Singer: Lata Mangeshkar
वो चुप रहें तो मेरे दिल के दाग़ जलते हैं
जो बात कर लें तो बुझते चिराग़ जलते हैं
कहो बुझें के जलें
हम अपनी राह चलें या तुम्हारी राह चलें
कहो बुझें के जलें
बुझें तो ऐसे के जैसे किसी ग़रीब का दिल
किसी ग़रीब का दिल
जलें तो ऐसे के जैसे चिराग़ जलते हैं
यह खोई खोई नज़र
कभी तो होगी इधर या सदा रहेगी उधर
यह खोई खोई नज़र
उधर तो एक सुलग़ता हुआ है वीराना
है एक वीराना
मगर इधर तो बहारों में बाग़ जलते हैं
जो अश्क़ पी भी लिए
जो होंठ सी भी लिए, तो सितम ये किस पे किए
जो अश्क़ पी भी लिए
कुछ आज अपनी सुनाओ कुछ आज मेरी सुनो
ख़ामोशियों से तो दिल और दिमाग़ जलते हैं
Tuesday, March 8, 2011
वो हम न थे वो तुम न थे
Singer: Mohd. Rafi
वो हम न थे वो तुम न थे, वो रहगुज़र थी प्यार की
लुटी जहाँ पे बेवजह, पालकी बहार की
ये खेल था नसीब का, न हँस सके न रो सके
न तूर पर पहुँच सके, न दार पर ही सो सके
कहानी किससे ये कहें, चढ़ाव की उतार की
तुम्हीं थे मेरे रहनुमा, तुम्हीं थे मेरे हमसफ़र
तुम्हीं थे मेरी रोशनी, तुम्हीं ने मुझको दी नज़र, दी नज़र
बिना तुम्हारे ज़िन्दगी, शमा है इक मज़ार की
ये कौन सा मुक़ाम है, फ़लक नहीं, ज़मीं नहीं
के शब नहीं, सहर नहीं, के ग़म नहीं, ख़ुशी नहीं
कहाँ ये लेके आ गई, हवा तेरे दयार की
गुज़र रही है तुम पे क्या, बनाके हमको दर-ब-दर
ये सोच कर उदास हूँ, ये सोच कर है चश्म तर, चश्म तर
न चोट है ये फूल की, न है ख़लिश ये ख़ार की
वो हम न थे वो तुम न थे, वो रहगुज़र थी प्यार की
लुटी जहाँ पे बेवजह, पालकी बहार की
ये खेल था नसीब का, न हँस सके न रो सके
न तूर पर पहुँच सके, न दार पर ही सो सके
कहानी किससे ये कहें, चढ़ाव की उतार की
तुम्हीं थे मेरे रहनुमा, तुम्हीं थे मेरे हमसफ़र
तुम्हीं थे मेरी रोशनी, तुम्हीं ने मुझको दी नज़र, दी नज़र
बिना तुम्हारे ज़िन्दगी, शमा है इक मज़ार की
ये कौन सा मुक़ाम है, फ़लक नहीं, ज़मीं नहीं
के शब नहीं, सहर नहीं, के ग़म नहीं, ख़ुशी नहीं
कहाँ ये लेके आ गई, हवा तेरे दयार की
गुज़र रही है तुम पे क्या, बनाके हमको दर-ब-दर
ये सोच कर उदास हूँ, ये सोच कर है चश्म तर, चश्म तर
न चोट है ये फूल की, न है ख़लिश ये ख़ार की
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आँखों से जो उतरी है दिल में
Singer: Asha Bhosle
आँखों से जो उतरी है दिल में
तसवीर है इक अनजाने की
खुद ढूँढ रही है शमा जिसे
क्या बात है उस परवाने की
वो उसके लबों पर शोख हँसी
रँगीन शरारत आँखों में
साँसों में मोहब्बत की ख़ुशबू
वो प्यार की धड़कन बातों में
दुनिया मेरी बदल गयी
बनके घटा निकल गयी
तौबा वो नज़र मस्ताने की
खुद ढूँढ रही है शमा जिसे
क्या बात है उस परवाने की
अंदाज़ वो उसके आने का
चुपके से बहार आये जैसे
कहने को घड़ी भर साथ रहा
