Singers: Asha Bhosle and Kishore Kumar
छोड़ दो आंचल ज़माना क्या कहेगा
इन अदाओं का ज़माना भी है दीवाना, दीवाना क्या कहेगा
मैं चली अब खूब छेड़ो प्यार के अफ़साने
कुछ मौसम है दीवाना कुछ तुम भी हो दीवाने
ज़रा सुनना जान-ए-तमन्ना
इतना तो सोचिये मौसम सुहाना क्या कहेगा
यूँ न देखो जाग जाए प्यार की अंगड़ाई
ये रस्ता ये तनहाई लो दिल ने ठोकर खाई
यही दिन हैं मस्ती के सिन हैं
किसको ये होश है अपना बेगाना क्या कहेगा
ये बहारें ये फुहारें ये बरसता सावन
थर थर काँपे हैं तन मन मेरी बय्याँ धर लो साजन
अजी आना दिल में समाना
इक दिल इक जान हैं हम तुम ज़माना क्या कहेगा
Sunday, October 31, 2010
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
Singers: Mukesh and Lata Mangeshkar
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये
तू अब से पहले सितारों में बस रही थी कहीं
तुझे ज़मीं पे बुलाया गया है मेरे लिये
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के ये बदन ये निगाहें मेरी अमानत हैं
ये गेसुओं की घनी छाँव हैं मेरी ख़ातिर
ये होंठ और ये बाहें मेरी अमानत हैं
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के जैसे बजती हैं शहनाइयां सी राहों में
सुहाग रात है घूँघट उठा रहा हूँ मैं
सिमट रही है तू शरमा के अपनी बाहों में
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के जैसे तू मुझे चाहेगी उम्र भर यूँही
उठेगी मेरी तरफ़ प्यार की नज़र यूँ ही
मैं जानता हूँ के तू ग़ैर है मगर यूँ ही
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के जैसे तुझको बनाया गया है मेरे लिये
तू अब से पहले सितारों में बस रही थी कहीं
तुझे ज़मीं पे बुलाया गया है मेरे लिये
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के ये बदन ये निगाहें मेरी अमानत हैं
ये गेसुओं की घनी छाँव हैं मेरी ख़ातिर
ये होंठ और ये बाहें मेरी अमानत हैं
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के जैसे बजती हैं शहनाइयां सी राहों में
सुहाग रात है घूँघट उठा रहा हूँ मैं
सिमट रही है तू शरमा के अपनी बाहों में
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
के जैसे तू मुझे चाहेगी उम्र भर यूँही
उठेगी मेरी तरफ़ प्यार की नज़र यूँ ही
मैं जानता हूँ के तू ग़ैर है मगर यूँ ही
कभी कभी मेरे दिल में, ख़याल आता है
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यारा सीली सीली
Singer: Lata Mangeshkar
यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना
यारा सीली सीली, यारा सीली सीली
ओ यारा सीली सीली, डोला सीली सीली
ये भी कोई जीना हैं, ये भी कोई मरना
टूटी हुई चूड़ियों से जोड़ूं ये कलाई मैं
पिछली गली में जाने क्या छोड़ आई मैं
बीते हुई गलियों से, फिर से गुज़रना
पैरों में ना साया कोई, सर पे ना सांई रे
मेरे साथ जाए ना मेरी परछाई रे
बाहर उजाड़ा हैं, अन्दर वीराना
यारा, ढोला, यारा, ढोला, यारा, ढोला
यारा सीली सीली बिरहा की रात का जलना
यारा सीली सीली, यारा सीली सीली
ओ यारा सीली सीली, डोला सीली सीली
ये भी कोई जीना हैं, ये भी कोई मरना
टूटी हुई चूड़ियों से जोड़ूं ये कलाई मैं
पिछली गली में जाने क्या छोड़ आई मैं
बीते हुई गलियों से, फिर से गुज़रना
पैरों में ना साया कोई, सर पे ना सांई रे
मेरे साथ जाए ना मेरी परछाई रे
बाहर उजाड़ा हैं, अन्दर वीराना
यारा, ढोला, यारा, ढोला, यारा, ढोला
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ए इश्क हमें बरबाद ना कर
Singer: Nayyara Noor
ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर, बरबाद ना कर
ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर, बरबाद ना कर
ए इश्क़ न छेड़ आके हमें, हम भूले हुओं को याद ना कर
पहेले ही बहुत नाशाद हैं हम, तू और हमें नाशाद ना कर
किस्मत का सितम ही कम नही कुछ, यह ताज़ा सितम ईजाद ना कर
यूं ज़ुल्म ना कर, बेदाद ना कर
रातों को उठ-उठकर रोते हैं, रो रो के दुआएं करतें हैं
आंखों में तसव्वुर, दिल में ख़लिश, सर धुनते हैं आहें भरते हैं
ए इश्क यह कैसे रोग लगा, जीतें हैं ना ज़ालिम मरते हैं
इन ख्वाबों से यूं आज़ाद ना कर
जिस दिन से बंधा है ध्यान तेरा, घबरायें हुए से रहेते हैं
हर वक़्त तसव्वुर कर करके, शरमाये हुए से रेहेते हैं
कुम्हलाये हुए फूलों की तरह, कुम्हलाये हुए से रेहेते हैं
पामाल ना कर, बेदाद ना कर
ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर, बरबाद ना कर
ए इश्क़ हमें बरबाद ना कर, बरबाद ना कर
ए इश्क़ न छेड़ आके हमें, हम भूले हुओं को याद ना कर
पहेले ही बहुत नाशाद हैं हम, तू और हमें नाशाद ना कर
किस्मत का सितम ही कम नही कुछ, यह ताज़ा सितम ईजाद ना कर
यूं ज़ुल्म ना कर, बेदाद ना कर
रातों को उठ-उठकर रोते हैं, रो रो के दुआएं करतें हैं
आंखों में तसव्वुर, दिल में ख़लिश, सर धुनते हैं आहें भरते हैं
ए इश्क यह कैसे रोग लगा, जीतें हैं ना ज़ालिम मरते हैं
इन ख्वाबों से यूं आज़ाद ना कर
जिस दिन से बंधा है ध्यान तेरा, घबरायें हुए से रहेते हैं
हर वक़्त तसव्वुर कर करके, शरमाये हुए से रेहेते हैं
कुम्हलाये हुए फूलों की तरह, कुम्हलाये हुए से रेहेते हैं
पामाल ना कर, बेदाद ना कर
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चाँद तनहा है, आस्माँ तनहा
Singer: Meena Kumari
चाँद तनहा है, आस्माँ तनहा
दिल मिला है कहाँ कहाँ तनहा
बुझ गई आस, छुप गया तारा
थरथराता रहा धुआँ तनहा
ज़िंदगी क्या इसी को कहते हैं
जिस्म तनहा है और जाँ तनहा
हमसफ़र कोई ग़र मिले भी कहीं
दोनों चलते रहे तनहा-तनहा
जलती बुझती सी रोशनी के परे
सिमटा-सिमटा सा एक मकां तनहा
राह देखा करेगा सदियों तक
छोड़ जाएंगे ये जहाँ तनहा
चाँद तनहा है, आस्माँ तनहा
दिल मिला है कहाँ कहाँ तनहा
बुझ गई आस, छुप गया तारा
थरथराता रहा धुआँ तनहा
ज़िंदगी क्या इसी को कहते हैं
जिस्म तनहा है और जाँ तनहा
हमसफ़र कोई ग़र मिले भी कहीं
दोनों चलते रहे तनहा-तनहा
जलती बुझती सी रोशनी के परे
सिमटा-सिमटा सा एक मकां तनहा
राह देखा करेगा सदियों तक
छोड़ जाएंगे ये जहाँ तनहा
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अँखियों के झरोखों से, मैने देखा जो सांवरे
Singer: Hemlata
अँखियों के झरोखों से, मैने देखा जो सांवरे
तुम दूर नज़र आए, बड़ी दूर नज़र आए
बंद करके झरोखों को, ज़रा बैठी जो सोचने
मन में तुम्हीं मुस्काए, मन में तुम्हीं मुस्काए
इक मन था मेरे पास वो, अब खोने लगा है
पाकर तुझे, हाय मुझे, कुछ होने लगा है
इक तेरे भरोसे पे, सब बैठी हूँ भूल के
यूँ ही उम्र गुज़र जाए, तेरे साथ गुज़र जाए
जीती हूँ तुम्हें देख के, मरती हूँ तुम्हीं पे
तुम हो जहाँ, साजन मेरी, दुनिया है वहीं पे
दिन रात दुआ माँगे, मेरा मन तेरे वास्ते
कभी अपनी उम्मीदों का, कोई फूल न मुरझाए
मैं जब से तेरे प्यार के, रंगों में रंगी हूँ
जगते हुए सोई रही, नींदों में जगी हूँ
मेरे प्यार भरे सपने, कहीं कोई न छीन ले
मन सोच के घबराए, यही सोच के घबराए
अँखियों के झरोखों से, मैने देखा जो सांवरे
तुम दूर नज़र आए, बड़ी दूर नज़र आए
बंद करके झरोखों को, ज़रा बैठी जो सोचने
मन में तुम्हीं मुस्काए, मन में तुम्हीं मुस्काए
इक मन था मेरे पास वो, अब खोने लगा है
पाकर तुझे, हाय मुझे, कुछ होने लगा है
इक तेरे भरोसे पे, सब बैठी हूँ भूल के
यूँ ही उम्र गुज़र जाए, तेरे साथ गुज़र जाए
जीती हूँ तुम्हें देख के, मरती हूँ तुम्हीं पे
तुम हो जहाँ, साजन मेरी, दुनिया है वहीं पे
दिन रात दुआ माँगे, मेरा मन तेरे वास्ते
कभी अपनी उम्मीदों का, कोई फूल न मुरझाए
मैं जब से तेरे प्यार के, रंगों में रंगी हूँ
जगते हुए सोई रही, नींदों में जगी हूँ
मेरे प्यार भरे सपने, कहीं कोई न छीन ले
मन सोच के घबराए, यही सोच के घबराए
तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है
Singer: Manhar Udhas
तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है
ये आसमान ये बादल ये रास्ते ये हवा
हर एक चीज़ है अपनी जगह ठिकाने पे
कई दिनों से शिकायत नहीं ज़माने से
ये ज़िंदगी है सफ़र तू सफ़र की मंज़िल है,
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है
हर एक शय है मुहब्बत के नूर से रोशन
ये रोशनी जो ना हो ज़िंदगी अधूरी है
राह-ए-वफ़ा में कोई हमसफ़र ज़रूरी है
ये रास्ता कहीं तनहा कटे तो मुश्किल है
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है
तू इस तरह से मेरी ज़िंदगी में शामिल है
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है
ये आसमान ये बादल ये रास्ते ये हवा
हर एक चीज़ है अपनी जगह ठिकाने पे
कई दिनों से शिकायत नहीं ज़माने से
ये ज़िंदगी है सफ़र तू सफ़र की मंज़िल है,
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है
हर एक शय है मुहब्बत के नूर से रोशन
ये रोशनी जो ना हो ज़िंदगी अधूरी है
राह-ए-वफ़ा में कोई हमसफ़र ज़रूरी है
ये रास्ता कहीं तनहा कटे तो मुश्किल है
जहाँ भी जाऊँ ये लगता है, तेरी महफ़िल है
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शीशा हो या दिल हो
Singer: Lata Mangeshkar
शीशा हो या दिल हो, आखिर
टूट जाता है, टूट जाता है, टूट जाता है
लब तक आते आते हाथों से, सागर
छूट जाता है, छूट जाता है, छूट जाता है
काफी बस अरमान नहीं, कुछ मिलना आसान नहीं
दुनिया की मजबूरी है, फिर तकदीर ज़रूरी है
ये जो दुश्मन है ऐसे, दोनों राज़ी हो कैसे
एक को मनाऊँ तो दूजा
रूठ जाता है, रूठ जाता है, रूठ जाता है
बैठे थे किनारे पे, मौजों के इशारे पे
हम खेलें तूफ़ानों से, इस दिल के अरमानों से
हमको यह मालूम ना था, कोई साथ नहीं देता
मांझी छोड़ जाता है, साहिल
छूट जाता है, छूट जाता है, छूट जाता है
दुनिया एक तमाशा है, आशा और निराशा है
थोड़े फूल है कांटे है, जो तकदीर ने बांटे हैं
अपना अपना हिस्सा है, अपना अपना किस्सा है
कोई लुट जाता है, कोई
लूट जाता है, लूट जाता है, लूट जाता है
शीशा हो या दिल हो, आखिर
टूट जाता है, टूट जाता है, टूट जाता है
लब तक आते आते हाथों से, सागर
छूट जाता है, छूट जाता है, छूट जाता है
काफी बस अरमान नहीं, कुछ मिलना आसान नहीं
दुनिया की मजबूरी है, फिर तकदीर ज़रूरी है
ये जो दुश्मन है ऐसे, दोनों राज़ी हो कैसे
एक को मनाऊँ तो दूजा
रूठ जाता है, रूठ जाता है, रूठ जाता है
बैठे थे किनारे पे, मौजों के इशारे पे
हम खेलें तूफ़ानों से, इस दिल के अरमानों से
हमको यह मालूम ना था, कोई साथ नहीं देता
मांझी छोड़ जाता है, साहिल
छूट जाता है, छूट जाता है, छूट जाता है
दुनिया एक तमाशा है, आशा और निराशा है
थोड़े फूल है कांटे है, जो तकदीर ने बांटे हैं
अपना अपना हिस्सा है, अपना अपना किस्सा है
कोई लुट जाता है, कोई
लूट जाता है, लूट जाता है, लूट जाता है
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क्या खूब लगती हो
Singers: Mukesh and Kanchan
क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो
फिर से कहो कहते रहो अच्छा लगता है
जीवन का हर सपना अब सच्चा लगता है
तारीफ़ करोगे कब तक बोलो कब तक
मेरे सीने में साँस रहेगी जब तक
कब तक मैं रहूँगी मन में हाँ मन में
सूरज होगा जब तक नील गगन में
फिर से कहो कहते रहो अच्छा लगता है
जीवन का हर सपना अब सच्चा लगता है
क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो
तुम प्यार से प्यारी हो तुम जान हमारी हो
खुश हो ना मुझे तुम पाकर मुझे पाकर
प्यासे दिल को आज मिला है सागर
क्या दिल में है और तमन्ना है तमन्ना
हर जीवन में तुम मेरे ही बनना
फिर से कहो कहती रहो अच्छा लगता है
जीवन का हर सपना अब सच्चा लगता है
क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो
तुम प्यार से प्यारे हो तुम जान हमारी हो
क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो
फिर से कहो कहते रहो अच्छा लगता है
जीवन का हर सपना अब सच्चा लगता है
तारीफ़ करोगे कब तक बोलो कब तक
मेरे सीने में साँस रहेगी जब तक
कब तक मैं रहूँगी मन में हाँ मन में
सूरज होगा जब तक नील गगन में
फिर से कहो कहते रहो अच्छा लगता है
जीवन का हर सपना अब सच्चा लगता है
क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो
तुम प्यार से प्यारी हो तुम जान हमारी हो
खुश हो ना मुझे तुम पाकर मुझे पाकर
प्यासे दिल को आज मिला है सागर
क्या दिल में है और तमन्ना है तमन्ना
हर जीवन में तुम मेरे ही बनना
फिर से कहो कहती रहो अच्छा लगता है
जीवन का हर सपना अब सच्चा लगता है
क्या खूब लगती हो बड़ी सुंदर दिखती हो
तुम प्यार से प्यारे हो तुम जान हमारी हो
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जिस गली में तेरा घर न हो बालमा
Singer: Mukesh
जिस गली में तेरा घर न हो बालमा
उस गली से हमें तो गुज़रना नहीं
जो डगर तेरे द्वारे पे जाती न हो
उस डगर पे हमें पांव रखना नहीं
ज़िंदगी में कई रंगरलियाँ सही
हर तरफ़ मुस्कुराती ये कलियाँ सही
खूबसूरत बहारों की गलियाँ सही
जिस चमन में तेरे पग में काँटें चुभें
उस चमन से हमें फूल चुनना नहीं
हाँ ये रसमें ये कसमें सभी तोड़ के
तू चली आ चुनर प्यार की ओढ़ के
या चला जाऊंगा मैं ये जग छोड़ के
जिस जगह याद तेरी सताने लगे
उस जगह एक पल भी ठहरना नहीं
जिस गली में तेरा घर न हो बालमा
उस गली से हमें तो गुज़रना नहीं
जो डगर तेरे द्वारे पे जाती न हो
उस डगर पे हमें पांव रखना नहीं
ज़िंदगी में कई रंगरलियाँ सही
