाँ को दिखाई देता है ना निग़ाहों से बात होती है
तू चली आए मुस्कुराती हुई तो बिखर जाएं हर तरफ़ कलियाँ
तू चली जाए उठ के पहलू से तो उजड़ जाएं फूलों की गलियाँ
जिस तरफ़ होती है नज़र तेरी उस तरफ़ क़ायनात होती है
तू निग़ाहों से ना पिलाए तो अश्क़ भी पीने वाले पीते हैं
वैसे जीने को तो तेरे बिन भी इस ज़माने में लोग जीते हैं
ज़िन्दगी तो उसी को कहते हैं जो बसर तेरे साथ होती है
ढूँढ़ें तुझको नैन दीवाने आजा आजा रे
Singers: Lata Mangeshkar and Mahendra Kapoor
ढूँढ़ें तुझको नैन दीवाने आजा आजा रे
इन नैनों की प्यास बुझाने आजा आजा रे
ढूँढ़ें तुझको नैन दीवाने आजा आजा रे
इन नैनों की प्यास बुझाने आजा आजा रे
हँसते हँसते आज दीवाने मिलेंगे
तू जब आए फूल हज़ारों खिलेंगे
जाग उठेंगे सब वीराने आजा आजा रे
आजा आजा रे
दिल का है ये हाल तुम्हारी लगन में
जैसे कोई फूल अकेला चमन में
आशाओं के गीत सुनाने आजा आजा रे
ढूँढ़ें तुझको नैन दीवाने आजा आजा रे
इन नैनों की प्यास बुझाने आजा आजा रे
ढूँढ़ें तुझको नैन दीवाने आजा आजा रे
इन नैनों की प्यास बुझाने आजा आजा रे
हँसते हँसते आज दीवाने मिलेंगे
तू जब आए फूल हज़ारों खिलेंगे
जाग उठेंगे सब वीराने आजा आजा रे
आजा आजा रे
दिल का है ये हाल तुम्हारी लगन में
जैसे कोई फूल अकेला चमन में
आशाओं के गीत सुनाने आजा आजा रे
Labels:
classic duets,
lata mangeshkar,
mahendra kapoor
बूँदें नहीं सितारे टपके हैं कहकशां से
Singer: Mohd. Rafi
बूँदें नहीं सितारे टपके हैं कहकशां से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
मोती के रंग रुत के क़तरे दमक रहे हैं
या रेशमी लटों में जुगनू चमक रहे हैं
आँचल में जैसे बिजली कौंधे यहाँ वहाँ से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
देखे तो कोई आलम भीगे से पैरहन का
पानी में है ये शोला, या नूर है बदन का
अँगड़ाई ले रहे हैं, अरमां जवां जवां से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
पहलू में आके मेरे क्या चीज़ लग रही हो
बाहों के दायरे में तस्वीर लग रही हो
हैरान हूँ के तुमको देखूँ कहाँ कहाँ से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
बूँदें नहीं सितारे टपके हैं कहकशां से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
मोती के रंग रुत के क़तरे दमक रहे हैं
या रेशमी लटों में जुगनू चमक रहे हैं
आँचल में जैसे बिजली कौंधे यहाँ वहाँ से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
देखे तो कोई आलम भीगे से पैरहन का
पानी में है ये शोला, या नूर है बदन का
अँगड़ाई ले रहे हैं, अरमां जवां जवां से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
पहलू में आके मेरे क्या चीज़ लग रही हो
बाहों के दायरे में तस्वीर लग रही हो
हैरान हूँ के तुमको देखूँ कहाँ कहाँ से
सदके उतर रहे हैं तुम पर ये आस्मां से
Labels:
classics,
mohd. rafi
किसी शायर की ग़ज़ल, dream girl
Singer: Kishore Kumar
होंठों पे रंगत है
दिल में मुहब्बत है
क्या जिस्म-ए-औरत है
बस जन्नत ही जन्नत है!
Dream girl, dream girl, dream girl
किसी शायर की ग़ज़ल, dream girl
किसी झील का कंवल, dream girl
कहीं तो मिलेगी, कभी तो मिलेगी
आज नहीं तो कल, dream girl
लिपटी गुलाबों में, सिमटी हिजाबों में
ख़्वाबों में आती है, भीगी शराबों में
पास रहती है वो पल दो पल, कौन?
Dream girl, dream girl
जब देखती है वो, मैं ढूँढ़ लूँगा तो
शबनम, घटा, चांदनी बन जाती है दोस्तों
रंग रूप लेती है वो बदल, कौन?
Dream girl, dream girl
ग़म से बिखर जाऊँ, जी से गुज़र जाऊँ
क्या तेरी मरज़ी है, बिन देखे मर जाऊँ
ओ कभी परदे से बाहर निकल, ए
Dream girl, dream girl
होंठों पे रंगत है
दिल में मुहब्बत है
क्या जिस्म-ए-औरत है
बस जन्नत ही जन्नत है!
Dream girl, dream girl, dream girl
किसी शायर की ग़ज़ल, dream girl
किसी झील का कंवल, dream girl
कहीं तो मिलेगी, कभी तो मिलेगी
आज नहीं तो कल, dream girl
लिपटी गुलाबों में, सिमटी हिजाबों में
ख़्वाबों में आती है, भीगी शराबों में
पास रहती है वो पल दो पल, कौन?
Dream girl, dream girl
जब देखती है वो, मैं ढूँढ़ लूँगा तो
शबनम, घटा, चांदनी बन जाती है दोस्तों
रंग रूप लेती है वो बदल, कौन?