पर उमर गुज़ार आये जैसे
उनके बिना रहूँगी नहीं
क़िस्मत से अब जो कहीं
मिल जाये खबर दीवाने की
खुद ढूँढ रही है शमा जिसे
क्या बात है उस परवाने की
आँखों से जो उतरी है दिल में
तसवीर है इक अनजाने की
खुद ढूँढ रही है शमा जिसे
क्या बात है उस परवाने की
वो उसके लबों पर शोख हँसी
रँगीन शरारत आँखों में
साँसों में मोहब्बत की ख़ुशबू
वो प्यार की धड़कन बातों में
दुनिया मेरी बदल गयी
बनके घटा निकल गयी
तौबा वो नज़र मस्ताने की
खुद ढूँढ रही है शमा जिसे
क्या बात है उस परवाने की
अंदाज़ वो उसके आने का
चुपके से बहार आये जैसे
कहने को घड़ी भर साथ रहा
पर उमर गुज़ार आये जैसे
उनके बिना रहूँगी नहीं
क़िस्मत से अब जो कहीं
मिल जाये खबर दीवाने की
खुद ढूँढ रही है शमा जिसे
क्या बात है उस परवाने की
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आँचल में सजा लेना कलियाँ
Singer: Mohd. Rafi
आँचल में सजा लेना कलियाँ, ज़ुल्फ़ों में सितारे भर लेना
ऐसे ही कभी जब शाम ढले, तब याद हमें भी कर लेना
आया था यहाँ बेगाना सा, आया था यहाँ बेगाना सा
चल दूंगा कहीं दीवाना सा, चल दूंगा कहीं दीवाना सा
दीवाने की खातिर तुम कोई, इलज़ाम ना अपने सर लेना
ऐसे ही कभी जब शाम ढले, तब याद हमें भी कर लेना
रस्ता जो मिले अंजान कोई, रस्ता जो मिले अंजान कोई
आ जाए अगर तूफ़ान कोई, आ जाए अगर तूफ़ान कोई
अपने को अकेला जान के तुम, आँखों में ना आंसू भर लेना
ऐसे ही कभी जब शाम ढले, तब याद हमें भी कर लेना
आँचल में सजा लेना कलियाँ, ज़ुल्फ़ों में सितारे भर लेना
ऐसे ही कभी जब शाम ढले, तब याद हमें भी कर लेना
आया था यहाँ बेगाना सा, आया था यहाँ बेगाना सा
चल दूंगा कहीं दीवाना सा, चल दूंगा कहीं दीवाना सा
दीवाने की खातिर तुम कोई, इलज़ाम ना अपने सर लेना
ऐसे ही कभी जब शाम ढले, तब याद हमें भी कर लेना
रस्ता जो मिले अंजान कोई, रस्ता जो मिले अंजान कोई
आ जाए अगर तूफ़ान कोई, आ जाए अगर तूफ़ान कोई
अपने को अकेला जान के तुम, आँखों में ना आंसू भर लेना
ऐसे ही कभी जब शाम ढले, तब याद हमें भी कर लेना
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आज ये मेरी ज़िंदगी देखो ख़ुशी में झूमती
Singer: Asha Bhosle
आज ये मेरी ज़िंदगी देखो ख़ुशी में झूमती
जाने चली कहाँ, जाने चली कहाँ
तनहा नहीं चली हूँ मैं दिल भी है मेरा हमसफ़र
गुज़री तो हूँ इधर से मैं फिर भी नई है रहगुज़र
ज़र्रों में भी है रोशनी लेके तू मुझको आ गयी
ऐ ज़िंदगी कहाँ, ऐ ज़िंदगी कहाँ
मुझको बुला रहा है क्यों देखो वो कोई दूर से
बढ़ने लगे मेरे क़दम जिसकी तरफ़ ग़ुरूर से
दिल में भी है सुरूर सा, आँखों में भी है नूर सा
शमा जली कहाँ , शमा जली कहाँ
राहों में मेरी फूल हैं तारे मेरी निगाह में
अब ना मुझे पुकाराना, डूब चली हूँ चाह में
अपना नहीं है कुछ पता, ऐ मेरी बेख़ुदी बता