हर तरफ़ मुस्कुराती ये कलियाँ सही
खूबसूरत बहारों की गलियाँ सही
जिस चमन में तेरे पग में काँटें चुभें
उस चमन से हमें फूल चुनना नहीं
हाँ ये रसमें ये कसमें सभी तोड़ के
तू चली आ चुनर प्यार की ओढ़ के
या चला जाऊंगा मैं ये जग छोड़ के
जिस जगह याद तेरी सताने लगे
उस जगह एक पल भी ठहरना नहीं
दिन ढल जाये
Singer: Mohd. Rafi
दिन ढल जाये हाय, रात ना जाये
तू तो न आए तेरी, याद सताये
प्यार में जिनके, सब जग छोड़ा और हुए बदनाम
उनके ही हाथों हाल हुआ ये, बैठे हैं दिल को थाम
अपने कभी थे, अब हैं पराये
ऐसी ही रिम-झिम, ऐसी फुहारें, ऐसी ही थी बरसात
खुद से जुदा और जग से पराये, हम दोनों थे साथ
फिर से वो सावन, अब क्यूँ न आये
दिल के मेरे, पास हो इतनी, फिर भी हो कितनी दूर
तुम मुझसे मैं दिल से परेशाँ, दोनों हैं मजबूर
ऐसे में किसको, कौन मनाये
दिन ढल जाये हाय, रात ना जाये
तू तो न आए तेरी, याद सताये
प्यार में जिनके, सब जग छोड़ा और हुए बदनाम
उनके ही हाथों हाल हुआ ये, बैठे हैं दिल को थाम
अपने कभी थे, अब हैं पराये
ऐसी ही रिम-झिम, ऐसी फुहारें, ऐसी ही थी बरसात
खुद से जुदा और जग से पराये, हम दोनों थे साथ
फिर से वो सावन, अब क्यूँ न आये
दिल के मेरे, पास हो इतनी, फिर भी हो कितनी दूर
तुम मुझसे मैं दिल से परेशाँ, दोनों हैं मजबूर
ऐसे में किसको, कौन मनाये
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mohd. rafi
मेरा मन तेरा प्यासा
Singer: Mohd. Rafi
मेरा मन तेरा प्यासा
पूरी कब होगी आशा
जब से मैंने देखा तुझे, मेरा दिल नहीं रहा मेरा
दे दे अपना हाथ मेरे हाथों में क्या जाए तेरा
अब तो ना तोड़ो आशा
मेरा मन तेरा प्यासा
जिंदगी है मेरी इक दाँव तू है हार जीत मेरी
एसे वैसे, कैसे भी तू खेल हमसे, जैसी मर्ज़ी तेरी
कितनी है भोली आशा
मेरा मन तेरा प्यासा
पता नहीं कौन हूँ मैं, क्या हूँ और कहाँ मुझे जाना
अपनी वो कहानी, जो अंजानी होके बन गयी फ़साना
जीवन क्या है तमाशा
मेरा मन तेरा प्यासा
मेरा मन तेरा प्यासा
पूरी कब होगी आशा
जब से मैंने देखा तुझे, मेरा दिल नहीं रहा मेरा
दे दे अपना हाथ मेरे हाथों में क्या जाए तेरा
अब तो ना तोड़ो आशा
मेरा मन तेरा प्यासा
जिंदगी है मेरी इक दाँव तू है हार जीत मेरी
एसे वैसे, कैसे भी तू खेल हमसे, जैसी मर्ज़ी तेरी
कितनी है भोली आशा
मेरा मन तेरा प्यासा
पता नहीं कौन हूँ मैं, क्या हूँ और कहाँ मुझे जाना
अपनी वो कहानी, जो अंजानी होके बन गयी फ़साना
जीवन क्या है तमाशा
मेरा मन तेरा प्यासा
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बेवफ़ा यूँ तेरा मुस्कुराना
Singer: Mitali Singh
बेवफ़ा यूँ तेरा मुस्कुराना
याद आने के क़ाबिल नहीं है
इस तरह ज़ुल्म ढाएँ हैं तूने
सर उठाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने खत लिख के उनको बुलाया
आके क़ासिद ने दुखड़ा सुनाया
उनके पैरों में मेहंदी लगी है
आने जाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने फोन करके उनको बुलाया
उनकी मम्मी ने आके उठाया
उनके हाथों में मेहंदी लगी है
फोन उठाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने पूछा के कल शब कहाँ थे
पहले शरमाये फिर हँस के बोले
आप वो बात क्यों पूछते हो
जो बताने के क़ाबिल नहीं है
बेवफ़ा यूँ तेरा मुस्कुराना
याद आने के क़ाबिल नहीं है
इस तरह ज़ुल्म ढाएँ हैं तूने
सर उठाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने खत लिख के उनको बुलाया
आके क़ासिद ने दुखड़ा सुनाया
उनके पैरों में मेहंदी लगी है
आने जाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने फोन करके उनको बुलाया
उनकी मम्मी ने आके उठाया
उनके हाथों में मेहंदी लगी है
फोन उठाने के क़ाबिल नहीं है
मैंने पूछा के कल शब कहाँ थे
पहले शरमाये फिर हँस के बोले
आप वो बात क्यों पूछते हो
जो बताने के क़ाबिल नहीं है
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क्यूँ ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए
Singer: Chitra Singh
क्यूँ ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए
इतने हुए करीब कि हम दूर हो गए
ऐसा नहीं कि हमको कोई भी खुशी नहीं
लेकिन ये ज़िन्दगी तो कोई ज़िन्दगी नहीं
क्यूँ इसके फ़ैसले हमें मंज़ूर हो गए
इतने हुए करीब कि हम दूर हो गए
पाया तुम्हें तो हमको लगा तुमको खो दिया
हम दिल पे रोए और ये दिल हम पे रो दिया
पलकों से ख़्वाब क्यों गिरे क्यों चूर हो गए
इतने हुए करीब कि हम दूर हो गए
क्यूँ ज़िन्दगी की राह में मजबूर हो गए
इतने हुए करीब कि हम दूर हो गए
ऐसा नहीं कि हमको कोई भी खुशी नहीं
लेकिन ये ज़िन्दगी तो कोई ज़िन्दगी नहीं
क्यूँ इसके फ़ैसले हमें मंज़ूर हो गए
इतने हुए करीब कि हम दूर हो गए
पाया तुम्हें तो हमको लगा तुमको खो दिया
हम दिल पे रोए और ये दिल हम पे रो दिया
पलकों से ख़्वाब क्यों गिरे क्यों चूर हो गए
इतने हुए करीब कि हम दूर हो गए
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दिलरुबा मैने तेरे प्यार में
Singer: Mohd. Rafi
दिलरुबा मैने तेरे प्यार में क्या-क्या ना किया
दिल दिया दर्द लिया
कभी फूलों में गुज़ारी कभी काँटों में जिया
दिल दिया दर्द लिया
ज़िन्दगी आज भी है बेखुदी आज भी है
प्यार कहते हैं जिसे वो ख़ुशी आज भी है
मैने दिन-रात मोहब्बत का तेरी जाम पिया
दिल दिया दर्द लिया
क्या कहूँ तेरे लिए मैने आँसू भी पिए
कभी ख़ामोश रहा कभी शिकवे भी किए
कर लिया चाक़ गरेबां कभी दामन को सिया
दिल दिया दर्द लिया
प्यार की जान है तू दिल का अरमान है तू
कौन दुनिया से डरे जब निगेहबान है तू
अपनी कश्ती को सहारे पे तेरे छोड़ दिया
दिल दिया दर्द लिया
दिलरुबा मैने तेरे प्यार में क्या-क्या ना किया
दिल दिया दर्द लिया
कभी फूलों में गुज़ारी कभी काँटों में जिया
दिल दिया दर्द लिया
ज़िन्दगी आज भी है बेखुदी आज भी है
प्यार कहते हैं जिसे वो ख़ुशी आज भी है
मैने दिन-रात मोहब्बत का तेरी जाम पिया
दिल दिया दर्द लिया
क्या कहूँ तेरे लिए मैने आँसू भी पिए
कभी ख़ामोश रहा कभी शिकवे भी किए
कर लिया चाक़ गरेबां कभी दामन को सिया
दिल दिया दर्द लिया
प्यार की जान है तू दिल का अरमान है तू
कौन दुनिया से डरे जब निगेहबान है तू
अपनी कश्ती को सहारे पे तेरे छोड़ दिया
दिल दिया दर्द लिया
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मन क्यों बहका री बहका
Singers: Lata Mangeshkar and Asha Bhosle
मन क्यों बहका री बहका आधी रात को
बेला महका री महका आधी रात को
किसने बँसी बजाई आधी रात को
जिसने पलकें चुराई आधी रात को
झाँझर झमके सुन झमके आधी रात को
उसको टोको न रोको, रोको न टोको
टोको न रोको, आधी रात को
ओ लाज लागे री लागे आधी रात को
बिना सिन्दूर के सोऊँ आधी रात को
मन क्यों बहका री बहका आधी रात को
बेला महका री महका आधी रात को
किसने बँसी बजाई आधी रात को
जिसने पलकें चुराई आधी रात को
झाँझर झमके सुन झमके आधी रात को
उसको टोको न रोको, रोको न टोको
टोको न रोको, आधी रात को
ओ लाज लागे री लागे आधी रात को
बिना सिन्दूर के सोऊँ आधी रात को
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ओ मेरे, दिल के चैन
Singer: Kishore Kumar
ओ मेरे, दिल के चैन
चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये
अपना ही साया देख के तुम जाने जहाँ शरमा गए
अभी तो ये पहली मंज़िल है, तुम तो अभी से घबरा गए
मेरा क्या होगा, सोचो तो ज़रा
हाय ऐसे ना आहें भरा कीजिये
आपका अरमाँ आपका नाम, मेरा तराना और नहीं
इन झुकती पलको के सिवा, दिल का ठिकाना और नहीं
जंचता ही नहीं आँखों में कोई
दिल तुमको ही चाहे तो क्या कीजिये
यूँ तो अकेला भी अक़सर, गिर के संभल सकता हूँ मैं
तुम जो पकड़ लो हाथ मेरा, दुनिया बदल सकता हूँ मैं
मांगा है तुम्हें दुनिया के लिये
अब ख़ुद ही सनम फ़ैसला कीजिये
ओ मेरे, दिल के चैन
चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिये
अपना ही साया देख के तुम जाने जहाँ शरमा गए
अभी तो ये पहली मंज़िल है, तुम तो अभी से घबरा गए
मेरा क्या होगा, सोचो तो ज़रा
हाय ऐसे ना आहें भरा कीजिये
आपका अरमाँ आपका नाम, मेरा तराना और नहीं
इन झुकती पलको के सिवा, दिल का ठिकाना और नहीं
जंचता ही नहीं आँखों में कोई
दिल तुमको ही चाहे तो क्या कीजिये
यूँ तो अकेला भी अक़सर, गिर के संभल सकता हूँ मैं
तुम जो पकड़ लो हाथ मेरा, दुनिया बदल सकता हूँ मैं
मांगा है तुम्हें दुनिया के लिये
अब ख़ुद ही सनम फ़ैसला कीजिये
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ऐ दिल-ए-नादाँ
Singer: Lata Mangeshkar
ऐ दिल-ए-नादाँ, ऐ दिल-ए-नादाँ
आरज़ू क्या है, जुस्तजू क्या है
हम भटकते हैं, क्यों भटकते हैं, दश्त-ओ-सेहरा में
ऐसा लगता है, मौज प्यासी है, अपने दरिया में
कैसी उलझन है, क्यों ये उलझन है
एक साया सा, रूबरू क्या है
क्या क़यामत है, क्या मुसीबत है
कह नहीं सकते, किसका अरमाँ है
ज़िंदगी जैसे, खोयी-खोयी है, हैरां हैरां है
ये ज़मीं चुप है, आसमां चुप है
फिर ये धड़कन सी, चार सू क्या है
ऐसी राहों में, कितने काँटे हैं
आरज़ूओं ने, आरज़ूओं ने
हर किसी दिल को, दर्द बाँटे हैं
कितने घायल हैं, कितने बिस्मिल हैं
इस खुदाई में, एक तू क्या है
एक तू क्या है, एक तू क्या है
ऐ दिल-ए-नादाँ, ऐ दिल-ए-नादाँ
ऐ दिल-ए-नादाँ, ऐ दिल-ए-नादाँ
आरज़ू क्या है, जुस्तजू क्या है
हम भटकते हैं, क्यों भटकते हैं, दश्त-ओ-सेहरा में
ऐसा लगता है, मौज प्यासी है, अपने दरिया में
कैसी उलझन है, क्यों ये उलझन है
एक साया सा, रूबरू क्या है
क्या क़यामत है, क्या मुसीबत है
कह नहीं सकते, किसका अरमाँ है
ज़िंदगी जैसे, खोयी-खोयी है, हैरां हैरां है
ये ज़मीं चुप है, आसमां चुप है
फिर ये धड़कन सी, चार सू क्या है
ऐसी राहों में, कितने काँटे हैं
आरज़ूओं ने, आरज़ूओं ने
हर किसी दिल को, दर्द बाँटे हैं
कितने घायल हैं, कितने बिस्मिल हैं
इस खुदाई में, एक तू क्या है
एक तू क्या है, एक तू क्या है
ऐ दिल-ए-नादाँ, ऐ दिल-ए-नादाँ
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देखो रूठा ना करो
Singers: Lata Mangeshkar and Mohd. Rafi
देखो रूठा ना करो, बात नज़रों की सुनो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
चेहरा तो लाल हुआ, क्या क्या हाल हुआ
इस अदा पर तेरी, मैं तो पामाल हुआ
तुम बिगड़ने जो लगो, और भी हसीन लगो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
जान पर मेरी बनी, आपकी ठहरी हंसी
हाय, मैं जान गई, प्यार की फ़ितनागरी
दिल जलाने के लिये, ठंडी आहें न भरो
देखो रूठा ना करो, बात नज़रों की सुनो
तेरी खुशबू ने मेरे, होश भी छीन लिये
हैं खुशी आज हमें, तेरे पहलू में गिरे
दिल की धड़कन पे ज़रा, फूल सा हाथ रखो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
क्या कहेगा ये समा, इन राहों का धुँआ
लाज आए मुझे, मुझको लाए हो कहाँ
हम तुम्हें मान गए, तुम बड़े वो हो हटो
देखो रूठा ना करो, बात नज़रों की सुनो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
देखो रूठा ना करो, बात नज़रों की सुनो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
चेहरा तो लाल हुआ, क्या क्या हाल हुआ
इस अदा पर तेरी, मैं तो पामाल हुआ
तुम बिगड़ने जो लगो, और भी हसीन लगो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
जान पर मेरी बनी, आपकी ठहरी हंसी
हाय, मैं जान गई, प्यार की फ़ितनागरी
दिल जलाने के लिये, ठंडी आहें न भरो
देखो रूठा ना करो, बात नज़रों की सुनो
तेरी खुशबू ने मेरे, होश भी छीन लिये
हैं खुशी आज हमें, तेरे पहलू में गिरे
दिल की धड़कन पे ज़रा, फूल सा हाथ रखो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
क्या कहेगा ये समा, इन राहों का धुँआ
लाज आए मुझे, मुझको लाए हो कहाँ
हम तुम्हें मान गए, तुम बड़े वो हो हटो
देखो रूठा ना करो, बात नज़रों की सुनो
हम न बोलेंगे कभी, तुम सताया ना करो
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अच्छा जी मैं हारी, चलो मान जाओ ना
Singer: Asha Bhosle and Mohd. Rafi
अच्छा जी मैं हारी, चलो मान जाओ ना
देखी सबकी यारी, मेरा दिल जलाओ ना
छोटे से क़ुसूर पे, ऐसे हो खफ़ा
रूठे तो हुज़ूर थे, मेरी क्या खता
देखो दिल ना तोड़ो
छोड़ो हाथ छोड़ो
देखो दिल न तोड़ो
अरे! छोड़ो हाथ छोड़ो
छोड़ दिया तो हाथ मलोगे समझे?
अजी समझे!
जीवन के ये रास्ते, लम्बे हैं सनम
काटेंगे ये ज़िंदगी, ठोकर खाके हम
ओय! ज़ालिम साथ लेले
अच्छे हम अकेले
ज़ालिम साथ लेले
ए अच्छे हम अकेले
चार कदम भी चल न सकोगे समझे?
हाँ समझे!
जाओ रह सकोगे ना तुम भी चैन से
तुम तो खैर लूटना जीनेके मज़े
क्या करना है जीके
हो रहना किसी के
क्या करना है जीके
अरे, हो रहना किसी के
हम ना रहे तो याद करोगे, समझे?
समझे!
अच्छा जी मैं हारी, चलो मान जाओ ना
देखी सबकी यारी, मेरा दिल जलाओ ना
छोटे से क़ुसूर पे, ऐसे हो खफ़ा
रूठे तो हुज़ूर थे, मेरी क्या खता
देखो दिल ना तोड़ो
छोड़ो हाथ छोड़ो
देखो दिल न तोड़ो
अरे! छोड़ो हाथ छोड़ो
छोड़ दिया तो हाथ मलोगे समझे?
अजी समझे!
जीवन के ये रास्ते, लम्बे हैं सनम
काटेंगे ये ज़िंदगी, ठोकर खाके हम
ओय! ज़ालिम साथ लेले
अच्छे हम अकेले
ज़ालिम साथ लेले
ए अच्छे हम अकेले
चार कदम भी चल न सकोगे समझे?
हाँ समझे!
जाओ रह सकोगे ना तुम भी चैन से
तुम तो खैर लूटना जीनेके मज़े
क्या करना है जीके
हो रहना किसी के
क्या करना है जीके
अरे, हो रहना किसी के
हम ना रहे तो याद करोगे, समझे?
समझे!