Dream girl, dream girl
ग़म से बिखर जाऊँ, जी से गुज़र जाऊँ
क्या तेरी मरज़ी है, बिन देखे मर जाऊँ
ओ कभी परदे से बाहर निकल, ए
Dream girl, dream girl
Labels:
classics,
kishore kumar
ऐ फूलों की रानी बहारों की मल्लिका
Singer: Mohd. Rafi
ऐ फूलों की रानी बहारों की मल्लिका
तेरा मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया
न दिल होश में है न हम होश में हैं
नज़र का मिलाना ग़ज़ब हो गया
तेरे होंठ क्या हैं गुलाबी कंवल हैं
ये दो पत्तियां प्यार की इक गज़ल हैं
वो नाज़ुक लबों से मुहब्बत की बातें
हमीं को सुनाना ग़ज़ब हो गया
कभी खुल के मिलना कभी ख़ुद झिझकना
कभी रास्तों पर बहकना मचलना
ये पलकों की चिलमन उठाकर गिराना
गिराकर उठाना ग़ज़ब हो गया
फ़िज़ाओं में ठंडक घटा भर जवानी
तेरे गेसुओं की बड़ी मेहरबानी
हर इक पेंच में सैकड़ों मैकदे हैं
तेरा लड़खड़ाना ग़ज़ब हो गया
ऐ फूलों की रानी बहारों की मल्लिका
तेरा मुस्कुराना ग़ज़ब हो गया
न दिल होश में है न हम होश में हैं
नज़र का मिलाना ग़ज़ब हो गया
तेरे होंठ क्या हैं गुलाबी कंवल हैं
ये दो पत्तियां प्यार की इक गज़ल हैं
वो नाज़ुक लबों से मुहब्बत की बातें
हमीं को सुनाना ग़ज़ब हो गया
कभी खुल के मिलना कभी ख़ुद झिझकना
कभी रास्तों पर बहकना मचलना
ये पलकों की चिलमन उठाकर गिराना
गिराकर उठाना ग़ज़ब हो गया
फ़िज़ाओं में ठंडक घटा भर जवानी
तेरे गेसुओं की बड़ी मेहरबानी
हर इक पेंच में सैकड़ों मैकदे हैं
तेरा लड़खड़ाना ग़ज़ब हो गया
Labels:
classics,
mohd. rafi
चंचल, शीतल, निर्मल, कोमल
Singer: Mukesh
चंचल, शीतल, निर्मल, कोमल, संगीत की देवी, स्वर सजनी
सुन्दरता की हर प्रतिमा से बढ़ कर है तू सुन्दर सजनी
कहते हैं जहाँ ना रवि पहुँचे, कहते हैं वहाँ पर कवि पहुँचे
तेरे रंग-रूप की छाया तक ना रवि पहुँचे ना कवि पहुँचे
मैं छूने लगूँ तू उड़ जाए, परियों से तेरे पर सजनी
तेरे रसवंती होंठों का मैं गीत कोई बन जाऊँगा
सरगम के फूलों से तेरे सपनों की सेज सजाऊँगा
डोली में बैठ के आएगी जब तू साजन के घर सजनी
ऐसा लगता है टूट गए सब तारे, टूट के सिमट गए
गोरे-गोरे इक चन्दा से रंगीं बदन पे लिपट गए
बनकर नथ, कंगन, करधनिया, घुँघरू, झुमके, झूमर, सजनी
चंचल, शीतल, निर्मल, कोमल, संगीत की देवी, स्वर सजनी
सुन्दरता की हर प्रतिमा से बढ़ कर है तू सुन्दर सजनी
कहते हैं जहाँ ना रवि पहुँचे, कहते हैं वहाँ पर कवि पहुँचे
तेरे रंग-रूप की छाया तक ना रवि पहुँचे ना कवि पहुँचे
मैं छूने लगूँ तू उड़ जाए, परियों से तेरे पर सजनी
तेरे रसवंती होंठों का मैं गीत कोई बन जाऊँगा
सरगम के फूलों से तेरे सपनों की सेज सजाऊँगा
डोली में बैठ के आएगी जब तू साजन के घर सजनी
ऐसा लगता है टूट गए सब तारे, टूट के सिमट गए
गोरे-गोरे इक चन्दा से रंगीं बदन पे लिपट गए
बनकर नथ, कंगन, करधनिया, घुँघरू, झुमके, झूमर, सजनी
आईग, आईग, आईग, ये क्या हो गया
Singers: Mohd. Rafi and Aarti Mukherjee
आईग, आईग, आईग, ये क्या हो गया
तेरे पीछे दिल ये तबाह हो गया
जी में आता है कि तुझे देखूँ भी नहीं
पर क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
हाय क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
आईग, आईग, आईग, ये क्या हो गया
तेरे पीछे दिल ये तबाह हो गया
जी में आता है कि तुझे देखूँ भी नहीं
पर क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
हाय क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
ओ शहज़ादी बात बात में कैसी उलझन पड़ गयी
आज तू हम पर हो गयी गुस्से कैसी आफ़त पड़ गयी
तेरे दिल की बात मैंने जान ली
छम छम ये चाल पहचान ली
इस दुनिया की भीड़ में आकर दिल ने तुझको जान लिया
धीरे धीरे प्यार जगा और दिल ने अपना मान लिया
मैं तो खो गयी रे तुझे देखकर
तेरी हो गयी रे तुझे देखकर
अरे जब तू बिगड़े और हसीँ हो गुस्सा लागे प्यारा
एक बात ने जीता हमको एक बात से हारा
झगड़ा ना कर तू अरी मान जा
अपना समझ तू अरी जान जा
आईग, आईग, आईग, ये क्या हो गया
तेरे पीछे दिल ये तबाह हो गया
जी में आता है कि तुझे देखूँ भी नहीं
पर क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
हाय क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
आईग, आईग, आईग, ये क्या हो गया
तेरे पीछे दिल ये तबाह हो गया
जी में आता है कि तुझे देखूँ भी नहीं
पर क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
हाय क्या करूँ ये दिल जो फिदा हो गया
ओ शहज़ादी बात बात में कैसी उलझन पड़ गयी