तू ले चली कहाँ, तू ले चली कहाँ
आज ये मेरी ज़िंदगी देखो ख़ुशी में झूमती
जाने चली कहाँ, जाने चली कहाँ
तनहा नहीं चली हूँ मैं दिल भी है मेरा हमसफ़र
गुज़री तो हूँ इधर से मैं फिर भी नई है रहगुज़र
ज़र्रों में भी है रोशनी लेके तू मुझको आ गयी
ऐ ज़िंदगी कहाँ, ऐ ज़िंदगी कहाँ
मुझको बुला रहा है क्यों देखो वो कोई दूर से
बढ़ने लगे मेरे क़दम जिसकी तरफ़ ग़ुरूर से
दिल में भी है सुरूर सा, आँखों में भी है नूर सा
शमा जली कहाँ , शमा जली कहाँ
राहों में मेरी फूल हैं तारे मेरी निगाह में
अब ना मुझे पुकाराना, डूब चली हूँ चाह में
अपना नहीं है कुछ पता, ऐ मेरी बेख़ुदी बता
तू ले चली कहाँ, तू ले चली कहाँ
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Sunday, March 6, 2011
ज़िंदगी फूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे
Singer: Bhupinder
ज़िंदगी फूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे
ज़िंदगी भूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे
जब कोई कहीं गुल खिलता है, आवाज़ नहीं आती लेकिन
ख़ुशबू की खबर आ जाती है, ख़ुशबू महकी रहे
जब राह कहीं कोई मुड़ती है, मंज़िल का पता तो होता नहीं
इक राह पे राह मिल जाती है, राहें मुड़ती रहें
ज़िंदगी फूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे
ज़िंदगी भूलों की नहीं, फूलों की तरह महकी रहे
जब कोई कहीं गुल खिलता है, आवाज़ नहीं आती लेकिन
ख़ुशबू की खबर आ जाती है, ख़ुशबू महकी रहे
जब राह कहीं कोई मुड़ती है, मंज़िल का पता तो होता नहीं
इक राह पे राह मिल जाती है, राहें मुड़ती रहें
ज़िन्दगी में जब तुम्हारे ग़म नहीं थे
Singers: Bhupinder and Anuradha Paudwal
ज़िन्दगी में जब तुम्हारे ग़म नहीं थे
इतने तनहा थे कि हम भी हम नहीं थे
वक़्त पर जो लोग काम आए हैं अक्सर
अजनबी थे, वो मेरे हमदम नहीं थे
बेसबब था तेरा मिलना रहगुज़र में
हादसे हर मोड़ पर कुछ कम नहीं थे
हमने ख़्वाबों में ख़ुदा बनकर भी देखा
आप थे, बाहों में दो आलम नहीं थे
सामने दीवार थी ख़ुद्दारियों की
वरना रस्ते प्यार के पुरख़म नहीं थे
ज़िन्दगी में जब तुम्हारे ग़म नहीं थे
इतने तनहा थे कि हम भी हम नहीं थे
वक़्त पर जो लोग काम आए हैं अक्सर
अजनबी थे, वो मेरे हमदम नहीं थे
बेसबब था तेरा मिलना रहगुज़र में
हादसे हर मोड़ पर कुछ कम नहीं थे
हमने ख़्वाबों में ख़ुदा बनकर भी देखा
आप थे, बाहों में दो आलम नहीं थे
सामने दीवार थी ख़ुद्दारियों की
वरना रस्ते प्यार के पुरख़म नहीं थे
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ये बेकसी के अँधेरे ज़रा तो ढलने दे
Singer: Lata Mangeshkar
ये बेकसी के अँधेरे ज़रा तो ढलने दे
बुझा न दे मेरे दिल का चराग़ जलने दे
ख़ुद अपनी आग में जलना मेरा मुक़द्दर है