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वो हैं ज़रा खफा ख़फा
Singers: Lata Mangeshkar and Mohd. Rafi
वो हैं ज़रा खफा ख़फा
तो नैन यूँ चुराए हैं
के हो हो, हो हो, हो
हंस रही है चांदनी
मचल के रो ना दूँ कहीं
ऐसे कोई रूठता नहीं
ये तेरा ख़याल है
करीब आ मेरे हसीं
मुझको तुझसे कुछ गिला नहीं
बात यूँ बनाए हैं
के हो हो, हो हो, हो
ना बोल दूँ तो क्या करूँ
वो हंस के यूँ बुलाए हैं
के हो हो, हो हो, हो
ऐसे मत सताइए
ज़रा तरस तो खाइए
दिल की धड़कन मत जगाइए
कुछ नहीं कहूँगा मैं
ना अन्खड़ियाँ झुकाइए
सर को काँधे से उठाइये
ऐसे नींद आये है
के हूँ हूँ, हूँ हूँ, हो
वो हैं ज़रा खफा ख़फा
तो नैन यूँ चुराए हैं
के हो हो, हो हो, हो
हंस रही है चांदनी
मचल के रो ना दूँ कहीं
ऐसे कोई रूठता नहीं
ये तेरा ख़याल है
करीब आ मेरे हसीं
मुझको तुझसे कुछ गिला नहीं
बात यूँ बनाए हैं
के हो हो, हो हो, हो
ना बोल दूँ तो क्या करूँ
वो हंस के यूँ बुलाए हैं
के हो हो, हो हो, हो
ऐसे मत सताइए
ज़रा तरस तो खाइए
दिल की धड़कन मत जगाइए
कुछ नहीं कहूँगा मैं
ना अन्खड़ियाँ झुकाइए
सर को काँधे से उठाइये
ऐसे नींद आये है
के हूँ हूँ, हूँ हूँ, हो
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मुझे तेरी मुहब्बत का सहारा मिल गया होता
Singers: Mohd. Rafi and Lata Mangeshkar
दिल शाद था के फूल खिलेंगे बहार में
मारा गया ग़रीब इसी एतबार में
मुझे तेरी मुहब्बत का सहारा मिल गया होता
अगर तूफ़ाँ नहीं आता किनारा मिल गया होता
न था मंज़ूर क़िस्मत को न थी मर्ज़ी बहारों की
नहीं तो इस गुलिस्ताँ में कमी थी क्या नज़ारों की
मेरी नज़रों को भी कोई नज़ारा मिल गया होता
ख़ुशी से अपनी आँखों को मैं अश्क़ों से भिगो लेता
मेरे बदले तू हँस लेती तेरे बदले मैं रो लेता
मुझे ऐ काश तेरा दर्द सारा मिल गया होता
मिली है चाँदनी जिनको ये उनकी अपनी क़िस्मत है
मुझे अपने मुक़द्दर से फ़क़त इतनी शिकायत है
मुझे टूटा हुआ कोई सितारा मिल गया होता
दिल शाद था के फूल खिलेंगे बहार में
मारा गया ग़रीब इसी एतबार में
मुझे तेरी मुहब्बत का सहारा मिल गया होता
अगर तूफ़ाँ नहीं आता किनारा मिल गया होता
न था मंज़ूर क़िस्मत को न थी मर्ज़ी बहारों की
नहीं तो इस गुलिस्ताँ में कमी थी क्या नज़ारों की
मेरी नज़रों को भी कोई नज़ारा मिल गया होता
ख़ुशी से अपनी आँखों को मैं अश्क़ों से भिगो लेता
मेरे बदले तू हँस लेती तेरे बदले मैं रो लेता
मुझे ऐ काश तेरा दर्द सारा मिल गया होता
मिली है चाँदनी जिनको ये उनकी अपनी क़िस्मत है
मुझे अपने मुक़द्दर से फ़क़त इतनी शिकायत है
मुझे टूटा हुआ कोई सितारा मिल गया होता
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ऐ हुस्न-ए-बेपरवाह तुझे
Singer: Ghulam Ali
ऐ हुस्न-ए-बेपरवाह तुझे शबनम कहूँ शोला कहूँ
फूलों में भी शोख़ी तो है किसको मगर तुझसा कहूँ
गेसू उड़े महकी फ़ज़ा जादू करें आँखें तेरी
सोया हुआ मंज़र कहूँ या जागता सपना कहूँ
चंदा की तू है चाँदनी लहरों की तू है रागिनी
जान-ए-तमन्ना मैं तुझे क्या क्या कहूँ क्या ना कहूँ
ऐ हुस्न-ए-बेपरवाह तुझे शबनम कहूँ शोला कहूँ
फूलों में भी शोख़ी तो है किसको मगर तुझसा कहूँ
गेसू उड़े महकी फ़ज़ा जादू करें आँखें तेरी
सोया हुआ मंज़र कहूँ या जागता सपना कहूँ
चंदा की तू है चाँदनी लहरों की तू है रागिनी
जान-ए-तमन्ना मैं तुझे क्या क्या कहूँ क्या ना कहूँ
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अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
Singer: Mohd. Rafi
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
न तो परवाना और न दीवाना, मैं किसी महफ़िल का
सूनी सूनी राहें, थामती हैं बाहें, ग़म किसे मंज़िल का
मैं तो हूँ राही दिल का
जैसे कभी प्यारे झील के किनारे, हंस अकेला निकले
वैसे ही देखोजी, यह मन मौजी, मौजों के सीने पे चले
चाँद सितारों के तले
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
न तो परवाना और न दीवाना, मैं किसी महफ़िल का
सूनी सूनी राहें, थामती हैं बाहें, ग़म किसे मंज़िल का
मैं तो हूँ राही दिल का
जैसे कभी प्यारे झील के किनारे, हंस अकेला निकले
वैसे ही देखोजी, यह मन मौजी, मौजों के सीने पे चले
चाँद सितारों के तले
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मुहब्बत ऐसी धड़कन है, जो समझाई नहीं जाती
Singer: Lata Mangeshkar
इस इंतेज़ार-ए-शौक़ को जलवों की आस है
इक शम्मा जल रही है, सो वो भी उदास है
मुहब्बत ऐसी धड़कन है, जो समझाई नहीं जाती
ज़ुबां पर दिल की बेचैनी, कभी लाई नहीं जाती
चले आओ, चले आओ, तक़ाज़ा है निगाहों का
किसी की आरज़ू ऐसे, तो ठुकराई नहीं जाती
मेरे दिल ने बिछाए हैं सजदे आज राहों में
जो हालत आशिक़ी की है, वो बतलाई नहीं जाती
इस इंतेज़ार-ए-शौक़ को जलवों की आस है
इक शम्मा जल रही है, सो वो भी उदास है
मुहब्बत ऐसी धड़कन है, जो समझाई नहीं जाती
ज़ुबां पर दिल की बेचैनी, कभी लाई नहीं जाती
चले आओ, चले आओ, तक़ाज़ा है निगाहों का
किसी की आरज़ू ऐसे, तो ठुकराई नहीं जाती
मेरे दिल ने बिछाए हैं सजदे आज राहों में
जो हालत आशिक़ी की है, वो बतलाई नहीं जाती
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भरे हैं आँख में आँसू
Singers: Asha Bhosle and Mukesh
भरे हैं आँख में आँसू ख़ुशी ग़म होती जाती है
वो क्या बिछड़े हैं हमसे ज़िन्दगी कम होती जाती है
कहाँ जाएं किधर जाएं निग़ाहों में अंधेरा है
किनारा हाथ आया था कि फिर तूफ़ाँ ने घेरा है
तमन्ना ज़िन्दगी की अब तो दिल में सोती जाती है
मुक़द्दर बन के बिगड़ा है गिला दुनिया से क्या कीजे
हमारा दिल धड़कता है ज़रा आवाज़ तो दीजे
तुम्हारा नाम ले ले कर मोहब्बत रोती जाती है
भरे हैं आँख में आँसू ख़ुशी ग़म होती जाती है
वो क्या बिछड़े हैं हमसे ज़िन्दगी कम होती जाती है
कहाँ जाएं किधर जाएं निग़ाहों में अंधेरा है
किनारा हाथ आया था कि फिर तूफ़ाँ ने घेरा है
तमन्ना ज़िन्दगी की अब तो दिल में सोती जाती है
मुक़द्दर बन के बिगड़ा है गिला दुनिया से क्या कीजे
हमारा दिल धड़कता है ज़रा आवाज़ तो दीजे
तुम्हारा नाम ले ले कर मोहब्बत रोती जाती है
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ये महलों, ये तख्तों, ये ताजों की दुनिया
Singer: Mohd. Rafi
ये महलों, ये तख्तों, ये ताजों की दुनिया
ये इंसान के दुश्मन समाजों की दुनिया
ये दौलत के भूखे रिवाजों की दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
हर इक जिस्म घायल, हर इक रूह प्यासी
निगाहों में उलझन दिलों में उदासी
ये दुनिया है या आलम-ए-बदहवासी
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
यहां इक खिलौना है इंसान की हस्ती
ये बस्ती है मुर्दा-परस्तों की बस्ती
यहां पर तो जीवन से है मौत सस्ती
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
जवानी भटकती है बदकार बनकर
जवां जिस्म सजते हैं बाज़ार बनकर
यहां प्यार होता है व्यापार बनकर
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
ये दुनिया जहां आदमी कुछ नहीं है
वफ़ा कुछ नहीं दोस्ती कुछ नहीं है
जहां प्यार की कद्र ही कुछ नहीं है
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
जला दो इसे फ़ूंक डालो ये दुनिया
मेरे सामने से हटा लो ये दुनिया
तुम्हारी है, तुम ही संभालो ये दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
ये महलों, ये तख्तों, ये ताजों की दुनिया
ये इंसान के दुश्मन समाजों की दुनिया
ये दौलत के भूखे रिवाजों की दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
हर इक जिस्म घायल, हर इक रूह प्यासी
निगाहों में उलझन दिलों में उदासी
ये दुनिया है या आलम-ए-बदहवासी
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
यहां इक खिलौना है इंसान की हस्ती
ये बस्ती है मुर्दा-परस्तों की बस्ती
यहां पर तो जीवन से है मौत सस्ती
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
जवानी भटकती है बदकार बनकर
जवां जिस्म सजते हैं बाज़ार बनकर
यहां प्यार होता है व्यापार बनकर
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
ये दुनिया जहां आदमी कुछ नहीं है
वफ़ा कुछ नहीं दोस्ती कुछ नहीं है
जहां प्यार की कद्र ही कुछ नहीं है
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
जला दो इसे फ़ूंक डालो ये दुनिया
मेरे सामने से हटा लो ये दुनिया
तुम्हारी है, तुम ही संभालो ये दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाये तो क्या है?
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लिखे जो ख़त तुझे
Singer: Mohd. Rafi
लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में
हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए
सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए
जो रात आई तो सितारे बन गए
कोई नग़मा कहीं गूँजा, कहा दिल ने ये तू आई
कहीं चटकी कली कोई, मैं ये समझा तू शरमाई
कोई ख़ुशबू कहीं बिखरी, लगा ये ज़ुल्फ़ लहराई
फ़िज़ा रंगीँ अदा रंगीँ, ये इठलाना ये शरमाना
ये अंगड़ाई ये तनहाई, ये तरसा कर चले जाना
बना देगा नहीं किसको, जवां जादू ये दीवाना
जहाँ तू है वहाँ मैं हूँ, मेरे दिल की तू धड़कन है
मुसाफ़िर मैं तू मंज़िल है, मैं प्यासा हूँ तू सावन है
मेरी दुनिया ये नज़रें हैं, मेरी जन्नत ये दामन है
लिखे जो ख़त तुझे वो तेरी याद में
हज़ारों रंग के नज़ारे बन गए
सवेरा जब हुआ तो फूल बन गए
जो रात आई तो सितारे बन गए
कोई नग़मा कहीं गूँजा, कहा दिल ने ये तू आई
कहीं चटकी कली कोई, मैं ये समझा तू शरमाई
कोई ख़ुशबू कहीं बिखरी, लगा ये ज़ुल्फ़ लहराई
फ़िज़ा रंगीँ अदा रंगीँ, ये इठलाना ये शरमाना
ये अंगड़ाई ये तनहाई, ये तरसा कर चले जाना
बना देगा नहीं किसको, जवां जादू ये दीवाना
जहाँ तू है वहाँ मैं हूँ, मेरे दिल की तू धड़कन है
मुसाफ़िर मैं तू मंज़िल है, मैं प्यासा हूँ तू सावन है
मेरी दुनिया ये नज़रें हैं, मेरी जन्नत ये दामन है
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तेरी बिंदिया रे
Singers: Lata Mangeshkar and Mohd. Rafi
तेरी बिंदिया रे, आय हाय, तेरी बिंदिया रे
सजन बिंदिया ले लेगी तेरी निंदिया
रे आय हाय, तेरी बिंदिया रे
तेरे माथे लगे हैं यूँ, जैसे चंदा तारा
जिया में चमके कभी कभी तो, जैसे कोई अंगारा
सजन निंदिया ले लेगी, ले लेगी, ले लेगी, मेरी बिंदिया
रे आय हाय, तेरा झुमका रे
चैन लेने ना देगा सजन तुमका
रे आय हाय मेरा झुमका रे
मेरा गहना बलम तू, तोसे सजके डोलूं
भटकते हैं तेरे ही नैना, मैं तो कुछ ना बोलूं
तो फिर ये क्या बोले है, बोले है, बोले है, तेरा कंगना
रे आय हाय, मेरा कंगना रे
बोले रे अब तो छूटेना तेरा अंगना
रे आय हाय, तेरा कंगना रे
तू आयी है सजनिया, जब से मेरी बनके
ठुमक ठुमक चले है जब तू, मेरी नस नस खनके
सजन अब तो, छूटेना, छूटेना, छूटेना, तेरा अंगना
रे आय हाय, तेरा कंगना रे
सजन अब तो छूटेना तेरा अंगना
रे आय हाय, तेरा अंगना रे
तेरी बिंदिया रे, आय हाय, तेरी बिंदिया रे
सजन बिंदिया ले लेगी तेरी निंदिया
रे आय हाय, तेरी बिंदिया रे
तेरे माथे लगे हैं यूँ, जैसे चंदा तारा
जिया में चमके कभी कभी तो, जैसे कोई अंगारा
सजन निंदिया ले लेगी, ले लेगी, ले लेगी, मेरी बिंदिया
रे आय हाय, तेरा झुमका रे
चैन लेने ना देगा सजन तुमका
रे आय हाय मेरा झुमका रे
मेरा गहना बलम तू, तोसे सजके डोलूं
भटकते हैं तेरे ही नैना, मैं तो कुछ ना बोलूं
तो फिर ये क्या बोले है, बोले है, बोले है, तेरा कंगना
रे आय हाय, मेरा कंगना रे
बोले रे अब तो छूटेना तेरा अंगना
रे आय हाय, तेरा कंगना रे
तू आयी है सजनिया, जब से मेरी बनके
ठुमक ठुमक चले है जब तू, मेरी नस नस खनके
सजन अब तो, छूटेना, छूटेना, छूटेना, तेरा अंगना
रे आय हाय, तेरा कंगना रे
सजन अब तो छूटेना तेरा अंगना
रे आय हाय, तेरा अंगना रे
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तेरे बिना ज़िंदगी से कोई
Singers: Lata Mangeshkar and Kishore Kumar
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं
काश ऐसा हो तेरे कदमों पे चुन के मंज़िल चलें, और कहीं दूर कहीं
तुम गर साथ हो मंज़िलों की कमी तो नहीं
जी में आता है तेरे दामन में सर छुपा के हम, रोते रहें रोते रहें
तेरी भी आँखों में आँसुओं की नमी तो नहीं
तुम जो कह दो तो आज की रात चांद डूबेगा नहीं, रात को रोक लो
रात की बात है और ज़िंदगी बाकी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं
काश ऐसा हो तेरे कदमों पे चुन के मंज़िल चलें, और कहीं दूर कहीं
तुम गर साथ हो मंज़िलों की कमी तो नहीं
जी में आता है तेरे दामन में सर छुपा के हम, रोते रहें रोते रहें
तेरी भी आँखों में आँसुओं की नमी तो नहीं
तुम जो कह दो तो आज की रात चांद डूबेगा नहीं, रात को रोक लो
रात की बात है और ज़िंदगी बाकी तो नहीं
हमें और जीने की चाहत ना होती
Singer: Lata Mangeshkar
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
तुम्हें क्या बताऊं के तुम मेरे क्या हो
मेरी ज़िंदगी का तुम ही आसरा हो
मैं आशा की लड़ियाँ, ना रह रह पिरोती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
हर इक ग़म तुम्हारा सहेंगे खुशी से
करेंगे ना शिकवा कभी भी किसी से
जहाँ मुझ पे हँस्ता, खुशी मुझ पे रोती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
हमें और जीने की चाहत ना होती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
तुम्हें क्या बताऊं के तुम मेरे क्या हो
मेरी ज़िंदगी का तुम ही आसरा हो
मैं आशा की लड़ियाँ, ना रह रह पिरोती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
हर इक ग़म तुम्हारा सहेंगे खुशी से
करेंगे ना शिकवा कभी भी किसी से
जहाँ मुझ पे हँस्ता, खुशी मुझ पे रोती
अगर तुम ना होते, अगर तुम ना होते
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दिल लगाकर हम ये समझे
Singer: Asha Bhosle
दिल लगाकर हम ये समझे ज़िंदगी क्या चीज़ है
इश्क़ कहतें हैं किसे और आशिक़ी क्या चीज़ है
बाद मुद्दत के मिले तो इस तरह देखा इधर
जिस तरह एक अजनबी पर अजनबी डाले नज़र
आपने ये भी न सोचा दोस्ती क्या चीज़ है
पहले-पहले आप ही अपना बना बैठे हमें
फिर न जाने किस लिए दिल से भुला बैठे हमें
अब हुआ मालूम हमको बेरुख़ी क्या चीज़ है
दिल लगाकर हम ये समझे ज़िंदगी क्या चीज़ है
इश्क़ कहतें हैं किसे और आशिक़ी क्या चीज़ है
बाद मुद्दत के मिले तो इस तरह देखा इधर
जिस तरह एक अजनबी पर अजनबी डाले नज़र
आपने ये भी न सोचा दोस्ती क्या चीज़ है
पहले-पहले आप ही अपना बना बैठे हमें
फिर न जाने किस लिए दिल से भुला बैठे हमें
अब हुआ मालूम हमको बेरुख़ी क्या चीज़ है
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वो नही मिला तो मलाल क्या
Singer: Jagjit Singh
वो नहीं मिला तो मलाल क्या, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
उसे याद करके ना दिल दुखा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
ना गिला किया ना ख़फा हुए, यूँ ही रास्ते में जुदा हुए
ना तू बेवफा ना मैं बेवफा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
तुझे एतबार-ओ-य़कीन नहीं, नहीं दुनिया इतनी बुरी नहीं
ना मलाल कर, मेरे साथ आ, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
वो वफाऐं थीं कि जफाऐं थीं, ये ना सोच किस की खताऐं थीं
वो तेरा है, उसको गले लगा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
वो नहीं मिला तो मलाल क्या, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
उसे याद करके ना दिल दुखा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
ना गिला किया ना ख़फा हुए, यूँ ही रास्ते में जुदा हुए
ना तू बेवफा ना मैं बेवफा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
तुझे एतबार-ओ-य़कीन नहीं, नहीं दुनिया इतनी बुरी नहीं
ना मलाल कर, मेरे साथ आ, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
वो वफाऐं थीं कि जफाऐं थीं, ये ना सोच किस की खताऐं थीं
वो तेरा है, उसको गले लगा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
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आज जाने की ज़िद ना करो
Singer: Farida Khanum
आज जाने की ज़िद ना करो
यूँ ही पेहलु में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद न करो
हाय मर जायेंगे, हम तो लुट जायेंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
तुम ही सोचो ज़रा, क्यों ना रोके तुम्हें
जान जाती है, जब उठ के जाते हो तुम
तुमको अपनी कसम जान-ए-जां
बात इतनी मेरी मान लो
आज जाने की ज़िद ना करो
वक़्त की क़ैद में ज़िन्दगी है मगर
चन्द घड़ियाँ यही हैं जो आज़ाद हैं
इनको खोकर मेरे जान-ए-जां
उम्र भर ना तरसते रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
कितना मासूम और रंगीन है ये समा
हुस्न और इश्क की आज मेराज है
कल की किस को खबर जान-ए-जां
रोक लो आज की रात को
आज जाने की ज़िद ना करो
यूँ ही पेहलु में बैठे रहो (२)
आज जाने की ज़िद ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
यूँ ही पेहलु में बैठे रहो
आज जाने की ज़िद न करो
हाय मर जायेंगे, हम तो लुट जायेंगे
ऐसी बातें किया ना करो
आज जाने की ज़िद ना करो
तुम ही सोचो ज़रा, क्यों ना रोके तुम्हें
जान जाती है, जब उठ के जाते हो तुम
तुमको अपनी कसम जान-ए-जां
बात इतनी मेरी मान लो
आज जाने की ज़िद ना करो
वक़्त की क़ैद में ज़िन्दगी है मगर
चन्द घड़ियाँ यही हैं जो आज़ाद हैं
इनको खोकर मेरे जान-ए-जां
उम्र भर ना तरसते रहो
आज जाने की ज़िद ना करो
कितना मासूम और रंगीन है ये समा
हुस्न और इश्क की आज मेराज है
कल की किस को खबर जान-ए-जां
रोक लो आज की रात को
आज जाने की ज़िद ना करो
यूँ ही पेहलु में बैठे रहो (२)
आज जाने की ज़िद ना करो
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ghazals
गुम है किसी के प्यार में
Singers: Kishore Kumar and Lata Mangeshkar
गुम है किसी के प्यार में, दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊँ, मैं उसका नाम
हाय राम, हाय राम
सोचा है एक दिन मैं उससे मिलके
कह डालूँ अपने सब हाल दिल के
और कर दूँ जीवन उसके हवाले
फिर छोड़ दे चाहे अपना बना ले
में तो उसका रे हुआ दीवाना
अब तो जैसा भी मेरा हो अंजाम
चाहा है तुमने जिस बावरी को
वो भी सजनवा चाहे तुम्हीं को
नैना उठाए तो प्यार समझो
पलकें झुका दे तो इक़रार समझो
रखती है कब से छुपा छुपा के
क्या?