आज तू हम पर हो गयी गुस्से कैसी आफ़त पड़ गयी
तेरे दिल की बात मैंने जान ली
छम छम ये चाल पहचान ली
इस दुनिया की भीड़ में आकर दिल ने तुझको जान लिया
धीरे धीरे प्यार जगा और दिल ने अपना मान लिया
मैं तो खो गयी रे तुझे देखकर
तेरी हो गयी रे तुझे देखकर
अरे जब तू बिगड़े और हसीँ हो गुस्सा लागे प्यारा
एक बात ने जीता हमको एक बात से हारा
झगड़ा ना कर तू अरी मान जा
अपना समझ तू अरी जान जा
Labels:
aarti mukherjee,
classic duets,
mohd. rafi
तुझे इतना प्यार करें
Singers: Lata Mangeshkar and Shabbir Kumar
तुझे इतना प्यार करें तुझे कितना प्यार करें
आज कहे तू जितना हम तुझे उतना प्यार करें
जब हम अपनी आँखें खोलें तेरा चेहरा सामने आए
जब हम पलकें बंद करें ख़्वाबों में तू मुस्काए
दुनिया की हर इक शै में तेरा दीदार करें
फूलों और बहारों से हम डोली तेरी सजाएँगे
याद तेरी जब आएगी दिल को कैसे समझाएँगे
ममता से दुआओं से आ दामन तेरा भरें
तुझे इतना प्यार करें तुझे कितना प्यार करें
आज कहे तू जितना हम तुझे उतना प्यार करें
जब हम अपनी आँखें खोलें तेरा चेहरा सामने आए
जब हम पलकें बंद करें ख़्वाबों में तू मुस्काए
दुनिया की हर इक शै में तेरा दीदार करें
फूलों और बहारों से हम डोली तेरी सजाएँगे
याद तेरी जब आएगी दिल को कैसे समझाएँगे
ममता से दुआओं से आ दामन तेरा भरें
Labels:
classic duets,
lata mangeshkar,
shabbir kumar
तुम्हें और क्या दूँ मैं दिल के सिवाय
Singer: Lata Mangeshkar
तुम्हें और क्या दूँ मैं दिल के सिवाय
तुमको हमारी उमर लग जाए
मुरादें हों पूरी सजे हर तमन्ना
मुहब्बत की दुनिया के तुम चाँद बनना
बहारों की मंज़िल पे हँसना-हँसाना
ख़ुशी में हमारी भी आवाज़ सुनना
कभी ज़िन्दगी में कोई ग़म न आए
तुमको हमारी उमर लग जाए
मुझे जो ख़ुशी है तुम्हें क्या बताऊँ
भला दिल की धड़कन को कैसे छिपाऊँ
कहीं हो न जाऊँ ख़ुशी से मैं पागल
तुम्हें देख कर और भी मुस्कुराऊँ
ख़ुदा दिलजलों की नज़र से बचाए
तुमको हमारी उमर लग जाए
सितारों से ऊँचा हो रुतबा तुम्हारा
बनो तुम हर इक ज़िन्दगी का सहारा
तुम्हें जिससे उल्फ़त हो मिल जाए तुमको
समझ लो हमारी दुआ का इशारा
मुक़द्दर तुम्हारा सदा जगमगाए
तुमको हमारी उमर लग जाए
तुम्हें और क्या दूँ मैं दिल के सिवाय
तुमको हमारी उमर लग जाए
मुरादें हों पूरी सजे हर तमन्ना
मुहब्बत की दुनिया के तुम चाँद बनना
बहारों की मंज़िल पे हँसना-हँसाना
ख़ुशी में हमारी भी आवाज़ सुनना
कभी ज़िन्दगी में कोई ग़म न आए
तुमको हमारी उमर लग जाए
मुझे जो ख़ुशी है तुम्हें क्या बताऊँ
भला दिल की धड़कन को कैसे छिपाऊँ
कहीं हो न जाऊँ ख़ुशी से मैं पागल
तुम्हें देख कर और भी मुस्कुराऊँ
ख़ुदा दिलजलों की नज़र से बचाए
तुमको हमारी उमर लग जाए
सितारों से ऊँचा हो रुतबा तुम्हारा
बनो तुम हर इक ज़िन्दगी का सहारा
तुम्हें जिससे उल्फ़त हो मिल जाए तुमको
समझ लो हमारी दुआ का इशारा
मुक़द्दर तुम्हारा सदा जगमगाए
तुमको हमारी उमर लग जाए
Labels:
classics,
lata mangeshkar
है इसी में प्यार की आबरू
Singer: Lata Mangeshkar
है इसी में प्यार की आबरू
वो ज़फ़ा करें मैं वफ़ा करूँ
जो वफ़ा भी काम न आ सके
तो वो ही कहें के मैं क्या करूँ
मुझे ग़म भी उनका अज़ीज़ है
के उन्हीं की दी हुई चीज़ है
के उन्हीं की दी हुई चीज़ है
यही ग़म है अब मेरी ज़िंदगी
इसे कैसे दिल से जुदा करूँ
जो न बन सके मैं वो बात हूँ
जो न खत्म हो मैं वो रात हूँ
जो न खत्म हो मैं वो रात हूँ
ये लिखा है मेरे नसीब में
यूँ ही शम्मा बनके जला करूँ
न किसी के दिल की हूँ आरज़ू
न किसी नज़र की हूँ जुस्तजू
न किसी नज़र की हूँ जुस्तजू
मैं वो फूल हूँ जो उदास हो
न बहार आए तो क्या करूँ
है इसी में प्यार की आबरू
वो ज़फ़ा करें मैं वफ़ा करूँ
जो वफ़ा भी काम न आ सके
तो वो ही कहें के मैं क्या करूँ
मुझे ग़म भी उनका अज़ीज़ है
के उन्हीं की दी हुई चीज़ है
के उन्हीं की दी हुई चीज़ है
यही ग़म है अब मेरी ज़िंदगी
इसे कैसे दिल से जुदा करूँ
जो न बन सके मैं वो बात हूँ
जो न खत्म हो मैं वो रात हूँ
जो न खत्म हो मैं वो रात हूँ
ये लिखा है मेरे नसीब में
यूँ ही शम्मा बनके जला करूँ
न किसी के दिल की हूँ आरज़ू
न किसी नज़र की हूँ जुस्तजू
न किसी नज़र की हूँ जुस्तजू
मैं वो फूल हूँ जो उदास हो
न बहार आए तो क्या करूँ
Labels:
classics,
lata mangeshkar
आप नाराज़ ख़ुदा ख़ैर करे
Singer: Mohd. Rafi
आप नाराज़ ख़ुदा ख़ैर करे
नाज़-ओ-अंदाज़ ख़ुदा ख़ैर करे