मैं एक शम्मा हूँ पल-पल मुझे पिघलने दे
ये भटकी-भटकी जवानी ये डगमगाये क़दम
सँभल तो जाऊँ ज़माना अगर सँभलने दे
न सुन सके तो यहीं ख़त्म ज़िक्र-ए-ग़म कर दूँ
जो सुन सके तो मेरी दास्तान चलने दे
ये बेकसी के अँधेरे ज़रा तो ढलने दे
बुझा न दे मेरे दिल का चराग़ जलने दे
ख़ुद अपनी आग में जलना मेरा मुक़द्दर है
मैं एक शम्मा हूँ पल-पल मुझे पिघलने दे
ये भटकी-भटकी जवानी ये डगमगाये क़दम
सँभल तो जाऊँ ज़माना अगर सँभलने दे
न सुन सके तो यहीं ख़त्म ज़िक्र-ए-ग़म कर दूँ
जो सुन सके तो मेरी दास्तान चलने दे
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रंग दिल की धड़कन भी लाती तो होगी
Singer: Lata Mangeshkar
रंग दिल की धड़कन भी लाती तो होगी
याद मेरी उनको भी आती तो होगी
ओ, प्यार की ख़ुशबू कहाँ आती थी कलियों से
होके आई है हवा भी उनकी गलियों से
छूके उनके दामन को आती तो होगी
ओ, ये बहारें ये समाँ सब उसके दम से है
वो पिया कुछ-कुछ ख़फ़ा रहता जो हमसे है
जान कुछ-कुछ उसकी भी जाती तो होगी
जा री ऐ तितली नगरिया पी की तू जाना
हो भला तेरा ख़बर कुछ उनकी ले आना
तू वहाँ पर वैसे भी जाती तो होगी
रंग दिल की धड़कन भी लाती तो होगी
याद मेरी उनको भी आती तो होगी
ओ, प्यार की ख़ुशबू कहाँ आती थी कलियों से
होके आई है हवा भी उनकी गलियों से
छूके उनके दामन को आती तो होगी
ओ, ये बहारें ये समाँ सब उसके दम से है
वो पिया कुछ-कुछ ख़फ़ा रहता जो हमसे है
जान कुछ-कुछ उसकी भी जाती तो होगी
जा री ऐ तितली नगरिया पी की तू जाना
हो भला तेरा ख़बर कुछ उनकी ले आना
तू वहाँ पर वैसे भी जाती तो होगी
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साँझ ढली दिल की लगी थक चली पुकार के
Singers: Asha Bhosle and Manna Dey
साँझ ढली दिल की लगी थक चली पुकार के
आ जा, आ जा, आ भी जा
क्या दूँ तुझे पहले से मैं बैठी हूँ दिल हार के
जा जा, जा जा, जा तू जा
ज़िद पे आ गया है दिल के आज यूँ न लौटना
मेरी सुनो लौट जाओ छोड़ दो ये बचपना
चार दिन की ज़िंदगी में दिन हैं दो बहार के
आ जा, आ जा, आ भी जा
आ आ...
जा जा...
कैसे कहूँ कैसी उलझनों में मेरी जान है
ओ हो हो हा
ना ना न ना
हाँ को ना समझ गये ये प्यार की ज़ुबान है
काटने हैं हमको दिन किसी के इंतज़ार के
जा जा, जा जा, जा तू जा
सुन तो ले के मेरे दिल का तुझसे क्या सवाल है
कुछ न कर सकूँगी मैं इसी का तो मलाल है, जा जा
दिल न तोड़ चाहे बोल दो ही बोल प्यार के
आ जा आ जा, आ भी जा
साँझ ढली दिल की लगी थक चली पुकार के
आ जा, आ जा, आ भी जा
क्या दूँ तुझे पहले से मैं बैठी हूँ दिल हार के
जा जा, जा जा, जा तू जा
ज़िद पे आ गया है दिल के आज यूँ न लौटना
मेरी सुनो लौट जाओ छोड़ दो ये बचपना
चार दिन की ज़िंदगी में दिन हैं दो बहार के
आ जा, आ जा, आ भी जा
आ आ...
जा जा...