अपने होंठों में पिया तेरा नाम
गुम है किसी के प्यार में, दिल सुबह शाम
पर तुम्हें लिख नहीं पाऊँ, मैं उसका नाम
हाय राम, हाय राम
सोचा है एक दिन मैं उससे मिलके
कह डालूँ अपने सब हाल दिल के
और कर दूँ जीवन उसके हवाले
फिर छोड़ दे चाहे अपना बना ले
में तो उसका रे हुआ दीवाना
अब तो जैसा भी मेरा हो अंजाम
चाहा है तुमने जिस बावरी को
वो भी सजनवा चाहे तुम्हीं को
नैना उठाए तो प्यार समझो
पलकें झुका दे तो इक़रार समझो
रखती है कब से छुपा छुपा के
क्या?
अपने होंठों में पिया तेरा नाम
ज़िंदगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मक़ाम
Singer: Kishore Kumar
ज़िंदगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मक़ाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
फूल खिलते हैं लोग मिलते हैं
फूल खिलते हैं लोग मिलते हैं मगर
पतझड़ में जो फूल मुरझा जाते हैं
वो बहारों के आने से खिलते नहीं
कुछ लोग इक रोज़ जो बिछड़ जाते हैं
वो हज़ारों के आने से मिलते नहीं
उम्र भर चाहे कोई पुकारा करे उनका नाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
आँख धोखा है क्या भरोसा है
आँख धोख है क्या भरोसा है सुनो
दोस्तों शक़ दोस्ती का दुश्मन है
अपने दिल में इसे घर बनाने न दो
कल तड़पना पड़े याद में जिनकी
रोक लो रूठ कर उनको जाने न दो
बाद में प्यार के चाहे भेजो हज़ारों सलाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
सुबह आती है शाम जाती है
सुबह आती है शाम जाती है यूँही
वक़्त चलता ही रहता है रुकता नहीं
एक पल में ये आगे निकल जाता है
आदमी ठीक से देख पाता नहीं
और परदे पे मंज़र बदल जाता है
एक बार चले जाते हैं जो दिन-रात सुबह-ओ-शाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
ज़िंदगी के सफ़र में गुज़र जाते हैं जो मक़ाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
फूल खिलते हैं लोग मिलते हैं
फूल खिलते हैं लोग मिलते हैं मगर
पतझड़ में जो फूल मुरझा जाते हैं
वो बहारों के आने से खिलते नहीं
कुछ लोग इक रोज़ जो बिछड़ जाते हैं
वो हज़ारों के आने से मिलते नहीं
उम्र भर चाहे कोई पुकारा करे उनका नाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
आँख धोखा है क्या भरोसा है
आँख धोख है क्या भरोसा है सुनो
दोस्तों शक़ दोस्ती का दुश्मन है
अपने दिल में इसे घर बनाने न दो
कल तड़पना पड़े याद में जिनकी
रोक लो रूठ कर उनको जाने न दो
बाद में प्यार के चाहे भेजो हज़ारों सलाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
सुबह आती है शाम जाती है
सुबह आती है शाम जाती है यूँही
वक़्त चलता ही रहता है रुकता नहीं
एक पल में ये आगे निकल जाता है
आदमी ठीक से देख पाता नहीं
और परदे पे मंज़र बदल जाता है
एक बार चले जाते हैं जो दिन-रात सुबह-ओ-शाम
वो फिर नहीं आते वो फिर नहीं आते
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दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया
Singer: Lata Mangeshkar
दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया
हमें आप से भी जुदा कर चले
जबीं सजदा करते ही करते गई
हक़-ए-बंदगी हम अदा कर चले
परस्तिश की याँ तक कि ऐ बुत तुझे
नज़र में सभों की ख़ुदा कर चले
बहुत आरज़ू थी गली की तेरी
सो याँ से लहू में नहा कर चले
दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया
हमें आप से भी जुदा कर चले
जबीं सजदा करते ही करते गई
हक़-ए-बंदगी हम अदा कर चले
परस्तिश की याँ तक कि ऐ बुत तुझे
नज़र में सभों की ख़ुदा कर चले
बहुत आरज़ू थी गली की तेरी
सो याँ से लहू में नहा कर चले
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कहाँ तक ये मन को अंधेरे छलेंगे
Singer: Kishore Kumar
कहाँ तक ये मन को अंधेरे छलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
कभी सुख कभी दुख यही ज़िंदगी हैं
ये पतझड़ का मौसम घड़ी दो घड़ी हैं
नये फूल कल फिर डगर में खिलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
भले तेज़ कितना हवा का हो झोंका
मगर अपने मन में तू रख ये भरोसा
जो बिछड़े सफ़र में तुझे फिर मिलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
कहे कोई कुछ भी मगर सच यही है
लहर प्यार की जो कहीं उठ रही है
उसे एक दिन तो किनारे मिलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
कहाँ तक ये मन को अंधेरे छलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
कभी सुख कभी दुख यही ज़िंदगी हैं
ये पतझड़ का मौसम घड़ी दो घड़ी हैं
नये फूल कल फिर डगर में खिलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
भले तेज़ कितना हवा का हो झोंका
मगर अपने मन में तू रख ये भरोसा
जो बिछड़े सफ़र में तुझे फिर मिलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
कहे कोई कुछ भी मगर सच यही है
लहर प्यार की जो कहीं उठ रही है
उसे एक दिन तो किनारे मिलेंगे
उदासी भरे दिन कभी तो ढलेंगे
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kishore kumar
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए
Singer: Lata Mangeshkar
कहाँ चला ऐ मेरे जोगी
जीवन से तू भाग के
किसी एक दिल के कारण
यूँ सारी दुनिया त्याग के
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए
ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए
प्यार से भी ज़रूरी कई काम हैं
प्यार सब कुछ नहीं ज़िंदगी के लिए
तन से तन का मिलन हो न पाया तो क्या
मन से मन का मिलन कोई कम तो नहीं
ख़ुशबू आती रहे दूर ही से सही
सामने हो चमन कोई कम तो नहीं
चाँद मिलता नहीं सबको संसार में
है दीया ही बहुत रोशनी के लिए
कितनी हसरत से तकती हैं कलियाँ तुम्हें
क्यूँ बहारों को फिर से बुलाते नहीं
एक दुनिया उजड़ ही गई है तो क्या
दूसरा तुम जहाँ क्यूँ बसाते नहीं
दिल ना चाहे भी तो साथ संसार के
चलना पड़ता है सब की खुशी के लिए
कहाँ चला ऐ मेरे जोगी
जीवन से तू भाग के
किसी एक दिल के कारण
यूँ सारी दुनिया त्याग के
छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए
ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए
प्यार से भी ज़रूरी कई काम हैं
प्यार सब कुछ नहीं ज़िंदगी के लिए
तन से तन का मिलन हो न पाया तो क्या
मन से मन का मिलन कोई कम तो नहीं
ख़ुशबू आती रहे दूर ही से सही
सामने हो चमन कोई कम तो नहीं
चाँद मिलता नहीं सबको संसार में
है दीया ही बहुत रोशनी के लिए
कितनी हसरत से तकती हैं कलियाँ तुम्हें
क्यूँ बहारों को फिर से बुलाते नहीं
एक दुनिया उजड़ ही गई है तो क्या
दूसरा तुम जहाँ क्यूँ बसाते नहीं
दिल ना चाहे भी तो साथ संसार के
चलना पड़ता है सब की खुशी के लिए
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lata mangeshkar
सिमटी हुई ये घड़ियाँ
Singers: Lata Mangeshkar and Mohd. Rafi
सिमटी हुई ये घड़ियाँ
फिर से न बिखर जायेँ
इस रात में जी लें हम
इस रात में मर जायेँ
अब सुबहा न आ पाये
आओ ये दुआ माँगें
इस रात के हर पल से
रातें ही उभर जायेँ
हालात के तीरों से
छलनी हैं बदन अपने
पास आओ के सीनों के
कुछ ज़ख़्म तो भर जायेँ
आगे भी अंधेरा है
पीछे भी अंधेरा है
अपनी हैं वोही साँसें
जो साथ गुज़र जायेँ
सिमटी हुई ये घड़ियाँ
फिर से न बिखर जायेँ
इस रात में जी लें हम
इस रात में मर जायेँ
अब सुबहा न आ पाये
आओ ये दुआ माँगें
इस रात के हर पल से
रातें ही उभर जायेँ
हालात के तीरों से
छलनी हैं बदन अपने
पास आओ के सीनों के
कुछ ज़ख़्म तो भर जायेँ
आगे भी अंधेरा है
पीछे भी अंधेरा है
अपनी हैं वोही साँसें
जो साथ गुज़र जायेँ
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mohd. rafi
आज मौसम बड़ा बेईमान है
Singer: Mohd. Rafi
आज मौसम बड़ा बेईमान है
बड़ा बेईमान है आज मौसम
आने वाला कोई तूफ़ान है
कोई तूफ़ान है आज मौसम
काली-काली घटा डर रही है
ठंडी आहें हवा भर रही है
सबको क्या-क्या गुमाँ हो रहे हैं
हर कली हम पे शक कर रही है
फूलों का दिल भी कुछ बदगुमान है
ऐ मेरे यार ऐ हुस्न वाले
दिल किया मैंने तेरे हवाले
तेरी मर्ज़ी पे अब बात ठहरी
जीने दे चाहे तू मार डाले
तेरे हाथों में अब मेरी जान है
आज मौसम बड़ा बेईमान है
बड़ा बेईमान है आज मौसम
आने वाला कोई तूफ़ान है
कोई तूफ़ान है आज मौसम
काली-काली घटा डर रही है
ठंडी आहें हवा भर रही है
सबको क्या-क्या गुमाँ हो रहे हैं
हर कली हम पे शक कर रही है
फूलों का दिल भी कुछ बदगुमान है
ऐ मेरे यार ऐ हुस्न वाले
दिल किया मैंने तेरे हवाले
तेरी मर्ज़ी पे अब बात ठहरी
जीने दे चाहे तू मार डाले
तेरे हाथों में अब मेरी जान है
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mohd. rafi
तुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है तुमको
Singers: Sudha Malhotra and Mukesh
तुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है तुमको
मेरी बात और है मैंने तो मुहब्बत की है
मेरे दिल की मेरे जज़बात की क़ीमत क्या है
उलझे-उलझे से ख़्यालात की क़ीमत क्या है
मैंने क्यूं प्यार किया तुमने न क्यूं प्यार किया
इन परेशान सवालात की कीमत क्या है
तुम जो ये भी न बताओ तो ये हक़ है तुमको
मेरी बात और है मैंने तो मुहब्बत की है
ज़िन्दगी सिर्फ़ मुहब्बत नहीं कुछ और भी है
ज़ुल्फ़-ओ-रुख़सार की जन्नत नहीं कुछ और भी है
भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में
इश्क़ ही एक हक़ीकत नहीं कुछ और भी है
तुम अगर आँख चुराओ तो ये हक़ है तुमको
मैंने तुमसे ही नहीं सबसे मुहब्बत की है
तुमको दुनिया के ग़म-ओ-दर्द से फ़ुरसत ना सही
सबसे उलफ़त सही मुझसे ही मुहब्बत ना सही
मैं तुम्हारी हूँ यही मेरे लिये क्या कम है
तुम मेरे होके रहो ये मेरी क़िस्मत ना सही
और भी दिल को जलाओ तो ये हक़ है तुमको
मेरी बात और है मैंने तो मुहब्बत की है
तुम मुझे भूल भी जाओ तो ये हक़ है तुमको
मेरी बात और है मैंने तो मुहब्बत की है
मेरे दिल की मेरे जज़बात की क़ीमत क्या है
उलझे-उलझे से ख़्यालात की क़ीमत क्या है
मैंने क्यूं प्यार किया तुमने न क्यूं प्यार किया
इन परेशान सवालात की कीमत क्या है
तुम जो ये भी न बताओ तो ये हक़ है तुमको
मेरी बात और है मैंने तो मुहब्बत की है
ज़िन्दगी सिर्फ़ मुहब्बत नहीं कुछ और भी है
ज़ुल्फ़-ओ-रुख़सार की जन्नत नहीं कुछ और भी है
भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में
इश्क़ ही एक हक़ीकत नहीं कुछ और भी है
तुम अगर आँख चुराओ तो ये हक़ है तुमको
मैंने तुमसे ही नहीं सबसे मुहब्बत की है
तुमको दुनिया के ग़म-ओ-दर्द से फ़ुरसत ना सही
सबसे उलफ़त सही मुझसे ही मुहब्बत ना सही
मैं तुम्हारी हूँ यही मेरे लिये क्या कम है
तुम मेरे होके रहो ये मेरी क़िस्मत ना सही
और भी दिल को जलाओ तो ये हक़ है तुमको
मेरी बात और है मैंने तो मुहब्बत की है
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तेरी चमकती आँखों के आगे
Singers: Lata Mangeshkar and Talat Mahmood
तेरी चमकती आँखों के आगे ये सितारे कुछ भी नहीं
तू जो बढ़ा दे हाथ ज़रा दुनिया के सहारे कुछ भी नहीं
मान लिया दिलकश हैं बहुत ये रात हसीँ ये चाँद जवाँ
बात जो देखी है तुझ में नज़ारों में वो बात कहाँ
सामने मेरे तू हो अगर दुनिया के नज़ारे कुछ भी नहीं
साथ है मेरे तू जब तक रोशन है जीवन की राहें
क्यूँ हो मुझे मंज़िल का ग़म पतवार हैं जब तेरी बाहें
मांझी है गर तू नैय्या का तूफ़ान के धारे कुछ भी नहीं
बाँध लिया बंधन में तुम्हें बस में कर लिया बहारों को
है ये वो बंधन जो कर दे आज़ाद ग़मों के मारों को
प्यार की तेरे छाँव मिले तो ग़म के शरारे कुछ भी नहीं
तेरी चमकती आँखों के आगे ये सितारे कुछ भी नहीं
तू जो बढ़ा दे हाथ ज़रा दुनिया के सहारे कुछ भी नहीं
मान लिया दिलकश हैं बहुत ये रात हसीँ ये चाँद जवाँ
बात जो देखी है तुझ में नज़ारों में वो बात कहाँ
सामने मेरे तू हो अगर दुनिया के नज़ारे कुछ भी नहीं
साथ है मेरे तू जब तक रोशन है जीवन की राहें
क्यूँ हो मुझे मंज़िल का ग़म पतवार हैं जब तेरी बाहें
मांझी है गर तू नैय्या का तूफ़ान के धारे कुछ भी नहीं
बाँध लिया बंधन में तुम्हें बस में कर लिया बहारों को
है ये वो बंधन जो कर दे आज़ाद ग़मों के मारों को
प्यार की तेरे छाँव मिले तो ग़म के शरारे कुछ भी नहीं
फिर तेरी कहानी याद आई
Singer: Lata Mangeshkar
फिर तेरी कहानी याद आई फिर तेरा फ़साना याद आया
फिर आज हमारी आँखों को एक ख़्वाब पुराना याद आया
जलते हैं चिरागों की सूरत हर शाम तेरी हम यादों में
जब सुबह को शबनम रोती है खो जाते हैं हम फ़रियादों में
जब दिल ने कोई आवाज़ सुनी तेरा ही तराना याद आया
शायद कभी मिलना हो जाए बैठें हैं इसी अरमान में हम
तूने तो किनारे पा ही लिये उलझे हैं मगर तूफ़ान में हम
ऐ जान-ए-वफ़ा फिर आज हमें पिछला वो ज़माना याद आया
फिर तेरी कहानी याद आई फिर तेरा फ़साना याद आया
फिर आज हमारी आँखों को एक ख़्वाब पुराना याद आया
जलते हैं चिरागों की सूरत हर शाम तेरी हम यादों में
जब सुबह को शबनम रोती है खो जाते हैं हम फ़रियादों में
जब दिल ने कोई आवाज़ सुनी तेरा ही तराना याद आया
शायद कभी मिलना हो जाए बैठें हैं इसी अरमान में हम
तूने तो किनारे पा ही लिये उलझे हैं मगर तूफ़ान में हम
ऐ जान-ए-वफ़ा फिर आज हमें पिछला वो ज़माना याद आया
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ज़रा सी आहट होती है तो दिल सोचता है
Singer: Lata Mangeshkar
ज़रा सी आहट होती है तो दिल सोचता है
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
छुप के सीने में कोई जैसे सदा देता है
शाम से पहले दिया दिल का जला देता है
है उसी की ये सदा है उसी की ये अदा
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
शक्ल फिरती है निगाहों में वो ही प्यारी सी
मेरी नस-नस में मचलने लगी चिंगारी सी
छू गई जिस्म मेरा किसके दामन की हवा
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