अपनी तो जान पे बन आई है
दिल की आवाज़ ख़ुदा ख़ैर करे
हमने बुलाया तो ना आए आप
मेरे साये से भी कतराये आप
आख़िर तो कोई बात है मुझमें
आज जो पास चले आए आप
आप अच्छे लगे मुझको हुज़ूर
मेरे दिल का है बस यही क़ुसूर
इसके लिए न लीजे मेरी जाँ
और कोई सज़ा दीजे ज़रूर
आपके प्यार का सहारा था
वरना दुनिया में क्या हमारा था
सपना वो टूट गया क्या करें
लेकिन भरम वो दिल को प्यारा था
आप नाराज़ ख़ुदा ख़ैर करे
नाज़-ओ-अंदाज़ ख़ुदा ख़ैर करे
अपनी तो जान पे बन आई है
दिल की आवाज़ ख़ुदा ख़ैर करे
हमने बुलाया तो ना आए आप
मेरे साये से भी कतराये आप
आख़िर तो कोई बात है मुझमें
आज जो पास चले आए आप
आप अच्छे लगे मुझको हुज़ूर
मेरे दिल का है बस यही क़ुसूर
इसके लिए न लीजे मेरी जाँ
और कोई सज़ा दीजे ज़रूर
आपके प्यार का सहारा था
वरना दुनिया में क्या हमारा था
सपना वो टूट गया क्या करें
लेकिन भरम वो दिल को प्यारा था
Labels:
classics,
mohd. rafi
जब चली ठंढी हवा
Singer: Asha Bhosle
जब चली ठंढी हवा, जब उठी काली घटा
मुझको ऐ जान-ए-वफ़ा तुम याद आए
ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसीं
बिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहीं
क्या मज़ा आता सनम, आज भूले से कहीं
तुम भी आ जाते यहीं, तुम भी आ जाते यहीं
ये बहारें ये फ़िज़ा, देखकर ओ दिलरुबा
जाने क्या दिल को हुआ, तुम याद आए
ये नज़ारे ये समाँ, और फिर इतने जवाँ
हाये रे ये मस्तियाँ, हाये रे ये मस्तियाँ
ऐसा लगता है मुझे, जैसे तुम नज़दीक हो
इस चमन से जान-ए-जां, इस चमन से जान-ए-जां
सुनके पी पी की सदा, दिल धड़कता है मेरा
आज पहले से सिवा, तुम याद आए
जब चली ठंढी हवा, जब उठी काली घटा
मुझको ऐ जान-ए-वफ़ा तुम याद आए
ज़िंदगी की दास्तां, चाहे कितनी हो हंसीं
बिन तुम्हारे कुछ नहीं, बिन तुम्हारे कुछ नहीं
क्या मज़ा आता सनम, आज भूले से कहीं
तुम भी आ जाते यहीं, तुम भी आ जाते यहीं
ये बहारें ये फ़िज़ा, देखकर ओ दिलरुबा
जाने क्या दिल को हुआ, तुम याद आए
ये नज़ारे ये समाँ, और फिर इतने जवाँ
हाये रे ये मस्तियाँ, हाये रे ये मस्तियाँ
ऐसा लगता है मुझे, जैसे तुम नज़दीक हो
इस चमन से जान-ए-जां, इस चमन से जान-ए-जां
सुनके पी पी की सदा, दिल धड़कता है मेरा
आज पहले से सिवा, तुम याद आए
Labels:
asha bhosle,
classics
लो आ गयी उनकी याद
Singer: Lata Mangeshkar
लो आ गयी उनकी याद, वो नहीं आये
दिल उनको ढूँढ़ता है ग़म का सिंगार करके
आँखें भी थक गयी हैं अब इंतज़ार करके
इक आस रह गयी है वो भी न टूट जाये
रोती हैं आज हम पर तनहाइयाँ हमारी
वो भी न पाये शायद परछाइयाँ हमारी
बढ़ते ही जा रहे हैं मायूसियों के साये
लौ थरथरा रही है अब शम्म-ए-ज़िंदगी की
उजड़ी हुई मुहब्बत महमाँ है दो घड़ी की
मर कर ही अब मिलेंगे जी कर तो मिल न पाये
लो आ गयी उनकी याद, वो नहीं आये
दिल उनको ढूँढ़ता है ग़म का सिंगार करके
आँखें भी थक गयी हैं अब इंतज़ार करके
इक आस रह गयी है वो भी न टूट जाये
रोती हैं आज हम पर तनहाइयाँ हमारी
वो भी न पाये शायद परछाइयाँ हमारी
बढ़ते ही जा रहे हैं मायूसियों के साये
लौ थरथरा रही है अब शम्म-ए-ज़िंदगी की
उजड़ी हुई मुहब्बत महमाँ है दो घड़ी की
मर कर ही अब मिलेंगे जी कर तो मिल न पाये
Labels:
classics,
lata mangeshkar
Tuesday, December 14, 2010
नैनों में प्यार डोले, दिल का करार डोले
Singer: Lata Mangeshkar
नैनों में प्यार डोले, दिल का क़रार डोले
तुम्हें जब देखूँ पिया, मेरा संसार डोले
जाए कभी ना मेरे दिल से लगन तेरी
होके रहूँगी मैं तो ऐसे सजन तेरी
कलियों के साथ जैसे भँवरों का प्यार डोले
तुम्हें जब देखूँ पिया मेरा संसार डोले
तुमने बसाया मुझे अपनी निगाहों में
फूल खिलाए मेरी प्रीत की राहों में
अँखियों में प्यार भरा नया इक़रार डोले
तुम्हें जब देखूँ पिया मेरा संसार डोले
नैनों में प्यार डोले, दिल का क़रार डोले
तुम्हें जब देखूँ पिया, मेरा संसार डोले
जाए कभी ना मेरे दिल से लगन तेरी
होके रहूँगी मैं तो ऐसे सजन तेरी
कलियों के साथ जैसे भँवरों का प्यार डोले
तुम्हें जब देखूँ पिया मेरा संसार डोले
तुमने बसाया मुझे अपनी निगाहों में
फूल खिलाए मेरी प्रीत की राहों में
अँखियों में प्यार भरा नया इक़रार डोले
तुम्हें जब देखूँ पिया मेरा संसार डोले
Labels:
classics,
lata mangeshkar
अंधेरे में जो बैठे हैं
Singer: Mahendra Kapoor
उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम
जिधर भी देखूँ मैं
अंधकार! अंधकार!