कैसे कहूँ कैसी उलझनों में मेरी जान है
ओ हो हो हा
ना ना न ना
हाँ को ना समझ गये ये प्यार की ज़ुबान है
काटने हैं हमको दिन किसी के इंतज़ार के
जा जा, जा जा, जा तू जा
सुन तो ले के मेरे दिल का तुझसे क्या सवाल है
कुछ न कर सकूँगी मैं इसी का तो मलाल है, जा जा
दिल न तोड़ चाहे बोल दो ही बोल प्यार के
आ जा आ जा, आ भी जा
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साजन ये मत जानियो
Singers: Mohd. Rafi and Lata Mangeshkar
साजन ये मत जानियो तो बिछड़े मोहे चैन
जैसे जल बिन माछली तड़पत हूँ दिन रैन
पत्ता टूटा डार से ले गयी पवन उड़ाए
अब के बिछड़े कब मिलें दूर पड़े है जाए
पिया कैसे मिलूँ तुझसे मेरे पाँव पड़ी ज़ंजीर
हृदय में अग्नि सुलगे नैनन से बरसे नीर
मेरे पाँव पड़ी ज़ंजीर
दुनिया से है क्या शिकवा मेरी रूठ गयी तक़दीर
लाख जतन कर हार गया सूझे न कोई तदबीर
मेरी रूठ गई तक़दीर
कैसे दूर करूँ ये दूरी समझ नहीं मैं पाती जी
जो मैं होती बन की चिड़िया पंख लगा उड़ आती
उड़ने लगी थी उड़ न सकी क़िस्मत ने मारा तीर
फूल मिले कम काँटे ज़्यादा बीज ये कैसा बोया जी ओ
मालिक तेरे जग में जिसने प्यार किया वो रोया
आँसू के रंग में रंग डाली प्यार की ये तस्वीर
साजन ये मत जानियो तो बिछड़े मोहे चैन
जैसे जल बिन माछली तड़पत हूँ दिन रैन
पत्ता टूटा डार से ले गयी पवन उड़ाए
अब के बिछड़े कब मिलें दूर पड़े है जाए
पिया कैसे मिलूँ तुझसे मेरे पाँव पड़ी ज़ंजीर
हृदय में अग्नि सुलगे नैनन से बरसे नीर
मेरे पाँव पड़ी ज़ंजीर
दुनिया से है क्या शिकवा मेरी रूठ गयी तक़दीर
लाख जतन कर हार गया सूझे न कोई तदबीर
मेरी रूठ गई तक़दीर
कैसे दूर करूँ ये दूरी समझ नहीं मैं पाती जी
जो मैं होती बन की चिड़िया पंख लगा उड़ आती
उड़ने लगी थी उड़ न सकी क़िस्मत ने मारा तीर
फूल मिले कम काँटे ज़्यादा बीज ये कैसा बोया जी ओ
मालिक तेरे जग में जिसने प्यार किया वो रोया
आँसू के रंग में रंग डाली प्यार की ये तस्वीर
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mohd. rafi
साथी न कोई मंज़िल
Singer: Mohd. Rafi
साथी न कोई मंज़िल
दिया है न कोई महफ़िल
चला मुझे लेके ऐ दिल, अकेला कहाँ
हमदम कोई मिले कहीं
ऐसे नसीब ही नहीं
बेदर्द है ज़मीं दूर आसमाँ
गलियाँ हैं अपने देस की
फिर भी हैं जैसे अजनबी
किसको कहे कोई अपना यहाँ
पत्थर के आशना मिले
पत्थर के देवता मिले
शीशे का दिल लिये, जाऊँ कहाँ
साथी न कोई मंज़िल
दिया है न कोई महफ़िल
चला मुझे लेके ऐ दिल, अकेला कहाँ
हमदम कोई मिले कहीं
ऐसे नसीब ही नहीं
बेदर्द है ज़मीं दूर आसमाँ
गलियाँ हैं अपने देस की
फिर भी हैं जैसे अजनबी
किसको कहे कोई अपना यहाँ
पत्थर के आशना मिले
पत्थर के देवता मिले
शीशे का दिल लिये, जाऊँ कहाँ
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सजना सजना काहे भूल गए दिन प्यार के
Singer: Lata Mangeshkar
सजना सजना काहे भूल गए दिन प्यार के
सजना सजना मैं तो हार गई रे पुकारके
बैठी रही मैं सपने सजाके
बिंदिया लगाके पिया मेहँदी रचाके
तरस न खाया तू ने गया तड़पाके
बाट तकूँ मैं साँझ सवेरे
औरों की तो रातें मेरे दिन भी अँधेरे