ज़रा सी आहट होती है तो दिल सोचता है
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
छुप के सीने में कोई जैसे सदा देता है
शाम से पहले दिया दिल का जला देता है
है उसी की ये सदा है उसी की ये अदा
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
शक्ल फिरती है निगाहों में वो ही प्यारी सी
मेरी नस-नस में मचलने लगी चिंगारी सी
छू गई जिस्म मेरा किसके दामन की हवा
कहीं ये वो तो नहीं, कहीं ये वो तो नहीं
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lata mangeshkar
चैन से हमको कभी आपने जीने ना दिया
Singer: Asha Bhosle
चैन से हमको कभी आपने जीने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
चांद के रथ में रात की दुल्हन जब जब आएगी
याद हमारी आपके दिल को तड़पा जाएगी
आपने जो है दिया वो तो किसीने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
आपका ग़म जो इस दिल में दिन-रात अगर होगा
सोचके ये दम घुटता है फिर कैसे गुज़र होगा
काश ना होती अपनी जुदाई मौत ही आ जाती
कोई बहाने चैन हमारी रूह तो पा जाती
इक पल हँसना कभी दिल की लगी ने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
चैन से हमको कभी आपने जीने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
चांद के रथ में रात की दुल्हन जब जब आएगी
याद हमारी आपके दिल को तड़पा जाएगी
आपने जो है दिया वो तो किसीने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
आपका ग़म जो इस दिल में दिन-रात अगर होगा
सोचके ये दम घुटता है फिर कैसे गुज़र होगा
काश ना होती अपनी जुदाई मौत ही आ जाती
कोई बहाने चैन हमारी रूह तो पा जाती
इक पल हँसना कभी दिल की लगी ने ना दिया
ज़हर भी चाहा अगर पीना तो पीने ना दिया
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प्यार का दर्द है मीठा-मीठा प्यारा-प्यारा
Singers: Kishore Kumar and Asha Bhosle
प्यार का दर्द है
मीठा-मीठा प्यारा-प्यारा
ये हसीं दर्द ही
दो दिलों का है सहारा
थोड़ा-थोड़ा चैन भी है
थोड़ी-थोड़ी बेक़रारी
और भी हो प्यार जवाँ
आरज़ू है ये हमारी
ये मिलन हो दोबारा
मुझे मिला प्यार तेरा
तुझे मेरी चाह मिली
नये-नये सपनों की
हमें नई राह मिली
एक अरमाँ हमारा
रोज़ हमें मिल के भी
मिलने की आस रहे
रोज़ मिटे प्यास कोई
और कोई प्यास रहे
दिल दिवाना पुकारा
प्यार का दर्द है
मीठा-मीठा प्यारा-प्यारा
ये हसीं दर्द ही
दो दिलों का है सहारा
थोड़ा-थोड़ा चैन भी है
थोड़ी-थोड़ी बेक़रारी
और भी हो प्यार जवाँ
आरज़ू है ये हमारी
ये मिलन हो दोबारा
मुझे मिला प्यार तेरा
तुझे मेरी चाह मिली
नये-नये सपनों की
हमें नई राह मिली
एक अरमाँ हमारा
रोज़ हमें मिल के भी
मिलने की आस रहे
रोज़ मिटे प्यास कोई
और कोई प्यास रहे
दिल दिवाना पुकारा
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सुहानी रात ढल चुकी
Singer: Mohd. Rafi
सुहानी रात ढल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
जहाँ की रुत बदल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
नज़ारे अपनी मस्तियां
दिखा दिखा के सो गये
सितारे अपनी रौशनी
लुटा लुटा के सो गये
हर एक शम्मा जल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
तड़प रहे हैं हम यहाँ
तुम्हारे इंतज़ार में
खिज़ा का रंग आ चला है
मौसम-ए-बहार में
हवा भी रुख बदल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
सुहानी रात ढल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
जहाँ की रुत बदल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
नज़ारे अपनी मस्तियां
दिखा दिखा के सो गये
सितारे अपनी रौशनी
लुटा लुटा के सो गये
हर एक शम्मा जल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
तड़प रहे हैं हम यहाँ
तुम्हारे इंतज़ार में
खिज़ा का रंग आ चला है
मौसम-ए-बहार में
हवा भी रुख बदल चुकी
ना जाने तुम कब आओगे
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हम इंतज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक
Singers: Mohd. Rafi and Asha Bhosle
हम इंतज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक
ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए
ये इंतज़ार भी इक इम्तिहान होता है
इसीसे इश्क़ का शोला जवान होता है
ये इंतज़ार सलामत हो और तू आए
बिछाए शौक़ से सजदे वफ़ा की राहों में
खड़े हैं दीप की हसरत लिए निगाहों में
क़बूल दिल की इबादत हो और तू आए
वो ख़ुशनसीब है जिसको तू इंतख़ाब करे
ख़ुदा हमारी मोहब्बत को क़ामयाब करे
जवां सितारा-ए-क़िस्मत हो और तू आए
हम इंतज़ार करेंगे तेरा क़यामत तक
ख़ुदा करे कि क़यामत हो और तू आए
ये इंतज़ार भी इक इम्तिहान होता है
इसीसे इश्क़ का शोला जवान होता है
ये इंतज़ार सलामत हो और तू आए
बिछाए शौक़ से सजदे वफ़ा की राहों में
खड़े हैं दीप की हसरत लिए निगाहों में
क़बूल दिल की इबादत हो और तू आए
वो ख़ुशनसीब है जिसको तू इंतख़ाब करे
ख़ुदा हमारी मोहब्बत को क़ामयाब करे
जवां सितारा-ए-क़िस्मत हो और तू आए
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mohd. rafi
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ न दे
Singer: Mohd. Rafi
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ न दे
दर्द में डूबे गीत न दे ग़म का सिसकता साज़ न दे
बीते दिनों की याद थी जिनमें मैं वो तराने भूल चुका
आज नई मंज़िल है मेरी कल के ठिकाने भूल चुका
न वो दिल न सनम न वो दीन-धरम
अब दूर हूँ सारे गुनाहों से
टूट चुके सब प्यार के बंधन आज कोई ज़ंजीर नहीं
शीशा-ए-दिल में अरमानों की आज कोई तस्वीर नहीं
अब शाद हूँ मैं आज़ाद हूँ मैं
कुछ काम नहीं है आहों से
जीवन बदला दुनिया बदली मन को अनोखा ज्ञान मिला
आज मुझे अपने ही दिल में एक नया इंसान मिला
पहुँचा हूँ वहाँ नहीं दूर जहाँ
भगवान भी मेरी निगाहों से
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ न दे
दर्द में डूबे गीत न दे ग़म का सिसकता साज़ न दे
बीते दिनों की याद थी जिनमें मैं वो तराने भूल चुका
आज नई मंज़िल है मेरी कल के ठिकाने भूल चुका
न वो दिल न सनम न वो दीन-धरम
अब दूर हूँ सारे गुनाहों से
टूट चुके सब प्यार के बंधन आज कोई ज़ंजीर नहीं
शीशा-ए-दिल में अरमानों की आज कोई तस्वीर नहीं
अब शाद हूँ मैं आज़ाद हूँ मैं
कुछ काम नहीं है आहों से
जीवन बदला दुनिया बदली मन को अनोखा ज्ञान मिला
आज मुझे अपने ही दिल में एक नया इंसान मिला
पहुँचा हूँ वहाँ नहीं दूर जहाँ
भगवान भी मेरी निगाहों से
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ऐ मेरे दिल कहीं और चल
Singer: Talat Mahmood
ऐ मेरे दिल कहीं और चल
ग़म की दुनिया से दिल भर गया
ढूँढ ले अब कोई घर नया
चल जहाँ ग़म के मारे न हों
झूठी आशा के तारे न हों
झूठी आशा के तारे न हों
इन बहारों से क्या फ़ायदा
जिस में दिल की कली जल गई
ज़ख़्म फिर से हरा हो गया
चार आँसू कोई रो दिया
फेर के मुँह कोई चल दिया
फेर के मुँह कोई चल दिया
लुट रहा था किसी का जहाँ
देखती रह गई ये ज़मीं
चुप रहा बेरहम आसमां
ऐ मेरे दिल कहीं और चल
ग़म की दुनिया से दिल भर गया
ढूँढ ले अब कोई घर नया
चल जहाँ ग़म के मारे न हों
झूठी आशा के तारे न हों
झूठी आशा के तारे न हों
इन बहारों से क्या फ़ायदा
जिस में दिल की कली जल गई
ज़ख़्म फिर से हरा हो गया
चार आँसू कोई रो दिया
फेर के मुँह कोई चल दिया
फेर के मुँह कोई चल दिया
लुट रहा था किसी का जहाँ
देखती रह गई ये ज़मीं
चुप रहा बेरहम आसमां
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शाम-ए-गम की कसम
Singer: Talat Mahmood
शाम-ए-ग़म की क़सम आज ग़मगीं हैं हम
आ भी जा आ भी जा आज मेरे सनम
शाम-ए-ग़म की क़सम
दिल परेशान है रात वीरान है
देख जा किस तरह आज तनहा हैं हम
शाम-ए-ग़म की क़सम
चैन कैसा जो पहलू में तू ही नहीं
मार डाले न दर्द-ए-जुदाई कहीं
रुत हंसीं है तो क्या चाँदनी है तो क्या
चाँदनी ज़ुल्म है और जुदाई सितम
शाम-ए-ग़म की क़सम
अब तो आजा के अब रात भी सो गई
ज़िन्दगी ग़म के सेहराओं में खो गई
ढूँढती हैं नज़र तू कहाँ हैं मगर
देखते देखते आया आँखों में दम
शाम-ए-ग़म की क़सम
शाम-ए-ग़म की क़सम आज ग़मगीं हैं हम
आ भी जा आ भी जा आज मेरे सनम
शाम-ए-ग़म की क़सम
दिल परेशान है रात वीरान है
देख जा किस तरह आज तनहा हैं हम
शाम-ए-ग़म की क़सम
चैन कैसा जो पहलू में तू ही नहीं
मार डाले न दर्द-ए-जुदाई कहीं
रुत हंसीं है तो क्या चाँदनी है तो क्या
चाँदनी ज़ुल्म है और जुदाई सितम
शाम-ए-ग़म की क़सम
अब तो आजा के अब रात भी सो गई
ज़िन्दगी ग़म के सेहराओं में खो गई
ढूँढती हैं नज़र तू कहाँ हैं मगर
देखते देखते आया आँखों में दम
शाम-ए-ग़म की क़सम
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Saturday, October 30, 2010
वो जब याद आए बहुत याद आए
Singers: Mohd. Rafi and Lata Mangeshkar
वो जब याद आए बहुत याद आए
ग़म-ए-ज़िंदगी के अंधेरे में हमने
चिराग़-ए-मुहब्बत जलाए बुझाए
आहटें जाग उठीं रास्ते हंस दिये
थामकर दिल उठे हम किसी के लिये
कई बार ऐसा भी धोखा हुआ है
चले आ रहे हैं वो नज़रें झुकाए
दिल सुलगने लगा अश्क़ बहने लगे
जाने क्या-क्या हमें लोग कहने लगे
मगर रोते-रोते हंसी आ गई है
ख़यालों में आके वो जब मुस्कुराए
वो जुदा क्या हुए ज़िंदगी खो गई
शम्मा जलती रही रोशनी खो गई
बहुत कोशिशें कीं मगर दिल न बहला
कई साज़ छेड़े कई गीत गाए
वो जब याद आए बहुत याद आए
ग़म-ए-ज़िंदगी के अंधेरे में हमने
चिराग़-ए-मुहब्बत जलाए बुझाए
आहटें जाग उठीं रास्ते हंस दिये
थामकर दिल उठे हम किसी के लिये
कई बार ऐसा भी धोखा हुआ है
चले आ रहे हैं वो नज़रें झुकाए
दिल सुलगने लगा अश्क़ बहने लगे
जाने क्या-क्या हमें लोग कहने लगे
मगर रोते-रोते हंसी आ गई है
ख़यालों में आके वो जब मुस्कुराए
वो जुदा क्या हुए ज़िंदगी खो गई
शम्मा जलती रही रोशनी खो गई
बहुत कोशिशें कीं मगर दिल न बहला
कई साज़ छेड़े कई गीत गाए
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आपके पहलू में आकर रो दिये
Singer: Mohd. Rafi
आपके पहलू में आकर रो दिये
दास्तान-ए-ग़म सुनाकर रो दिये
ज़िन्दगी ने कर दिया जब भी उदास
आ गये घबरा के हम मंज़िल के पास
सर झुकाया, सर झुकाकर रो दिये
शाम जब आँसू बहाती आ गई
हर तरफ़ ग़म की उदासी छा गई
दीप यादों के जलाकर रो दिये
ग़म जुदाई का सहा जाता नहीं
आपके बिन अब रहा जाता नहीं
प्यार में क्या-क्या गँवाकर रो दिये
आपके पहलू में आकर रो दिये
दास्तान-ए-ग़म सुनाकर रो दिये
ज़िन्दगी ने कर दिया जब भी उदास
आ गये घबरा के हम मंज़िल के पास
सर झुकाया, सर झुकाकर रो दिये
शाम जब आँसू बहाती आ गई
हर तरफ़ ग़म की उदासी छा गई
दीप यादों के जलाकर रो दिये
ग़म जुदाई का सहा जाता नहीं
आपके बिन अब रहा जाता नहीं
प्यार में क्या-क्या गँवाकर रो दिये
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Wednesday, October 27, 2010
जो उनकी तमन्ना है, बरबाद हो जा
Singer: Mohd. Rafi
जो उनकी तमन्ना है, बरबाद हो जा
तू ऐ दिल मुहब्बत की किस्मत बना दे
तड़प और तड़प कर अभी जान दे दे
यूं मरते हैं मर जाने वाले, दिखा दे
जो उनकी तमन्ना है, बरबाद हो जा
ना उन का तबस्सुम, तेरे वास्ते है
ना तेरे लिये उनकी ज़ुल्फ़ों के साये
तू बेआस फिर क्यों जिये जा रहा है
जवानी में ये ज़िंदगानी लुटा दे
जो उनकी तमन्ना है, बरबाद हो जा
सितम या करम हुस्न वालों की मर्ज़ी
यही सोच कर कोई शिकवा ना करना
सितमगर सलामत रहे हुस्न तेरा
यही उस को मिटने से पहले दुआ दे
जो उन की तमन्ना है, बरबाद हो जा
जो उनकी तमन्ना है, बरबाद हो जा
तू ऐ दिल मुहब्बत की किस्मत बना दे
तड़प और तड़प कर अभी जान दे दे
यूं मरते हैं मर जाने वाले, दिखा दे
जो उनकी तमन्ना है, बरबाद हो जा
ना उन का तबस्सुम, तेरे वास्ते है
ना तेरे लिये उनकी ज़ुल्फ़ों के साये
तू बेआस फिर क्यों जिये जा रहा है
जवानी में ये ज़िंदगानी लुटा दे
जो उनकी तमन्ना है, बरबाद हो जा
सितम या करम हुस्न वालों की मर्ज़ी
यही सोच कर कोई शिकवा ना करना
सितमगर सलामत रहे हुस्न तेरा
यही उस को मिटने से पहले दुआ दे
जो उन की तमन्ना है, बरबाद हो जा
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आपकी नज़रों ने समझा
Singer: Lata Mangeshkar
आपकी नज़रों ने समझा, प्यार के काबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा, मिल गयी मंजिल मुझे
जी हमें मंज़ूर है, आपका ये फैसला
कह रही है हर नज़र, बन्दा परवर शुक्रिया
हंसके अपनी ज़िंदगी में, कर लिया शामिल मुझे
आपकी मंज़िल हूँ मैं, मेरी मंज़िल आप हैं
क्यों में तूफ़ान से डरूं, मेरा साहिल आप हैं
कोई तूफ़ानों से कह दे, मिल गया साहिल मुझे
पड़ गई दिल पर मेरी, आपकी परछाईयाँ
हर तरफ बजने लगीं सैकड़ों शहनाइयाँ
दो जहाँ की आज खुशियाँ हो गयी हासिल मुझे
आपकी नज़रों ने समझा, प्यार के काबिल मुझे
दिल की ऐ धड़कन ठहर जा, मिल गयी मंजिल मुझे
जी हमें मंज़ूर है, आपका ये फैसला
कह रही है हर नज़र, बन्दा परवर शुक्रिया
हंसके अपनी ज़िंदगी में, कर लिया शामिल मुझे
आपकी मंज़िल हूँ मैं, मेरी मंज़िल आप हैं
क्यों में तूफ़ान से डरूं, मेरा साहिल आप हैं
कोई तूफ़ानों से कह दे, मिल गया साहिल मुझे
पड़ गई दिल पर मेरी, आपकी परछाईयाँ
हर तरफ बजने लगीं सैकड़ों शहनाइयाँ
दो जहाँ की आज खुशियाँ हो गयी हासिल मुझे
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ये कहाँ आ गये हम, यूँ ही साथ साथ चलते
Singer: Lata Mangeshkar
ये कहाँ आ गये हम, यूँ ही साथ साथ चलते
तेरी बाहों में है जानम, मेरे जिस्म-ओ-जान पिघलते
तू बदन है मैं हूँ छाया, तू ना हो तो मैं कहाँ हूँ
मुझे प्यार करने वाले, तू जहाँ है मैं वहाँ हूँ
हमें मिलना ही था हमदम, किसी राह भी निकलते
ये कहाँ आ गये हम, यूँ ही साथ साथ चलते
मेरी साँस साँस महके, कोई भीना भीना चन्दन
तेरा प्यार चाँदनी है, मेरा दिल है जैसे आँगन