अंधेरे में जो बैठे हैं, नज़र उन पर भी कुछ डालो
अरे ओ रोशनी वालों
बुरे इतने नहीं हैं हम, ज़रा देखो हमें भालो
अरे ओ रोशनी वालों
क़फ़न से ढाँक कर बैठे, हैं हम सपनों की लाशों को
जो क़िस्मत ने दिखाए, देखते हैं उन तमाशों को
हमें नफ़रत से मत देखो, ज़रा हम पर रहम खा लो
अरे ओ रोशनी वालों
हमारे भी थे कुछ साथी, हमारे भी थे कुछ सपने
सभी वो राह में छूटे, वो सब रूठे, जो थे अपने
जो रोते हैं कई दिन से, ज़रा उनको भी समझा लो
अरे ओ रोशनी वालों
उत्तर, दक्षिण, पूरब, पश्चिम
जिधर भी देखूँ मैं
अंधकार! अंधकार!
अंधेरे में जो बैठे हैं, नज़र उन पर भी कुछ डालो
अरे ओ रोशनी वालों
बुरे इतने नहीं हैं हम, ज़रा देखो हमें भालो
अरे ओ रोशनी वालों
क़फ़न से ढाँक कर बैठे, हैं हम सपनों की लाशों को
जो क़िस्मत ने दिखाए, देखते हैं उन तमाशों को
हमें नफ़रत से मत देखो, ज़रा हम पर रहम खा लो
अरे ओ रोशनी वालों
हमारे भी थे कुछ साथी, हमारे भी थे कुछ सपने
सभी वो राह में छूटे, वो सब रूठे, जो थे अपने
जो रोते हैं कई दिन से, ज़रा उनको भी समझा लो
अरे ओ रोशनी वालों
Labels:
classics,
mahendra kapoor
अजीब दास्तां है ये
Singer: Lata Mangeshkar
अजीब दास्तां है ये
कहाँ शुरू कहाँ ख़तम
ये मंज़िलें है कौन सी
न वो समझ सके न हम
ये रोशनी के साथ क्यों
धुआँ उठा चिराग़ से
ये ख़्वाब देखती हूँ मैं
के जग पड़ी हूँ ख़्वाब से
मुबारकें तुम्हें के तुम
किसी के नूर हो गए
किसी के इतने पास हो
के सबसे दूर हो गए
किसी का प्यार लेके तुम
नया जहाँ बसाओगे
ये शाम जब भी आएगी
तुम हमको याद आओगे
अजीब दास्तां है ये
कहाँ शुरू कहाँ ख़तम
ये मंज़िलें है कौन सी
न वो समझ सके न हम
ये रोशनी के साथ क्यों
धुआँ उठा चिराग़ से
ये ख़्वाब देखती हूँ मैं
के जग पड़ी हूँ ख़्वाब से
मुबारकें तुम्हें के तुम
किसी के नूर हो गए
किसी के इतने पास हो
के सबसे दूर हो गए
किसी का प्यार लेके तुम
नया जहाँ बसाओगे
ये शाम जब भी आएगी
तुम हमको याद आओगे
Labels:
classics,
lata mangeshkar
पिया बिना पिया बिना
Singer: Lata Mangeshkar
आ, पिया बिना, पिया बिना पिया बिना, बाँसिया
बाजे ना बाजे ना बाजे ना
पिया बिना, पिया बिना पिया बिना, बाँसिया
पिया ऐसे रूठे, के होंठों से मेरे, संगीत रूठा
कभी जब मैं गाऊँ, लगे मेरे मन का, हर गीत झूठा
ऐसे बिछड़े, हो, ऐसे बिछड़े मोसे रसिया
तुम्हारी सदा बिन, नहीं एक सूनी, मोरी नगरिया
के चुप है पपीहा, मयुर बोल भूले, बन मे साँवरिया
दिन है सूना, आ, दिन है सूना, सूनी रतिया
आ, पिया बिना, पिया बिना पिया बिना, बाँसिया
बाजे ना बाजे ना बाजे ना
पिया बिना, पिया बिना पिया बिना, बाँसिया
पिया ऐसे रूठे, के होंठों से मेरे, संगीत रूठा
कभी जब मैं गाऊँ, लगे मेरे मन का, हर गीत झूठा
ऐसे बिछड़े, हो, ऐसे बिछड़े मोसे रसिया
तुम्हारी सदा बिन, नहीं एक सूनी, मोरी नगरिया
के चुप है पपीहा, मयुर बोल भूले, बन मे साँवरिया
दिन है सूना, आ, दिन है सूना, सूनी रतिया
Labels:
classics,
lata mangeshkar
रहा गर्दिशों में हरदम मेरे इश्क़ का सितारा
Singer: Mohd. Rafi
रहा गर्दिशों में हरदम मेरे इश्क़ का सितारा
कभी डगमगायी कश्ती, कभी खो गया किनारा
कोई दिल के खेल देखे कि मुहब्बतों की बाज़ी
वो क़दम क़दम पे जीते, मैं क़दम क़दम पे हारा
ये हमारी बदनसीबी जो नहीं तो और क्या है
कि उसी के हो गये हम, जो न हो सका हमारा
पड़े जब ग़मों से पाले रहे मिटके मिटनेवाले
जिसे मौत ने न पूछा, उसे ज़िंदगी ने मारा
रहा गर्दिशों में हरदम मेरे इश्क़ का सितारा
कभी डगमगायी कश्ती, कभी खो गया किनारा
कोई दिल के खेल देखे कि मुहब्बतों की बाज़ी
वो क़दम क़दम पे जीते, मैं क़दम क़दम पे हारा
ये हमारी बदनसीबी जो नहीं तो और क्या है
कि उसी के हो गये हम, जो न हो सका हमारा
पड़े जब ग़मों से पाले रहे मिटके मिटनेवाले
जिसे मौत ने न पूछा, उसे ज़िंदगी ने मारा
Labels:
classics,
mohd. rafi
Monday, December 13, 2010
नींद ना मुझको आए
Singers: Lata Mangeshkar and Hemant Kumar
हो, नींद ना मुझको आए, दिल मेरा घबराए
चुपके चुपके कोई आके, सोया प्यार जगाये
हो, नींद ना मुझको आए, दिल मेरा घबराए
चुपके चुपके कोई आके, सोया प्यार जगाये
सोया हुआ संसार हैं, सोया हुआ संसार
मैं जागूँ यहाँ, तू जागे वहाँ, इक दिल में दर्द दबाये
एक बीच में दीवार हैं, एक बीच में दीवार
मैं तड़पूँ यहाँ, तू तड़पे वहाँ, हाय चैन जिया नहीं पाये
मैं हूँ यहाँ बेकरार रे, तू हैं वहाँ बेकरार
मैं गाऊँ यहाँ, तू गाये वहाँ, है दिल को दिल बहलाए
हो, नींद ना मुझको आए, दिल मेरा घबराए
चुपके चुपके कोई आके, सोया प्यार जगाये
हो, नींद ना मुझको आए, दिल मेरा घबराए
चुपके चुपके कोई आके, सोया प्यार जगाये
सोया हुआ संसार हैं, सोया हुआ संसार
मैं जागूँ यहाँ, तू जागे वहाँ, इक दिल में दर्द दबाये
एक बीच में दीवार हैं, एक बीच में दीवार
मैं तड़पूँ यहाँ, तू तड़पे वहाँ, हाय चैन जिया नहीं पाये