सारा जग सूना सूना लागे बिन तेरे
दुनिया ने तो दर्द न जाना
तू भी हुआ है काहे मुझसे बेगाना
आजा रे बुलाये तुझे गुज़रा ज़माना
सजना सजना काहे भूल गए दिन प्यार के
सजना सजना मैं तो हार गई रे पुकारके
बैठी रही मैं सपने सजाके
बिंदिया लगाके पिया मेहँदी रचाके
तरस न खाया तू ने गया तड़पाके
बाट तकूँ मैं साँझ सवेरे
औरों की तो रातें मेरे दिन भी अँधेरे
सारा जग सूना सूना लागे बिन तेरे
दुनिया ने तो दर्द न जाना
तू भी हुआ है काहे मुझसे बेगाना
आजा रे बुलाये तुझे गुज़रा ज़माना
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सलाम-ए-हसरत क़ुबूल कर लो
Singer: Sudha Malhotra
सलाम-ए-हसरत क़बूल कर लो
मेरी मुहब्बत क़बूल कर लो
उदास नज़रें तड़प तड़प कर
तुम्हारे जलवों को ढूँढ़ती हैं
जो ख़्वाब की तरह खो गये
उन हसीन लम्हों को ढूँढ़ती हैं
अगर न हो नागवार तुमको
तो ये शिक़ायत क़बूल कर लो
तुम्हीं निगाहों की जुस्तजू हो
तुम्हीं खयालों का मुद्दा हो
तुम्हीं मेरे वास्ते सनम हो
तुम्हीं मेरे वास्ते ख़ुदा हो
मेरी परस्तिश की लाज रख लो
मेरी इबादत क़बूल कर लो
तुम्हारी झुकती नज़र से जब तक
न कोई पैग़ाम मिल सकेगा
न रूह तस्क़ीन पा सकेगी
न दिल को आराम मिल सकेगा
ग़म-ए-जुदाई है जान लेवा
ये इक हक़ीकत क़बूल कर लो
सलाम-ए-हसरत क़बूल कर लो
मेरी मुहब्बत क़बूल कर लो
उदास नज़रें तड़प तड़प कर
तुम्हारे जलवों को ढूँढ़ती हैं
जो ख़्वाब की तरह खो गये
उन हसीन लम्हों को ढूँढ़ती हैं
अगर न हो नागवार तुमको
तो ये शिक़ायत क़बूल कर लो
तुम्हीं निगाहों की जुस्तजू हो
तुम्हीं खयालों का मुद्दा हो
तुम्हीं मेरे वास्ते सनम हो
तुम्हीं मेरे वास्ते ख़ुदा हो
मेरी परस्तिश की लाज रख लो
मेरी इबादत क़बूल कर लो
तुम्हारी झुकती नज़र से जब तक
न कोई पैग़ाम मिल सकेगा
न रूह तस्क़ीन पा सकेगी
न दिल को आराम मिल सकेगा
ग़म-ए-जुदाई है जान लेवा
ये इक हक़ीकत क़बूल कर लो
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सितम भी तुम्हारे करम भी तुम्हारे
Singers: Mohd. Rafi and Asha Bhosle
निगाह-ए-महर हमसे आज बे-तक़सीर फिरती है
किसी की कुछ नहीं चलती है जब तक़दीर फिरती है
सितम भी तुम्हारे करम भी तुम्हारे
पुकारें सितमक़श तो किसको पुकारें
ज़बाँ पर ख़ामोशी नज़र से इशारे
जो यूँ चोट खाए वो किसको पुकारे
ज़माने की करवट बदल देगा साहिल
चला-चल चला-चल कनारे-कनारे
नज़र उसने बदली जो दिल को लुभा कर
पुकार उठी क़िस्मत बुरी हार हारे
निगाह-ए-महर हमसे आज बे-तक़सीर फिरती है
किसी की कुछ नहीं चलती है जब तक़दीर फिरती है
सितम भी तुम्हारे करम भी तुम्हारे
पुकारें सितमक़श तो किसको पुकारें
ज़बाँ पर ख़ामोशी नज़र से इशारे
जो यूँ चोट खाए वो किसको पुकारे
ज़माने की करवट बदल देगा साहिल
चला-चल चला-चल कनारे-कनारे
नज़र उसने बदली जो दिल को लुभा कर
पुकार उठी क़िस्मत बुरी हार हारे
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तुम एक बार मुहब्बत का इम्तिहान तो लो
Singer: Mohd. Rafi
तुम एक बार मुहब्बत का इम्तिहान तो लो
मेरे जुनूँ मेरी वहशत का इम्तिहान तो लो
सलाम-ए-शौक़ पे रंजिश भरा पयाम न दो