हुई और भी मुलायम, मेरी शाम ढलते ढलते
ये कहाँ आ गये हम, यूँ ही साथ साथ चलते
ये कहाँ आ गये हम, यूँ ही साथ साथ चलते
तेरी बाहों में है जानम, मेरे जिस्म-ओ-जान पिघलते
तू बदन है मैं हूँ छाया, तू ना हो तो मैं कहाँ हूँ
मुझे प्यार करने वाले, तू जहाँ है मैं वहाँ हूँ
हमें मिलना ही था हमदम, किसी राह भी निकलते
ये कहाँ आ गये हम, यूँ ही साथ साथ चलते
मेरी साँस साँस महके, कोई भीना भीना चन्दन
तेरा प्यार चाँदनी है, मेरा दिल है जैसे आँगन
हुई और भी मुलायम, मेरी शाम ढलते ढलते
ये कहाँ आ गये हम, यूँ ही साथ साथ चलते
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क्या जानूँ सजन होती है क्या ग़म की शाम
Singer: Lata Mangeshkar
क्या जानूँ सजन होती है क्या ग़म की शाम
जल उठे सौ दिये जब लिया तेरा नाम
काँटों में मैं खड़ी
नैनों के द्वार पे
निस दिन बहार के देखूँ सपने
चेहरे की धूल क्या
चंदा की चाँदनी
उतरी तो रह गई मुख पे अपने
जबसे मिली नज़र
माथे पे बन गये
बिंदिया नयन तेरे देखो सजना
धर ली जो प्यार से
मेरी कलायियाँ
पिया तेरी उँगलियाँ हो गई कंगना
क्या जानूँ सजन होती है क्या ग़म की शाम
जल उठे सौ दिये जब लिया तेरा नाम
काँटों में मैं खड़ी
नैनों के द्वार पे
निस दिन बहार के देखूँ सपने
चेहरे की धूल क्या
चंदा की चाँदनी
उतरी तो रह गई मुख पे अपने
जबसे मिली नज़र
माथे पे बन गये
बिंदिया नयन तेरे देखो सजना
धर ली जो प्यार से
मेरी कलायियाँ
पिया तेरी उँगलियाँ हो गई कंगना
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चिराग़ दिल का जलाओ बहुत अँधेरा है
Singer: Mohd. Rafi
चिराग़ दिल का जलाओ बहुत अँधेरा है
कहीं से लौट के आओ बहुत अँधेरा है
कहाँ से लाऊँ वो रंगत गई बहारों की
तुम्हारे साथ गई रोशनी नज़ारों की
मुझे भी पास बुलाओ बहुत अँधेरा है
सितारों तुम से अँधेरे कहाँ सम्भलते हैं
उन्हीं के नक़्श-ए-क़दम से चिराग़ जलते हैं
उन्हीं को ढूँढ के लाओ बहुत अँधेरा है
चिराग़ दिल का जलाओ बहुत अँधेरा है
कहीं से लौट के आओ बहुत अँधेरा है
कहाँ से लाऊँ वो रंगत गई बहारों की
तुम्हारे साथ गई रोशनी नज़ारों की
मुझे भी पास बुलाओ बहुत अँधेरा है
सितारों तुम से अँधेरे कहाँ सम्भलते हैं
उन्हीं के नक़्श-ए-क़दम से चिराग़ जलते हैं
उन्हीं को ढूँढ के लाओ बहुत अँधेरा है
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Tuesday, October 26, 2010
आप की आंखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
Singers: Kishore Kumar and Lata Mangeshkar
आप की आंखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
आप से भी खूबसूरत आप के अंदाज़ हैं
लब हिले तो मोगरे के फूल खिलते हैं कहीं
आप की आंखों में क्या साहिल भी मिलते हैं कहीं
आप की खामोशियाँ भी आप की आवाज़ हैं
आप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं
बेवजह तारीफ़ करना आप की आदत तो नहीं
आप की बदमाशियों के ये नए अंदाज़ हैं
आप की आंखों में कुछ महके हुए से राज़ हैं
आप से भी खूबसूरत आप के अंदाज़ हैं
लब हिले तो मोगरे के फूल खिलते हैं कहीं
आप की आंखों में क्या साहिल भी मिलते हैं कहीं
आप की खामोशियाँ भी आप की आवाज़ हैं
आप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं
बेवजह तारीफ़ करना आप की आदत तो नहीं
आप की बदमाशियों के ये नए अंदाज़ हैं
वक़्त ने किया क्या हंसीं सितम
Singer: Geeta Dutt
वक़्त ने किया क्या हंसीं सितम
तुम रहे न तुम हम रहे न हम
बेक़रार दिल इस तरह मिले
जिस तरह कभी हम जुदा न थे
तुम भी खो गए, हम भी खो गए
एक राह पर चलके दो क़दम
जाएंगे कहाँ सूझता नहीं
चल पड़े मगर रास्ता नहीं
क्या तलाश है कुछ पता नहीं
बुन रहे हैं दिल ख़्वाब दम-ब-दम
वक़्त ने किया क्या हंसीं सितम
तुम रहे न तुम हम रहे न हम
बेक़रार दिल इस तरह मिले
जिस तरह कभी हम जुदा न थे
तुम भी खो गए, हम भी खो गए
एक राह पर चलके दो क़दम
जाएंगे कहाँ सूझता नहीं
चल पड़े मगर रास्ता नहीं
क्या तलाश है कुछ पता नहीं
बुन रहे हैं दिल ख़्वाब दम-ब-दम
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आँसू तो नहीं हैं आँखों में
Singer: Talat Mahmood
आँसू तो नहीं हैं आँखों में
पहलू में मगर दिल जलता है, दिल जलता है
बूँदों पे लहू है हसरत का
जिगर पर आरा सा चलता है, दिल जलता है
जाग उठता है जब ग़म क्या कहिये
उस वक़्त का आलम क्या कहिये
उस रात गये धीरे धीरे
जब कोई कलेजा मलता है, दिल जलता है
ऐ दर्द-ए-जिगर ये बात है क्या
ये आख्रिरी अपनी रात है क्या
होती है कसक हर धड़कन में
हर साँस में खंजर चलता है, दिल जलता है
हम हार गये हैं तेरे ग़म से
देखा ही नहीं जाता हमसे
जलता है पतंगा जब कोई
और शम्मा का आँसू ढलता है, दिल जलता है
आँसू तो नहीं हैं आँखों में
पहलू में मगर दिल जलता है, दिल जलता है
बूँदों पे लहू है हसरत का
जिगर पर आरा सा चलता है, दिल जलता है
जाग उठता है जब ग़म क्या कहिये
उस वक़्त का आलम क्या कहिये
उस रात गये धीरे धीरे
जब कोई कलेजा मलता है, दिल जलता है
ऐ दर्द-ए-जिगर ये बात है क्या
ये आख्रिरी अपनी रात है क्या
होती है कसक हर धड़कन में
हर साँस में खंजर चलता है, दिल जलता है
हम हार गये हैं तेरे ग़म से
देखा ही नहीं जाता हमसे
जलता है पतंगा जब कोई
और शम्मा का आँसू ढलता है, दिल जलता है
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ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना
Singer: Kishore Kumar
ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना
फूलों में कलियों में, सपनों की गलियों में
तेरे बिना कुछ कहीं ना, तेरे बिना भी क्या जीना
हर धड़कन में प्यास है तेरी, साँसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से उस अम्बर तक, मेरी नज़र में तू ही तू है
प्यार ये टूटे ना, तू मुझसे रूठे ना, साथ ये छूटे कभी ना
तेरे बिना भी क्या जीना
तुझ बिन जोगन मेरी रातें, तुझ बिन मेरे दिन बंजारे
मेरा जीवन जलती भूमि, बुझे-बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी, मेरे बिना तेरी, ये ज़िंदगी ज़िंदगी ना
तेरे बिना भी क्या जीना
ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना
फूलों में कलियों में, सपनों की गलियों में
तेरे बिना कुछ कहीं ना, तेरे बिना भी क्या जीना
हर धड़कन में प्यास है तेरी, साँसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से उस अम्बर तक, मेरी नज़र में तू ही तू है
प्यार ये टूटे ना, तू मुझसे रूठे ना, साथ ये छूटे कभी ना
तेरे बिना भी क्या जीना
तुझ बिन जोगन मेरी रातें, तुझ बिन मेरे दिन बंजारे
मेरा जीवन जलती भूमि, बुझे-बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी, मेरे बिना तेरी, ये ज़िंदगी ज़िंदगी ना
तेरे बिना भी क्या जीना
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और इस दिल में क्या रखा है
Singers: Suresh Wadkar and Asha Bhosle
और इस दिल में क्या रखा है
तेरा ही दर्द छुपा रखा है
चीर के देखे दिल मेरा तो
तेरा ही नाम लिखा रखा है
प्यार के अफ़्साने सुने थे लोगों से
प्यार क्या होता है यह तूने समझाया
मिला दिल तुझसे तो ख़ाब देखे ऐसे
जुनूं जाने कैसा जवां दिल पे छाया
दिल में ऐसा दर्द उठा
दिल हो गया दीवाना
दिल हो गया दीवाना
दीवानों ने इस दुनिया में
दर्द का नाम दवा रखा है
निगाहों में मेरी यह सूरत है तेरी
ज़िंदगी ये मेरी अमानत है तेरी
धड़कते सीने में मोहब्बत है तेरी
मोहब्बत ये तेरी इबादत है मेरी
तेरे सिवा कुछ याद नहीं है
तू ही तू दिल में
हाँ तू ही तू दिल में
दिल ने याद की पूजा की है
प्यार का नाम ख़ुदा रखा है
चीर के देखे दिल मेरा तो
तेरा ही नाम लिखा रखा है
और इस दिल में क्या रखा है
तेरा ही दर्द छुपा रखा है
चीर के देखे दिल मेरा तो
तेरा ही नाम लिखा रखा है
प्यार के अफ़्साने सुने थे लोगों से
प्यार क्या होता है यह तूने समझाया
मिला दिल तुझसे तो ख़ाब देखे ऐसे
जुनूं जाने कैसा जवां दिल पे छाया
दिल में ऐसा दर्द उठा
दिल हो गया दीवाना
दिल हो गया दीवाना
दीवानों ने इस दुनिया में
दर्द का नाम दवा रखा है
निगाहों में मेरी यह सूरत है तेरी
ज़िंदगी ये मेरी अमानत है तेरी
धड़कते सीने में मोहब्बत है तेरी
मोहब्बत ये तेरी इबादत है मेरी
तेरे सिवा कुछ याद नहीं है
तू ही तू दिल में
हाँ तू ही तू दिल में
दिल ने याद की पूजा की है
प्यार का नाम ख़ुदा रखा है
चीर के देखे दिल मेरा तो
तेरा ही नाम लिखा रखा है
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किसी नज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है
Singers: Bhupinder and Asha Bhosle
किसी नज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है
कहाँ हो तुम कि ये दिल बेक़रार आज भी है
वो वादियाँ वो फ़ज़ायें कि हम मिले थे जहाँ
मेरी वफ़ा का वहीं पर मज़ार आज भी है
न जाने देख के क्यों उनको ये हुआ एहसास
कि मेरे दिल पे उन्हें इख्तियार आज भी है
वो प्यार जिस के लिये हमने छोड़ दी दुनिया
वफ़ा की राह पे घायल वो प्यार आज भी है
यकीं नहीं है मगर आज भी ये लगता है
मेरी तलाश में शायद बहार आज भी है
न पूछ कितने मोहब्बत के ज़ख्म खाये हैं
कि जिन को सोच के दिल सोग़वार आज भी है
किसी नज़र को तेरा इंतज़ार आज भी है
कहाँ हो तुम कि ये दिल बेक़रार आज भी है
वो वादियाँ वो फ़ज़ायें कि हम मिले थे जहाँ
मेरी वफ़ा का वहीं पर मज़ार आज भी है
न जाने देख के क्यों उनको ये हुआ एहसास
कि मेरे दिल पे उन्हें इख्तियार आज भी है
वो प्यार जिस के लिये हमने छोड़ दी दुनिया
वफ़ा की राह पे घायल वो प्यार आज भी है
यकीं नहीं है मगर आज भी ये लगता है
मेरी तलाश में शायद बहार आज भी है
न पूछ कितने मोहब्बत के ज़ख्म खाये हैं
कि जिन को सोच के दिल सोग़वार आज भी है
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ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें
Singers: Lata Mangeshhkar and Mohd. Rafi
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें
तसव्वुर में कोई बसता नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जानेवफ़ा हम क्या करें
लुटे दिल में दिया जलता नहीं हम क्या करें
किसी के दिल में बस के दिल को तड़पाना नहीं अच्छा
निगाहों को छलकते देख के छुप जाना नहीं अच्छा
उम्मीदों के खिले गुलशन को झुलसाना नहीं अच्छा
हमें तुम बिन कोई जंचता नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जानेवफ़ा हम क्या करें
मुहब्बत कर तो लें लेकिन मुहब्बत रास आये भी
दिलों को बोझ लगते हैं कभी ज़ुल्फ़ों के साये भी
हज़ारों ग़म हैं इस दुनिया में अपने भी पराये भी
मुहब्बत ही का ग़म तनहा नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जाने-अदा हम क्या करें
बुझा दो आग दिल की या इसे खुल कर हवा दे दो
जो इसका मोल दे पाये उसे अपनी वफ़ा दे दो
तुम्हारे दिल में क्या है बस हमें इतना पता दे दो
के अब तनहा सफ़र कटता नहीं हम क्या करें
लुटे दिल में दिया जलता नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जानेवफ़ा हम क्या करें
ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं हम क्या करें
तसव्वुर में कोई बसता नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जानेवफ़ा हम क्या करें
लुटे दिल में दिया जलता नहीं हम क्या करें
किसी के दिल में बस के दिल को तड़पाना नहीं अच्छा
निगाहों को छलकते देख के छुप जाना नहीं अच्छा
उम्मीदों के खिले गुलशन को झुलसाना नहीं अच्छा
हमें तुम बिन कोई जंचता नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जानेवफ़ा हम क्या करें
मुहब्बत कर तो लें लेकिन मुहब्बत रास आये भी
दिलों को बोझ लगते हैं कभी ज़ुल्फ़ों के साये भी
हज़ारों ग़म हैं इस दुनिया में अपने भी पराये भी
मुहब्बत ही का ग़म तनहा नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जाने-अदा हम क्या करें
बुझा दो आग दिल की या इसे खुल कर हवा दे दो
जो इसका मोल दे पाये उसे अपनी वफ़ा दे दो
तुम्हारे दिल में क्या है बस हमें इतना पता दे दो
के अब तनहा सफ़र कटता नहीं हम क्या करें
लुटे दिल में दिया जलता नहीं हम क्या करें
तुम्ही कह दो अब ऐ जानेवफ़ा हम क्या करें
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Monday, October 25, 2010
न जाने क्यूँ
Singer: Lata Mangeshkar
न जाने क्यूँ
होता है ये ज़िंदगी के साथ
अचानक ये मन
किसी के जाने के बाद
करे फिर उसकी याद
छोटी छोटी सी बात
वो अंजान पल
ढल गये कल
आज वो, रंग बदल बदल
मन को मचल मचल
रहें हैं छल न जाने क्यूँ
वो अंजान पल
सजे भी न मेरे नैनों में
टूटे रे हाय रे सपनों के महल
वही है डगर
वही है सफ़र
है नहीं, साथ मेरे मगर
अब मेरा हमसफ़र
इधर उधर ढूँढे नज़र
वही है डगर
कहाँ गईं शामें मदभरी
वो मेरे मेरे वो दिन गये किधर
न जाने क्यूँ
होता है ये ज़िंदगी के साथ
अचानक ये मन
किसी के जाने के बाद
करे फिर उसकी याद
छोटी छोटी सी बात
वो अंजान पल
ढल गये कल
आज वो, रंग बदल बदल
मन को मचल मचल
रहें हैं छल न जाने क्यूँ
वो अंजान पल
सजे भी न मेरे नैनों में
टूटे रे हाय रे सपनों के महल
वही है डगर
वही है सफ़र
है नहीं, साथ मेरे मगर
अब मेरा हमसफ़र
इधर उधर ढूँढे नज़र
वही है डगर
कहाँ गईं शामें मदभरी
वो मेरे मेरे वो दिन गये किधर
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अभी न जाओ छोड़ कर
Singers: Mohd. Rafi and Asha Bhosle
अभी न जाओ छोड़ कर
के दिल अभी भरा नहीं
अभी अभी तो आई हो
बहार बनके छाई हो
हवा ज़रा महक तो ले
नज़र ज़रा बहक तो ले
ये शाम ढल तो ले ज़रा
ये दिल संभल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूँ
नशे के घूँट पी तो लूँ
अभी तो कुछ कहा नहीं
अभी तो कुछ सुना नहीं
सितारे झिलमिला उठे
चराग़ जगमगा उठे
बस अब न मुझको टोकना
न बढ़के राह रोकना
अगर मैं रुक गई अभी
तो जा न पाऊँगी कभी
यही कहोगे तुम सदा
के दिल अभी नहीं भरा