मैं हूँ यहाँ बेकरार रे, तू हैं वहाँ बेकरार
मैं गाऊँ यहाँ, तू गाये वहाँ, है दिल को दिल बहलाए
Labels:
classic duets,
hemant kumar,
lata mangeshkar
सारी सारी रात तेरी याद सताये
Singer: Lata Mangeshkar
सारी सारी रात तेरी याद सताये
प्रीत जगाये हमें नींद ना आये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
इक तो बलम तेरी याद जलाये
दूजे चंदा आग लगाये
आग लगाये तेरी प्रीत जगाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
तेरी लगन बनी रोग साँवरिया
कैसे बीते बाली उमरिया
बाली उमर मोरी बड़ा तड़पाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
प्रीत लगा के हुए तुम तो पराये
प्यास जिया कि कौन बुझाये
कौन बुझाये कोई ये समझाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
प्रीत जगाये हमें नींद ना आये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
इक तो बलम तेरी याद जलाये
दूजे चंदा आग लगाये
आग लगाये तेरी प्रीत जगाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
तेरी लगन बनी रोग साँवरिया
कैसे बीते बाली उमरिया
बाली उमर मोरी बड़ा तड़पाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
प्रीत लगा के हुए तुम तो पराये
प्यास जिया कि कौन बुझाये
कौन बुझाये कोई ये समझाये रे
नींद ना आये
सारी सारी रात तेरी याद सताये
Labels:
classics,
lata mangeshkar
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
Singers: Lata Mangeshkar and Hemant Kumar
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
झूमती बहार है कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
ओ, खो रहे हो आज किस खयाल में
ओ, दिल फँसा है बेबसी के जाल में
मतलबी जहाँ मेहरबां हो तुम
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
ओ, रात ढल चुकी है सुबह हो गयी
ओ, मैं तुम्हारी याद लेके खो गयी
अब तो मेरी दास्ताँ हो तुम
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
ओ, तुम हमारी ज़िंदगी के बाग़ हो
ओ, तुम हमारी राह के चिराग़ हो
मेरे लिये आसमाँ हो तुम
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
झूमती बहार है कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
ओ, खो रहे हो आज किस खयाल में
ओ, दिल फँसा है बेबसी के जाल में
मतलबी जहाँ मेहरबां हो तुम
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
ओ, रात ढल चुकी है सुबह हो गयी
ओ, मैं तुम्हारी याद लेके खो गयी
अब तो मेरी दास्ताँ हो तुम
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
ओ, तुम हमारी ज़िंदगी के बाग़ हो
ओ, तुम हमारी राह के चिराग़ हो
मेरे लिये आसमाँ हो तुम
याद किया दिल ने कहाँ हो तुम
प्यार से पुकार लो जहाँ हो तुम
Labels:
classic duets,
hemant kumar,
lata mangeshkar
होंठों से छू लो तुम
Singer: Jagjit Singh
होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
बन जाओ मीत मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो
न उम्र की सीमा हो
न जन्म का हो बंधन
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवल मन
नई रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
आकाश का सूनापन
मेरे तनहा मन में
पायल छनकाती तुम
आजाओ जीवन में
साँसें देकर अपनी
संगीत अमर कर दो
जग ने छीना मुझसे
मुझे जो भी लगा प्यारा
सब जीता किये मुझसे
मैं हर दम ही हारा
तुम हार के दिल अपना
मेरी जीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
बन जाओ मीत मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो
न उम्र की सीमा हो
न जन्म का हो बंधन
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवल मन
नई रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
आकाश का सूनापन
मेरे तनहा मन में
पायल छनकाती तुम
आजाओ जीवन में
साँसें देकर अपनी
संगीत अमर कर दो
जग ने छीना मुझसे
मुझे जो भी लगा प्यारा
सब जीता किये मुझसे
मैं हर दम ही हारा
तुम हार के दिल अपना
मेरी जीत अमर कर दो
Labels:
classics,
jagjit singh
Sunday, December 12, 2010
प्यार हुआ इक़रार हुआ है
Singers: Lata Mangeshkar and Manna Dey
प्यार हुआ इक़रार हुआ है
प्यार से फिर क्यों डरता है दिल
कहता है दिल रस्ता मुश्किल
मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल
कहो कि अपनी प्रीत का गीत ना बदलेगा कभी
तुम भी कहो इस राह का मीत ना बदलेगा कभी
प्यार जो टूटा, साथ जो छूटा, चाँद ना चमकेगा कभी
रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ
गीत हमारे प्यार के दोहराएंगी जवानियाँ
मैं न रहूँगी, तुम न रहोगे
फिर भी रहेंगी निशानियाँ
प्यार हुआ इक़रार हुआ है
प्यार से फिर क्यों डरता है दिल
कहता है दिल रस्ता मुश्किल
मालूम नहीं है कहाँ मंज़िल
कहो कि अपनी प्रीत का गीत ना बदलेगा कभी