मेरे ख़लूस को फिर तो हवस का नाम न दो
मेरी वफ़ा की हक़ीकत का इम्तिहान तो लो
न तख़्त-ओ-ताज न लाल-ओ-गौहर की हसरत है
तुम्हारे प्यार तुम्हारी नज़र की हसरत है
तुम अपने हुस्न की अज़मत का इम्तिहान तो लो
मैं अपनी जान भी दे दूँ तो ऐतबार नहीं
के तुम से बढ़के मुझे ज़िंदगी से प्यार नहीं
यूँ ही सही मेरी चाहत का इम्तिहान तो लो
तुम एक बार मुहब्बत का इम्तिहान तो लो
मेरे जुनूँ मेरी वहशत का इम्तिहान तो लो
सलाम-ए-शौक़ पे रंजिश भरा पयाम न दो
मेरे ख़लूस को फिर तो हवस का नाम न दो
मेरी वफ़ा की हक़ीकत का इम्तिहान तो लो
न तख़्त-ओ-ताज न लाल-ओ-गौहर की हसरत है
तुम्हारे प्यार तुम्हारी नज़र की हसरत है
तुम अपने हुस्न की अज़मत का इम्तिहान तो लो
मैं अपनी जान भी दे दूँ तो ऐतबार नहीं
के तुम से बढ़के मुझे ज़िंदगी से प्यार नहीं
यूँ ही सही मेरी चाहत का इम्तिहान तो लो
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तुम से ही मेरी ज़िंदगी
Singers: Mukesh and Geeta Dutt
तुम से ही मेरी ज़िंदगी मेरी बहार तुम
अपने ही दिल से पूछ लो किस का हो प्यार तुम
गाती हुई हवाओं में तेरा ही गीत है
साजन मेरी निगाहों में तेरी ही प्रीत है
चंदा का रूप चाँदनी मेरा सिंगार तुम
ये मुस्कुराता आसमां ये झूमती ज़मीं
मुझको ज़रा सम्भालना खो जाऊँ न कहीं
ऐसे में अपना कह भी दो बस एक बार तुम
आती हैं ऐसी प्यार की घड़ीयाँ नसीब से
ये दिल की धड़कनें ज़रा सुन लो क़रीब से
आये हो लेके प्यार के सपने हज़ार तुम
तुम से ही मेरी ज़िंदगी मेरी बहार तुम
अपने ही दिल से पूछ लो किस का हो प्यार तुम
गाती हुई हवाओं में तेरा ही गीत है
साजन मेरी निगाहों में तेरी ही प्रीत है
चंदा का रूप चाँदनी मेरा सिंगार तुम
ये मुस्कुराता आसमां ये झूमती ज़मीं
मुझको ज़रा सम्भालना खो जाऊँ न कहीं
ऐसे में अपना कह भी दो बस एक बार तुम
आती हैं ऐसी प्यार की घड़ीयाँ नसीब से
ये दिल की धड़कनें ज़रा सुन लो क़रीब से
आये हो लेके प्यार के सपने हज़ार तुम
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यूँ ज़िन्दगी के रास्ते, सँवारते चले गए
Singer: Mohd. Rafi
यूँ ज़िन्दगी के रास्ते, सँवारते चले गए, सँवारते चले गए
क़दम-क़दम पे हम तुम्हें, पुकारते चले गए, पुकारते चले गए
जो प्यार में गुज़र गई, वो ज़िन्दगी थी ज़िन्दगी
निखारते चले गए, निखारते चले गए
चला है राही प्यार का, हवाओं दे दो रास्ता
क़सम तुम्हें है प्यार की, है दो दिलों का वास्ता
ये दो दिलों की बस्तियाँ, मगर भँवर में कश्तियाँ
उतारते चले गए, उतारते चले गए
ख़्याल तेरा साथ है और याद तेरी पास है
मिलेंगे ज़िन्दगी में हम अभी तलक़ ये आस है
ओ सोनिया, ओ सोनी सोनी सोनिया
यूँ ज़िन्दगी के रास्ते, सँवारते चले गए, सँवारते चले गए
क़दम-क़दम पे हम तुम्हें, पुकारते चले गए, पुकारते चले गए
जो प्यार में गुज़र गई, वो ज़िन्दगी थी ज़िन्दगी
निखारते चले गए, निखारते चले गए
चला है राही प्यार का, हवाओं दे दो रास्ता
क़सम तुम्हें है प्यार की, है दो दिलों का वास्ता
ये दो दिलों की बस्तियाँ, मगर भँवर में कश्तियाँ
उतारते चले गए, उतारते चले गए
ख़्याल तेरा साथ है और याद तेरी पास है