जो खत्म हो किसी जगह
ये ऐसा सिलसिला नहीं
अभी नहीं अभी नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं
अधूरी आस छोड़के
अधूरी प्यास छोड़के
जो रोज़ यूँ ही जाओगी
तो किस तरह निभाओगी
कि ज़िंदगी की राह में
जवाँ दिलों की चाह में
कई मुक़ाम आएंगे
जो हम को आज़माएंगे
बुरा न मानो बात का
ये प्यार है गिला नहीं
हाँ, यही कहोगे तुम सदा
के दिल अभी नहीं भरा
हाँ, दिल अभी भरा नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं
अभी न जाओ छोड़ कर
के दिल अभी भरा नहीं
अभी अभी तो आई हो
बहार बनके छाई हो
हवा ज़रा महक तो ले
नज़र ज़रा बहक तो ले
ये शाम ढल तो ले ज़रा
ये दिल संभल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूँ
नशे के घूँट पी तो लूँ
अभी तो कुछ कहा नहीं
अभी तो कुछ सुना नहीं
सितारे झिलमिला उठे
चराग़ जगमगा उठे
बस अब न मुझको टोकना
न बढ़के राह रोकना
अगर मैं रुक गई अभी
तो जा न पाऊँगी कभी
यही कहोगे तुम सदा
के दिल अभी नहीं भरा
जो खत्म हो किसी जगह
ये ऐसा सिलसिला नहीं
अभी नहीं अभी नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं
अधूरी आस छोड़के
अधूरी प्यास छोड़के
जो रोज़ यूँ ही जाओगी
तो किस तरह निभाओगी
कि ज़िंदगी की राह में
जवाँ दिलों की चाह में
कई मुक़ाम आएंगे
जो हम को आज़माएंगे
बुरा न मानो बात का
ये प्यार है गिला नहीं
हाँ, यही कहोगे तुम सदा
के दिल अभी नहीं भरा
हाँ, दिल अभी भरा नहीं
नहीं नहीं नहीं नहीं
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कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया
Singer: Mohd. Rafi
कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया
बात निकली तो हर इक बात पे रोना आया
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
किस लिये जीते हैं हम किसके लिये जीते हैं
बारहा ऐसे सवालात पे रोना आया
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त
सबको अपनी ही किसी बात पे रोना आया
कभी ख़ुद पे कभी हालात पे रोना आया
बात निकली तो हर इक बात पे रोना आया
हम तो समझे थे कि हम भूल गए हैं उनको
क्या हुआ आज ये किस बात पे रोना आया
किस लिये जीते हैं हम किसके लिये जीते हैं
बारहा ऐसे सवालात पे रोना आया
कौन रोता है किसी और की ख़ातिर ऐ दोस्त
सबको अपनी ही किसी बात पे रोना आया
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आ जा रे परदेसी
Singer: Lata Mangeshkar
आ जा रे परदेसी
मैं तो कब से खड़ी इस पार
ये अँखियाँ, थक गईं पंथ निहार
मैं दिये की ऐसी बाती
जल न सकी जो बुझ भी न पाती
आ मिल मेरे जीवन साथी, ओ
तुम संग जनम जनम के फेरे
भूल गये क्यूँ साजन मेरे
तड़पत हूँ मैं सांझ सवेरे, ओ
मैं नदिया फिर भी मैं प्यासी
भेद ये गहरा बात ज़रा सी
बिन तेरे हर रात उदासी, ओ
आ जा रे परदेसी
मैं तो कब से खड़ी इस पार
ये अँखियाँ, थक गईं पंथ निहार
मैं दिये की ऐसी बाती
जल न सकी जो बुझ भी न पाती
आ मिल मेरे जीवन साथी, ओ
तुम संग जनम जनम के फेरे
भूल गये क्यूँ साजन मेरे
तड़पत हूँ मैं सांझ सवेरे, ओ
मैं नदिया फिर भी मैं प्यासी
भेद ये गहरा बात ज़रा सी
बिन तेरे हर रात उदासी, ओ
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टूटे हुए ख़्वाबों ने हमको ये सिखाया है
Singer: Mohd. Rafi
टूटे हुए ख़्वाबों ने हमको ये सिखाया है
दिल ने जिसे पाया था आँखों ने गंवाया है
हम ढूँढते हैं उनको जो मिलके नहीं मिलते
रुठे हैं न जाने क्यूँ मेहमाँ वो मेरे दिल के
क्या अपनी तमन्ना थी क्या सामने आया है
दिल ने जिसे पाया था आँखों ने गंवाया है
लौट आई सदा मेरी टकरा के सितारों से
उजड़ी हुई दुनिया के सुनसान किनारों से
पर अब ये तड़पना भी कुछ काम न आया है
दिल ने जिसे पाया था आँखों ने गंवाया है
टूटे हुए ख़्वाबों ने हमको ये सिखाया है
दिल ने जिसे पाया था आँखों ने गंवाया है
हम ढूँढते हैं उनको जो मिलके नहीं मिलते
रुठे हैं न जाने क्यूँ मेहमाँ वो मेरे दिल के
क्या अपनी तमन्ना थी क्या सामने आया है
दिल ने जिसे पाया था आँखों ने गंवाया है
लौट आई सदा मेरी टकरा के सितारों से
उजड़ी हुई दुनिया के सुनसान किनारों से
पर अब ये तड़पना भी कुछ काम न आया है
दिल ने जिसे पाया था आँखों ने गंवाया है
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Sunday, October 24, 2010
हम थे जिनके सहारे, वो हुए ना हमारे
Singer: Lata Mangeshkar
हम थे जिनके सहारे, वो हुए ना हमारे
डूबी जब दिल की नैय्या, सामने थे किनारे
क्या मोहब्बत के वादे, क्या वफ़ा के इरादे
रेत की हैं दीवारें, जो भी चाहे गिरा दे
जो भी चाहे गिरा दे
है सभी कुछ जहाँ में, दोस्ती है वफ़ा है
अपनी ये कम नसीबी, हम को ना कुछ भी मिला है
हम को ना कुछ भी मिला है
यूँ तो दुनिया बसेगी, तनहाई फ़िर भी डसेगी
जो जिंदगी में कमी थी, वो कमी तो रहेगी
वो कमी तो रहेगी
हम थे जिनके सहारे, वो हुए ना हमारे
डूबी जब दिल की नैय्या, सामने थे किनारे
क्या मोहब्बत के वादे, क्या वफ़ा के इरादे
रेत की हैं दीवारें, जो भी चाहे गिरा दे
जो भी चाहे गिरा दे
है सभी कुछ जहाँ में, दोस्ती है वफ़ा है
अपनी ये कम नसीबी, हम को ना कुछ भी मिला है
हम को ना कुछ भी मिला है
यूँ तो दुनिया बसेगी, तनहाई फ़िर भी डसेगी
जो जिंदगी में कमी थी, वो कमी तो रहेगी
वो कमी तो रहेगी
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जो तुम को हो पसंद वही बात कहेंगे
Singer: Mukesh
जो तुम को हो पसंद वही बात कहेंगे
तुम दिन को अगर रात कहो रात कहेंगे
देते ना आप साथ तो मर जाते हम कभी के
पूरे हुए हैं आप से अरमान ज़िंदगी के
हम ज़िंदगी को आपकी सौगात कहेंगे
चाहेंगे, निबाहेंगे, सराहेंगे आप ही को
आंखों में नम है जब तक देखेंगे आप ही को
अपनी ज़ुबान से आप से जज़बात कहेंगे
जो तुम को हो पसंद वही बात कहेंगे
तुम दिन को अगर रात कहो रात कहेंगे
देते ना आप साथ तो मर जाते हम कभी के
पूरे हुए हैं आप से अरमान ज़िंदगी के
हम ज़िंदगी को आपकी सौगात कहेंगे
चाहेंगे, निबाहेंगे, सराहेंगे आप ही को
आंखों में नम है जब तक देखेंगे आप ही को
अपनी ज़ुबान से आप से जज़बात कहेंगे
तुम आ गए हो नूर आ गया है
Singers: Kishore Kumar and Lata Mangeshkar
तुम आ गए हो नूर आ गया है
नही तो चरागों से लौ जा रही थी
जीने की तुम से वजह मिल गयी है
बड़ी बेवजह ज़िंदगी जा रही थी
कहाँ से चले कहाँ के लिए
ये ख़बर नहीं थी मगर
कोई भी सिरा जहाँ जा मिला
वहीं तुम मिलोगे
के हम तक तुम्हारी दुआ आ रही थी
दिन डूबा नहीं रात डूबी नहीं
जाने कैसा है सफ़र
ख़्वाबों के दिए आँखों में लिए
वहीं आ रहे थे
जहाँ से तुम्हारी सदा आ रही थी
तुम आ गए हो नूर आ गया है
नही तो चरागों से लौ जा रही थी
जीने की तुम से वजह मिल गयी है
बड़ी बेवजह ज़िंदगी जा रही थी
कहाँ से चले कहाँ के लिए
ये ख़बर नहीं थी मगर
कोई भी सिरा जहाँ जा मिला
वहीं तुम मिलोगे
के हम तक तुम्हारी दुआ आ रही थी
दिन डूबा नहीं रात डूबी नहीं
जाने कैसा है सफ़र
ख़्वाबों के दिए आँखों में लिए
वहीं आ रहे थे
जहाँ से तुम्हारी सदा आ रही थी
हज़ार राहें मुड़ के देखी
Singers: Lata Mangeshkar and Kishore Kumar
हज़ार राहें मुड़ के देखी, कहीं से कोई सदा ना आयी
बड़ी वफ़ा से निभायी तुमने, हमारी थोड़ी सी बेवफाई
जहाँ से तुम मोड़ मुड़ गए थे, ये मोड़ अब भी वहीं पड़े हैं
हम अपने पैरों में जाने कितने, भंवर लपेटे हुए खड़े हैं
कहीं किसी रोज़ यूं भी होता, हमारी हालत तुम्हारी होती
जो रात हम ने गुज़ारी मर के, वो रात तुम ने गुज़ारी होती
तुम्हे ये ज़िद थी के हम बुलाते, हमे ये उम्मीद वो पुकारें
है नाम होंठों पे अब भी लेकिन आवाज़ में पड़ गयी दरारें
हज़ार राहें मुड़ के देखी, कहीं से कोई सदा ना आयी
बड़ी वफ़ा से निभायी तुमने, हमारी थोड़ी सी बेवफाई
जहाँ से तुम मोड़ मुड़ गए थे, ये मोड़ अब भी वहीं पड़े हैं
हम अपने पैरों में जाने कितने, भंवर लपेटे हुए खड़े हैं
कहीं किसी रोज़ यूं भी होता, हमारी हालत तुम्हारी होती
जो रात हम ने गुज़ारी मर के, वो रात तुम ने गुज़ारी होती
तुम्हे ये ज़िद थी के हम बुलाते, हमे ये उम्मीद वो पुकारें
है नाम होंठों पे अब भी लेकिन आवाज़ में पड़ गयी दरारें
तेरे बिना जिया जाए ना
Singers: Lata Mangeshkar and Kishore Kumar
तेरे बिना जिया जाए ना
बिन तेरे, तेरे बिन साजना
साँस में साँस आए ना
जब भी ख्यालों में तू आए
मेरे बदन से खुशबू आए
महके बदन में रहा ना जाए
रहा जाए ना
रेशमी रातें रोज़ ना होंगी
ये सौगातें रोज ना होंगी
जिंदगी तुझ बिन रास ना आए
रास आए ना
तेरे बिना जिया जाए ना
बिन तेरे, तेरे बिन साजना
साँस में साँस आए ना
जब भी ख्यालों में तू आए
मेरे बदन से खुशबू आए
महके बदन में रहा ना जाए
रहा जाए ना
रेशमी रातें रोज़ ना होंगी
ये सौगातें रोज ना होंगी
जिंदगी तुझ बिन रास ना आए
रास आए ना
आने वाला पल जाने वाला है
Singer: Kishore Kumar
आने वाला पल जाने वाला है
हो सके तो इस में ज़िंदगी बिता दो
पल जो ये जाने वाला है
एक बार यूँ मिली मासूम सी कली
खिलते हुए कहा खुश पाश मैं चली
देखा तो यहीं है ढूँढा तो नहीं है
पल जो ये जाने वाला है
एक बार वक़्त से लम्हा गिरा कहीं
वहाँ दास्तां मिली लम्हा कहीं नहीं
थोड़ा सा हँसाके थोड़ा सा रुलाके
पल ये भी जाने वाला है
आने वाला पल जाने वाला है
हो सके तो इस में ज़िंदगी बिता दो
पल जो ये जाने वाला है
एक बार यूँ मिली मासूम सी कली
खिलते हुए कहा खुश पाश मैं चली
देखा तो यहीं है ढूँढा तो नहीं है
पल जो ये जाने वाला है
एक बार वक़्त से लम्हा गिरा कहीं
वहाँ दास्तां मिली लम्हा कहीं नहीं
थोड़ा सा हँसाके थोड़ा सा रुलाके
पल ये भी जाने वाला है
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चिंगारी कोई भड़के तो सावन उसे बुझाये
Lyrics: Kishore Kumar
चिंगारी कोई भड़के तो सावन उसे बुझाये
सावन जो अगन लगाये उसे कौन बुझाये
पतझड़ जो बाग़ उजाड़े वो बाग़ बहार खिलाये
जो बाग़ बहार में उजड़े उसे कौन खिलाये
हमसे मत पूछो कैसे मंदिर टूटा सपनों का
लोगों की बात नहीं है ये क़िस्सा है अपनों का
कोई दुश्मन ठेस लगाये तो मीत जिया बहलाये
मन मीत जो घाव लगाये उसे कौन मिटाये
न जाने क्या हो जाता जाने हम क्या कर जाते
पीते हैं तो ज़िन्दा हैं न पीते तो मर जाते
दुनिया जो प्यासा रखे तो मदिरा प्यास बुझाये
मदिरा जो प्यास लगाये उसे कौन बुझाये
माना तूफ़ाँ के आगे नहीं चलता ज़ोर किसी का
मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का
मझधार में नैय्या डोले तो माझी पार लगाये
माझी जो नाव डुबोये उसे कौन बचाये
चिंगारी कोई भड़के तो सावन उसे बुझाये
सावन जो अगन लगाये उसे कौन बुझाये
पतझड़ जो बाग़ उजाड़े वो बाग़ बहार खिलाये
जो बाग़ बहार में उजड़े उसे कौन खिलाये
हमसे मत पूछो कैसे मंदिर टूटा सपनों का
लोगों की बात नहीं है ये क़िस्सा है अपनों का
कोई दुश्मन ठेस लगाये तो मीत जिया बहलाये
मन मीत जो घाव लगाये उसे कौन मिटाये
न जाने क्या हो जाता जाने हम क्या कर जाते
पीते हैं तो ज़िन्दा हैं न पीते तो मर जाते
दुनिया जो प्यासा रखे तो मदिरा प्यास बुझाये
मदिरा जो प्यास लगाये उसे कौन बुझाये
माना तूफ़ाँ के आगे नहीं चलता ज़ोर किसी का
मौजों का दोष नहीं है, ये दोष है और किसी का
मझधार में नैय्या डोले तो माझी पार लगाये
माझी जो नाव डुबोये उसे कौन बचाये
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चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएँ हम दोनों
Singer: Mahendra Kapoor
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएँ हम दोनों
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएँ हम दोनों
न मैं तुम से कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी की
न तुम मेरी तरफ़ देखो ग़लत अन्दाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाए मेरी बातों में
न ज़ाहिर हो तुम्हारी कशमकश का राज़ नज़रों से
तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेशक़दमी से
मुझे भी लोग कहते हैं कि ये जलवे पराए हैं
मेरे हमराह भी रुसवाइयाँ हैं मेरे माज़ी की
तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साए हैं
तारुफ़ रोग हो जाए तो उसको भूलना बेहतर
ताल्लुक बोझ बन जाए तो उसको तोड़ना अच्छा
वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन
उसे एक ख़ूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएँ हम दोनों
चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएँ हम दोनों
न मैं तुम से कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी की
न तुम मेरी तरफ़ देखो ग़लत अन्दाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाए मेरी बातों में
न ज़ाहिर हो तुम्हारी कशमकश का राज़ नज़रों से
तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेशक़दमी से
मुझे भी लोग कहते हैं कि ये जलवे पराए हैं
मेरे हमराह भी रुसवाइयाँ हैं मेरे माज़ी की
तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साए हैं
तारुफ़ रोग हो जाए तो उसको भूलना बेहतर
ताल्लुक बोझ बन जाए तो उसको तोड़ना अच्छा
वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन
उसे एक ख़ूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा
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खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
Singer: Kishore Kumar
खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिलके बिछड़ने को
कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का
कल रुके न रुके, डोला बहार का
चार पल मिले जो आज, प्यार में गुज़ार दे
झीलों के होंठों पर, मेघों का राग है
फूलों के सीने में, ठंडी ठंडी आग है
दिल के आईने में तू, ये समा उतार ले
प्यासा है दिल सनम, प्यासी ये रात है
होंठों मे दबी दबी, कोई मीठी बात है
इन लम्हों पे आज तू, हर खुशी निसार दे