तुम भी कहो इस राह का मीत ना बदलेगा कभी
प्यार जो टूटा, साथ जो छूटा, चाँद ना चमकेगा कभी
रातें दसों दिशाओं से कहेंगी अपनी कहानियाँ
गीत हमारे प्यार के दोहराएंगी जवानियाँ
मैं न रहूँगी, तुम न रहोगे
फिर भी रहेंगी निशानियाँ
Labels:
classic duets,
lata mangeshkar,
manna dey
मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया
Singer: Mohd. Rafi
मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया
हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया
बरबादियों का सोग मनाना फ़िज़ूल था
बरबादियों का जश्न मनाता चला गया
जो मिल गया उसी को मुक़द्दर समझ लिया
जो खो गया मैं उसको भुलाता चला गया
ग़म और ख़ुशी में फ़र्क न महसूस हो जहाँ
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया
मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया
हर फ़िक्र को धुएँ में उड़ाता चला गया
बरबादियों का सोग मनाना फ़िज़ूल था
बरबादियों का जश्न मनाता चला गया
जो मिल गया उसी को मुक़द्दर समझ लिया
जो खो गया मैं उसको भुलाता चला गया
ग़म और ख़ुशी में फ़र्क न महसूस हो जहाँ
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया
Labels:
classics,
mohd. rafi
मन रे तू काहे ना धीर धरे
Singer: Mohd. Rafi
मन रे तू काहे ना धीर धरे
वो निर्मोही मोह ना जाने, जिनका मोह करे
इस जीवन की चढ़ती ढलती
धूप को किसने बांधा
रंग पे किसने पहरे डाले
रुप को किसने बांधा
काहे ये जतन करे
मन रे तू काहे ना धीर धरे
उतना ही उपकार समझ कोई
जितना साथ निभा दे
जनम मरण का मेल है सपना
ये सपना बिसरा दे
कोई न संग मरे
मन रे तू काहे ना धीर धरे
मन रे तू काहे ना धीर धरे
वो निर्मोही मोह ना जाने, जिनका मोह करे
इस जीवन की चढ़ती ढलती
धूप को किसने बांधा
रंग पे किसने पहरे डाले
रुप को किसने बांधा
काहे ये जतन करे
मन रे तू काहे ना धीर धरे
उतना ही उपकार समझ कोई
जितना साथ निभा दे
जनम मरण का मेल है सपना
ये सपना बिसरा दे
कोई न संग मरे
मन रे तू काहे ना धीर धरे
Labels:
classics,
mohd. rafi
मौसम है आशिक़ाना
Singer: Lata Mangeshkar
मौसम है आशिक़ाना
ऐ दिल कहीं से उनको, ऐसे में ढूँढ लाना
कहना के रुत जवां है, और हम तरस रहे हैं
काली घटा के साए, बिरहन को डँस रहे हैं
डर है न मार डाले, सावन का क्या ठिकाना
सूरज कहीं भी जाए, तुम पर न धूप आए
तुमको पुकारते हैं, इन गेसुओं के साए
आ जाओ मैं बना दूँ, पलकों का शामियाना
फिरते हैं हम अकेले, बांहों में कोई ले ले
आखिर कोई कहाँ तक, तनहाइयों से खेले
दिन हो गए हैं ज़ालिम, रातें हैं क़ातिलाना
ये रात ये ख़ामोशी ये ख़्वाब से नज़ारे
जुग्नू हैं या ज़मीं पर, उतरे हुए हैं तारे
बेख़्वाब मेरी आँखें, मदहोश है ज़माना
मौसम है आशिक़ाना
ऐ दिल कहीं से उनको, ऐसे में ढूँढ लाना
कहना के रुत जवां है, और हम तरस रहे हैं
काली घटा के साए, बिरहन को डँस रहे हैं
डर है न मार डाले, सावन का क्या ठिकाना
सूरज कहीं भी जाए, तुम पर न धूप आए
तुमको पुकारते हैं, इन गेसुओं के साए
आ जाओ मैं बना दूँ, पलकों का शामियाना
फिरते हैं हम अकेले, बांहों में कोई ले ले
आखिर कोई कहाँ तक, तनहाइयों से खेले
दिन हो गए हैं ज़ालिम, रातें हैं क़ातिलाना
ये रात ये ख़ामोशी ये ख़्वाब से नज़ारे
जुग्नू हैं या ज़मीं पर, उतरे हुए हैं तारे
बेख़्वाब मेरी आँखें, मदहोश है ज़माना
Labels:
classics,
lata mangeshkar
तसवीर तेरी दिल में, जिस दिन से उतारी है
Singers: Lata Mangeshkar and Mohd. Rafi
तसवीर तेरी दिल में, जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग लेके, नये नये रंग लेके
सपनों की महफ़िल में
तसवीर तेरी दिल में, जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग लेके, नये नये रंग लेके
सपनों की महफ़िल में
माथे की बिंदिया तू है सनम
नैनों का कजरा पिया तेरा ग़म
नैन के नीचे नीचे, रहूँ तेरे पीछे पीछे
चलूँ किसी मंज़िल में
तुमसे नज़र जब गयी है मिल
जहाँ है कदम तेरे वहीं मेरा दिल
झुके जहाँ पलकें तेरी, खुले जहाँ ज़ुल्फ़ें तेरी
रहूँ उसी मंज़िल में
तूफ़ान उठायेगी दुनिया मगर
रुक ना सकेगा दिल का सफ़र
यूँ ही नज़र मिलती होगी
यूँ ही शम्मा जलती होगी
तेरी मेरी मंज़िल में
तसवीर तेरी दिल में, जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग लेके, नये नये रंग लेके
सपनों की महफ़िल में
तसवीर तेरी दिल में, जिस दिन से उतारी है
फिरूँ तुझे संग लेके, नये नये रंग लेके
सपनों की महफ़िल में
माथे की बिंदिया तू है सनम
नैनों का कजरा पिया तेरा ग़म
नैन के नीचे नीचे, रहूँ तेरे पीछे पीछे
चलूँ किसी मंज़िल में
तुमसे नज़र जब गयी है मिल
जहाँ है कदम तेरे वहीं मेरा दिल
झुके जहाँ पलकें तेरी, खुले जहाँ ज़ुल्फ़ें तेरी
रहूँ उसी मंज़िल में
तूफ़ान उठायेगी दुनिया मगर
रुक ना सकेगा दिल का सफ़र
यूँ ही नज़र मिलती होगी
यूँ ही शम्मा जलती होगी
तेरी मेरी मंज़िल में