मिलेंगे ज़िन्दगी में हम अभी तलक़ ये आस है
ओ सोनिया, ओ सोनी सोनी सोनिया
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ज़िंदगी है या किसी का इंतज़ार
Singer: Tarannum Naz
ज़िंदगी है या किसी का इंतज़ार
बदलियों की ओढ़नी से चाँदनी
जाने किस को झाँकती है बार बार
चाँद तारों को है नींद सी आ गयी
हर नज़ारे पे इक बेख़ुदी छा गयी
मस्त हो के झूमती हुई बहार
जाने किस को झाँकती है बार बार
ख़त्म होती नहीं शौक़ की जुस्तजू ओ ऽ ऽ
अपने दिल में लिये प्यार की आरज़ू
कू-ब-कू गईं हवाएँ मुश्कबार
जाने किस को झाँकती है बार बार
दिल की बेताबियाँ दे रही हैं सदा
ऐ मेरी ज़िंदगी, आ भी जा, आ भी जा
हर नज़र है आज कितनी बेक़रार
जाने किस को झाँकती है बार बार
ज़िंदगी है या किसी का इंतज़ार
बदलियों की ओढ़नी से चाँदनी
जाने किस को झाँकती है बार बार
चाँद तारों को है नींद सी आ गयी
हर नज़ारे पे इक बेख़ुदी छा गयी
मस्त हो के झूमती हुई बहार
जाने किस को झाँकती है बार बार
ख़त्म होती नहीं शौक़ की जुस्तजू ओ ऽ ऽ
अपने दिल में लिये प्यार की आरज़ू
कू-ब-कू गईं हवाएँ मुश्कबार
जाने किस को झाँकती है बार बार
दिल की बेताबियाँ दे रही हैं सदा
ऐ मेरी ज़िंदगी, आ भी जा, आ भी जा
हर नज़र है आज कितनी बेक़रार
जाने किस को झाँकती है बार बार
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classics,
tarannum naz
सैंया तोरे द्वारे खड़े
Singer: Mohd. Rafi
कोई प्यार के पंख पसारे, आया है पास तिहारे
सुध-बुध अपनी बिसराए, पगला मन तोहे पुकारे
ज़रा मन की खेवड़ियाँ खोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
सैंया तोरे, बलमा तोरे द्वारे, ओ सजना तोरे द्वारे खड़े
बिरहा की रैना, बिरहा की रैन
तेरी गलियों के फेरे, तेरी गलियों के फेरे
जोगी का रूप लिया प्रीतम ने तेरे
गोरी सुन ले बलम के बोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
हो, मिलना है आज तोहे अपने पिया से
जाने न भेद कोई तेरे जिया के
मन-मन में सजनिया डोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
बिगड़े न बात कहीं धीरज न खोना
जागे हैं भाग अब काहे का रोना
तेरा जीवन बड़ा अनमोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
कोई प्यार के पंख पसारे, आया है पास तिहारे
सुध-बुध अपनी बिसराए, पगला मन तोहे पुकारे
ज़रा मन की खेवड़ियाँ खोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
सैंया तोरे, बलमा तोरे द्वारे, ओ सजना तोरे द्वारे खड़े
बिरहा की रैना, बिरहा की रैन
तेरी गलियों के फेरे, तेरी गलियों के फेरे
जोगी का रूप लिया प्रीतम ने तेरे
गोरी सुन ले बलम के बोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
हो, मिलना है आज तोहे अपने पिया से
जाने न भेद कोई तेरे जिया के
मन-मन में सजनिया डोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
बिगड़े न बात कहीं धीरज न खोना
जागे हैं भाग अब काहे का रोना
तेरा जीवन बड़ा अनमोल, सैंया तोरे द्वारे खड़े
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mohd. rafi
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