Labels:
classic duets,
lata mangeshkar,
mohd. rafi
वक़्त करता जो वफ़ा आप हमारे होते
Singer: Mukesh
वक़्त करता जो वफ़ा आप हमारे होते
हम भी औरों की तरह आप को प्यारे होते
अपनी तक़दीर में पहले ही से कुछ तो ग़म हैं
और कुछ आप की फ़ितरत में वफ़ा भी कम है
वरना जीती हुई बाज़ी तो ना हारे होते
हम भी प्यासे हैं ये साक़ी को बता भी न सके
सामने जाम था और जाम उठा भी न सके
काश हम ग़ैरत-ए-महफ़िल के न मारे होते
दम घुटा जाता है सीने में फिर भी ज़िंदा हैं
तुम से क्या हम तो ज़िंदगी से भी शर्मिन्दा हैं
मर ही जाते न जो यादों के सहारे होते
वक़्त करता जो वफ़ा आप हमारे होते
हम भी औरों की तरह आप को प्यारे होते
अपनी तक़दीर में पहले ही से कुछ तो ग़म हैं
और कुछ आप की फ़ितरत में वफ़ा भी कम है
वरना जीती हुई बाज़ी तो ना हारे होते
हम भी प्यासे हैं ये साक़ी को बता भी न सके
सामने जाम था और जाम उठा भी न सके
काश हम ग़ैरत-ए-महफ़िल के न मारे होते
दम घुटा जाता है सीने में फिर भी ज़िंदा हैं
तुम से क्या हम तो ज़िंदगी से भी शर्मिन्दा हैं
मर ही जाते न जो यादों के सहारे होते
दम भर जो उधर मुँह फेरे, ओ चन्दा
Singers: Lata Mangeshkar and Mukesh
दम भर जो उधर मुँह फेरे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूंगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दिल करता है प्यार के सजदे, और मैं भी उनके साथ
चाँद को चन्दा रोज़ ही देखे
मेरी पहली रात, हो, मेरी पहली रात
बादल में अब छुप जा रे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूंगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम भर जो इधर मुँह फेरे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें दो चार कर लूँगा
मैं चोर हूँ काम है चोरी, दुनिया में हूँ बदनाम
दिल को चुराता आया हूँ मैं
ये ही मेरा काम, हो, ये ही मेरा काम
आना तू गवाही देने, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें दो चार कर लूँगा
दिल को चुराके खो मत जाना, राह न जाना भूल
इन कदमों से कुचल ना देना
मेरे दिल का फूल, हो, मेरे दिल का फूल
ये बात उन्हें समझा दे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूंगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम भर जो उधर मुँह फेरे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूंगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दिल करता है प्यार के सजदे, और मैं भी उनके साथ
चाँद को चन्दा रोज़ ही देखे
मेरी पहली रात, हो, मेरी पहली रात
बादल में अब छुप जा रे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूंगी, बातें हज़ार कर लूँगी
दम भर जो इधर मुँह फेरे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें दो चार कर लूँगा
मैं चोर हूँ काम है चोरी, दुनिया में हूँ बदनाम
दिल को चुराता आया हूँ मैं
ये ही मेरा काम, हो, ये ही मेरा काम
आना तू गवाही देने, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूँगा, नज़रें दो चार कर लूँगा
दिल को चुराके खो मत जाना, राह न जाना भूल
इन कदमों से कुचल ना देना
मेरे दिल का फूल, हो, मेरे दिल का फूल
ये बात उन्हें समझा दे, ओ चन्दा
मैं उनसे प्यार कर लूंगी, बातें हज़ार कर लूँगी
Labels:
classic duets,
lata mangeshkar,
mukesh
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में
Singers: Lata Mangeshkar and Mukesh
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में
फूल नहीं मेरा दिल है
प्रियतम मेरे मुझ को लिखना
क्या ये तुम्हारे क़ाबिल है
प्यार छुपा है ख़त में इतना
जितने सागर में मोती
चूम ही लेता हाथ तुम्हारा
पास जो तुम मेरे होती
नींद तुम्हें तो आती होगी
क्या देखा तुमने सपना
आँख खुली तो तनहाई थी
सपना हो न सका अपना
तनहाई हम दूर करेंगे
ले आओ तुम शहनाई
प्रीत बढ़ाकर भूल न जाना
प्रीत तुम्हीं ने सिखलाई
ख़त से जी भरता ही नहीं अब
नैन मिले तो चैन मिले
चाँद हमारे अंगना उतरे
कोई तो ऐसी रैन मिले
मिलना हो तो कैसे मिले हम
मिलने की सूरत लिख दो
नैन बिछाये बैठे हैं हम
कब आओगे ख़त लिख दो
फूल तुम्हें भेजा है ख़त में
फूल नहीं मेरा दिल है
प्रियतम मेरे मुझ को लिखना
क्या ये तुम्हारे क़ाबिल है
प्यार छुपा है ख़त में इतना
जितने सागर में मोती
चूम ही लेता हाथ तुम्हारा
पास जो तुम मेरे होती
नींद तुम्हें तो आती होगी
क्या देखा तुमने सपना
आँख खुली तो तनहाई थी
सपना हो न सका अपना
तनहाई हम दूर करेंगे
ले आओ तुम शहनाई
प्रीत बढ़ाकर भूल न जाना
प्रीत तुम्हीं ने सिखलाई
ख़त से जी भरता ही नहीं अब
नैन मिले तो चैन मिले
चाँद हमारे अंगना उतरे
कोई तो ऐसी रैन मिले
मिलना हो तो कैसे मिले हम
मिलने की सूरत लिख दो
नैन बिछाये बैठे हैं हम
कब आओगे ख़त लिख दो
Labels:
classic duets,
lata mangeshkar,
mukesh
Subscribe to:
Posts (Atom)