खिलते हैं गुल यहाँ, खिलके बिखरने को
मिलते हैं दिल यहाँ, मिलके बिछड़ने को
कल रहे ना रहे, मौसम ये प्यार का
कल रुके न रुके, डोला बहार का
चार पल मिले जो आज, प्यार में गुज़ार दे
झीलों के होंठों पर, मेघों का राग है
फूलों के सीने में, ठंडी ठंडी आग है
दिल के आईने में तू, ये समा उतार ले
प्यासा है दिल सनम, प्यासी ये रात है
होंठों मे दबी दबी, कोई मीठी बात है
इन लम्हों पे आज तू, हर खुशी निसार दे
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लग जा गले
Singer: Lata Mangeshkar
लग जा गले कि फिर ये हँसी रात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
हमको मिली हैं आज ये घड़ियाँ नसीब से
जी भर के देख लीजिये हमको क़रीब से
फिर आपके नसीब में ये बात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
पास आइये कि हम नहीं आएंगे बार-बार
बाहें गले में डाल के हम रो लें ज़ार-ज़ार
आँखों से फिर ये प्यार की बरसात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
लग जा गले कि फिर ये हँसी रात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
हमको मिली हैं आज ये घड़ियाँ नसीब से
जी भर के देख लीजिये हमको क़रीब से
फिर आपके नसीब में ये बात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
पास आइये कि हम नहीं आएंगे बार-बार
बाहें गले में डाल के हम रो लें ज़ार-ज़ार
आँखों से फिर ये प्यार की बरसात हो न हो
शायद फिर इस जन्म में मुलाक़ात हो न हो
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अकेले हैं चले आओ जहाँ हो
Singer: Mohd. Rafi
अकेले हैं चले आओ जहाँ हो
कहाँ आवाज़ दें तुमको कहाँ हो
तुम्हें हम ढूँढते हैं हमें दिल ढूँढता है
न अब मंज़िल है कोई न कोई रास्ता है
ये तनहाई का आलम और इस पर आपका ग़म
न जीते हैं न मरते बताओ क्या करें हम
(चले आओ, चले आओ, चले आओ)
अकेले हैं चले आओ जहाँ हो
कहाँ आवाज़ दें तुमको कहाँ हो
तुम्हें हम ढूँढते हैं हमें दिल ढूँढता है
न अब मंज़िल है कोई न कोई रास्ता है
ये तनहाई का आलम और इस पर आपका ग़म
न जीते हैं न मरते बताओ क्या करें हम
(चले आओ, चले आओ, चले आओ)
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हमसफ़र मेरे हमसफ़र, पंख तुम परवाज़ हम
Singers: Mukesh and Lata Mangeshkar
हमसफ़र मेरे हमसफ़र, पंख तुम परवाज़ हम
ज़िंदगी का साज़ हो तुम, साज़ की आवाज़ हम
हमसफ़र मेरे हमसफ़र, पंख तुम परवाज़ हम
ज़िंदगी का गीत हो तुम, गीत का अंदाज़ हम
आँख ने शरमा के कह दी, दिल के शरमाने की बात
एक दीवाने ने सुन ली, दूजे दीवाने की बात
प्यार की तुम इंतिहा हो, प्यार का आग़ाज़ हम
प्यार का आग़ाज़ हम
ज़िक्र हो जब आसमाँ का, या ज़मीं की बात हो
ख़त्म होती है तुम्हीं पर, अब कहीं की बात हो
हो हसीं तुम, महजबीं तुम, नाज़नीं तुम नाज़ हम
नाज़नीं तुम नाज़ हम
हमसफ़र मेरे हमसफ़र, पंख तुम परवाज़ हम
ज़िंदगी का साज़ हो तुम, साज़ की आवाज़ हम
हमसफ़र मेरे हमसफ़र, पंख तुम परवाज़ हम
ज़िंदगी का गीत हो तुम, गीत का अंदाज़ हम
आँख ने शरमा के कह दी, दिल के शरमाने की बात
एक दीवाने ने सुन ली, दूजे दीवाने की बात
प्यार की तुम इंतिहा हो, प्यार का आग़ाज़ हम
प्यार का आग़ाज़ हम
ज़िक्र हो जब आसमाँ का, या ज़मीं की बात हो
ख़त्म होती है तुम्हीं पर, अब कहीं की बात हो
हो हसीं तुम, महजबीं तुम, नाज़नीं तुम नाज़ हम
नाज़नीं तुम नाज़ हम
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तुझे जीवन की डोर से बाँध लिया है
Singers: Mohd. Rafi and Lata Mangeshkar
तुझे जीवन की डोर से बाँध लिया है, बाँध लिया है
तेरे ज़ुल्म-ओ-सितम, सर आँखों पर
मैंने बदले में प्यार के प्यार दिया है, प्यार दिया है
तेरी खुशियाँ और ग़म, सर आँखों पर
अप्सरा कोई आए तो देखूँ नहीं
कोई बहकाये हंसके तो बहकूँ नहीं
तोरे मतवारे नैनों ने जादू किया
ओ तोरे मतवारे नैनों ने, जादू किया
तेरी उल्फ़त सनम सर आँखों पर
मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू
मेरी तक़दीर और ज़िंदगानी है तू
लिये फ़िरते हैं सबसे छुपाये हुए
ओ लिये फ़िरते हैं सबसे छुपाये हुए
तेरी तसवीर हम सर आँखों पर
चाँद सूरज भी हैं तेरी परछाइयाँ
तुझ से रोशन हुईं दिल की गहराइयाँ
तेरे चेहरे की झिलमिल से मंज़िल मिली
ओ तेरे चेहरे की झिलमिल से मंज़िल मिली
ऐसी प्यारी पूनम सर आँखों पर
तुझे जीवन की डोर से बाँध लिया है, बाँध लिया है
तेरे ज़ुल्म-ओ-सितम, सर आँखों पर
मैंने बदले में प्यार के प्यार दिया है, प्यार दिया है
तेरी खुशियाँ और ग़म, सर आँखों पर
अप्सरा कोई आए तो देखूँ नहीं
कोई बहकाये हंसके तो बहकूँ नहीं
तोरे मतवारे नैनों ने जादू किया
ओ तोरे मतवारे नैनों ने, जादू किया
तेरी उल्फ़त सनम सर आँखों पर
मेरे जीवन की अनमिट कहानी है तू
मेरी तक़दीर और ज़िंदगानी है तू
लिये फ़िरते हैं सबसे छुपाये हुए
ओ लिये फ़िरते हैं सबसे छुपाये हुए
तेरी तसवीर हम सर आँखों पर
चाँद सूरज भी हैं तेरी परछाइयाँ
तुझ से रोशन हुईं दिल की गहराइयाँ
तेरे चेहरे की झिलमिल से मंज़िल मिली
ओ तेरे चेहरे की झिलमिल से मंज़िल मिली
ऐसी प्यारी पूनम सर आँखों पर
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इक दिया दिल में जलाना भी बुझा भी देना
Singer: Ghulam Ali
इक दिया दिल में जलाना भी बुझा भी देना
याद करना भी उसे रोज़ भुला भी देना
क्या कहूँ यह मेरी चाहत है के नफरत उसकी
नाम लिखना भी मेरा लिख के मिटा भी देना
खत भी लिखना उसे मायूस भी रहना उससे
जुर्म करना भी मगर खुद को सज़ा भी देना
उससे मनसूब भी कर लेना पुराने किस्से
उसके बालों में नया फूल सजा भी देना
इक दिया दिल में जलाना भी बुझा भी देना
याद करना भी उसे रोज़ भुला भी देना
क्या कहूँ यह मेरी चाहत है के नफरत उसकी
नाम लिखना भी मेरा लिख के मिटा भी देना
खत भी लिखना उसे मायूस भी रहना उससे
जुर्म करना भी मगर खुद को सज़ा भी देना
उससे मनसूब भी कर लेना पुराने किस्से
उसके बालों में नया फूल सजा भी देना
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Saturday, October 23, 2010
रहते थे कभी जिनके दिल में
Singer: Lata Mangeshkar
रहते थे कभी जिनके दिल में
हम जान से भी प्यारों की तरह
बैठे हैं उन्ही के कूचे में
हम आज गुनहगारों की तरह
दावा था जिन्हें हमदर्दी का
खुद आके न पूछा हाल कभी
महफ़िल में बुलाया है हम पे
हँसने को सितमगारों की तरह
बरसों से सुलगते तन मन पर
अश्कों के तो छींटे दे ना सके
तपते हुए दिल के ज़ख्मों पर
बरसे भी तो अंगारों की तरह
सौ रुप धरे जीने के लिये
बैठे हैं हज़ारों ज़हर पिये
ठोकर ना लगाना हम खुद हैं
गिरती हुई दीवारों की तरह
रहते थे कभी जिनके दिल में
हम जान से भी प्यारों की तरह
बैठे हैं उन्ही के कूचे में
हम आज गुनहगारों की तरह
दावा था जिन्हें हमदर्दी का
खुद आके न पूछा हाल कभी
महफ़िल में बुलाया है हम पे
हँसने को सितमगारों की तरह
बरसों से सुलगते तन मन पर
अश्कों के तो छींटे दे ना सके
तपते हुए दिल के ज़ख्मों पर
बरसे भी तो अंगारों की तरह
सौ रुप धरे जीने के लिये
बैठे हैं हज़ारों ज़हर पिये
ठोकर ना लगाना हम खुद हैं
गिरती हुई दीवारों की तरह
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चले जा रहे हैं मोहब्बत के मारे
Singer: Manna Dey
चले जा रहे हैं मोहब्बत के मारे
किनारे किनारे, किनारे किनारे
न साहिल की परवाह, न तूफ़ाँ का डर है
न ज़ुल्मों का शिकवा न ग़म का असर है
उम्मीदों के बल पर दिलों के सहारे
चले जा रहे हैं किनारे किनारे
तमन्ना यही है कि लहरों से खेलें
नसीबों की गर्दिश को हँस-हँस के झेलें
उमंगों की राह में बिछाकर सितारे
चले जा रहे हैं किनारे किनारे
चले जा रहे हैं मोहब्बत के मारे
किनारे किनारे, किनारे किनारे
न साहिल की परवाह, न तूफ़ाँ का डर है
न ज़ुल्मों का शिकवा न ग़म का असर है
उम्मीदों के बल पर दिलों के सहारे
चले जा रहे हैं किनारे किनारे
तमन्ना यही है कि लहरों से खेलें
नसीबों की गर्दिश को हँस-हँस के झेलें
उमंगों की राह में बिछाकर सितारे
चले जा रहे हैं किनारे किनारे
आज रोना पड़ा तो समझे
Singer: Kishore Kumar
आज रोना पड़ा तो समझे
हँसने का मोल क्या है
अपना सपना खोना पड़ा तो समझे
ख़्वाबों की हक़ीक़त क्या थी
अरमानों की क़ीमत क्या थी
अपनों की मुहब्बत क्या थी
ग़ैर होना पड़ा तो समझे
आज रोना पड़ा तो समझे
सुख मिलता है किस मुश्किल से
क्या करती है दुनिया दिल से
इस रंग भरी महफ़िल से
दूर होना पड़ा तो समझे
आज रोना पड़ा तो समझे
निकले थे जिन्हें अपनाने
वो लोग थे सब बेगाने
इस बात को हम दीवाने
चैन खोना पड़ा तो समझे
आज रोना पड़ा तो समझे
हँसने का मोल क्या है
अपना सपना खोना पड़ा तो समझे
ख़्वाबों की हक़ीक़त क्या थी
अरमानों की क़ीमत क्या थी
अपनों की मुहब्बत क्या थी
ग़ैर होना पड़ा तो समझे
आज रोना पड़ा तो समझे
सुख मिलता है किस मुश्किल से
क्या करती है दुनिया दिल से
इस रंग भरी महफ़िल से
दूर होना पड़ा तो समझे
आज रोना पड़ा तो समझे
निकले थे जिन्हें अपनाने
वो लोग थे सब बेगाने
इस बात को हम दीवाने
चैन खोना पड़ा तो समझे
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Sunday, October 17, 2010
तुम पुकार लो
Singer: Hemant Kumar
तुम पुकार लो, तुम्हारा इन्तज़ार है,
तुम पुकार लो
ख़्वाब चुन रही है रात, बेक़रार है
तुम्हारा इन्तज़ार है, तुम पुकार लो
होंठ पे लिये हुए दिल की बात हम
जागते रहेंगे और कितनी रात हम
मुक़्तसर सी बात है तुम से प्यार है
तुम्हारा इन्तज़ार है, तुम पुकार लो
दिल बहल तो जायेगा इस ख़याल से
हाल मिल गया तुम्हारा अपने हाल से
रात ये क़रार की बेक़रार है
तुम्हारा इन्तज़ार है, तुम पुकार लो
तुम पुकार लो, तुम्हारा इन्तज़ार है,
तुम पुकार लो
ख़्वाब चुन रही है रात, बेक़रार है
तुम्हारा इन्तज़ार है, तुम पुकार लो
होंठ पे लिये हुए दिल की बात हम
जागते रहेंगे और कितनी रात हम
मुक़्तसर सी बात है तुम से प्यार है
तुम्हारा इन्तज़ार है, तुम पुकार लो
दिल बहल तो जायेगा इस ख़याल से
हाल मिल गया तुम्हारा अपने हाल से
रात ये क़रार की बेक़रार है
तुम्हारा इन्तज़ार है, तुम पुकार लो
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ना मिलता ग़म तो बर्बादी के अफ़साने कहाँ जाते
Singer: Lata Mangeshkar
हो, तमन्ना लूट गयी फिर भी तेरे दम से मोहब्बत है
मुबारक ग़ैर को खुशियाँ मुझे, ग़म से मोहब्बत है
ना मिलता ग़म तो बर्बादी के अफ़साने कहाँ जाते
अगर दुनिया चमन होती, तो वीराने कहाँ जाते
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला
अगर होते सभी अपने, तो बेगाने कहाँ जाते
दुआएँ दो मोहब्बत हमने मिटकर तुमको सिखलादी
ना जलती शम्मा महफिल में तो परवाने कहाँ जाते
तुम्ही ने ग़म की दौलत दी बड़ा एहसान फ़रमाया
ज़माने भर के आगे हाथ फैलाने कहाँ जाते
हो, तमन्ना लूट गयी फिर भी तेरे दम से मोहब्बत है
मुबारक ग़ैर को खुशियाँ मुझे, ग़म से मोहब्बत है
ना मिलता ग़म तो बर्बादी के अफ़साने कहाँ जाते
अगर दुनिया चमन होती, तो वीराने कहाँ जाते
चलो अच्छा हुआ अपनों में कोई ग़ैर तो निकला
अगर होते सभी अपने, तो बेगाने कहाँ जाते
दुआएँ दो मोहब्बत हमने मिटकर तुमको सिखलादी
ना जलती शम्मा महफिल में तो परवाने कहाँ जाते
तुम्ही ने ग़म की दौलत दी बड़ा एहसान फ़रमाया
ज़माने भर के आगे हाथ फैलाने कहाँ जाते
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lata mangeshkar
जाना था हमसे दूर, बहाने बना लिये
Singer: Lata Mangeshkar
जाना था हमसे दूर, बहाने बना लिये
अब तुमने कितनी दूर, ठिकाने बना लिये
रुख़सत के वक़्त तुमने जो आँसू हमें दिये
उन आँसुओं से हमने, फ़साने बना लिये
अब तुमने कितनी दूर, ठिकाने बना लिये
दिल को मिले जो दाग़, जिगर को मिले जो दर्द
उन दौलतों से हमने खज़ाने बना लिये
अब तुमने कितनी दूर, ठिकाने बना लिये
जाना था हमसे दूर, बहाने बना लिये
अब तुमने कितनी दूर, ठिकाने बना लिये
रुख़सत के वक़्त तुमने जो आँसू हमें दिये
उन आँसुओं से हमने, फ़साने बना लिये
अब तुमने कितनी दूर, ठिकाने बना लिये
दिल को मिले जो दाग़, जिगर को मिले जो दर्द
उन दौलतों से हमने खज़ाने बना लिये
अब तुमने कितनी दूर, ठिकाने बना लिये
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lata mangeshkar
उल्फ़त की नयी मंज़िल को चला
Singer: Iqbal Bano
उल्फ़त की नयी मंज़िल को चला तू बाहें डाल के बाहों में
दिल तोड़ने वाले देख के चल, हम भी तो पड़े हैं राहों में
क्या-क्या न जफ़ाएं दिल पे सहीं, पर तुमसे कोई शिक़वा न किया
इस जुर्म को भी शामिल कर लो मेरे मासूम ग़ुनाहों में
जब चांदनी रातों में तूने, ख़ुद हम से किया इक़रार-ए-वफ़ा
फिर आज हैं क्यों हम बेगाने, तेरी बे-रहम निग़ाहों में
हम भी हैं वही तुम भी हो वही ये अपनी-अपनी क़िस्मत है
तुम खेल रहे हो खुशियों से, हम डूब गये हैं आहों में
उल्फ़त की नयी मंज़िल को चला तू बाहें डाल के बाहों में
दिल तोड़ने वाले देख के चल, हम भी तो पड़े हैं राहों में
क्या-क्या न जफ़ाएं दिल पे सहीं, पर तुमसे कोई शिक़वा न किया
इस जुर्म को भी शामिल कर लो मेरे मासूम ग़ुनाहों में
जब चांदनी रातों में तूने, ख़ुद हम से किया इक़रार-ए-वफ़ा
फिर आज हैं क्यों हम बेगाने, तेरी बे-रहम निग़ाहों में
हम भी हैं वही तुम भी हो वही ये अपनी-अपनी क़िस्मत है
तुम खेल रहे हो खुशियों से, हम डूब गये हैं आहों में
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भूल जाओगे तुम करके वादा सनम
Singer: Saleem Raza
भूल जाओगे तुम करके वादा सनम
तुम्हें दिल दिया तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
दर्द का है समां गम की तनहाई है
जिस तरफ देखिये बेकसी छाई है
आज हर साँस पर होके बेताब दिल
धड़कने लगा तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
कैसे गुज़रेगी शब कैसे होगी सहर
अब ना वो मंज़िलें और ना वो हमसफर
देखते देखते रह गुज़र ए गुज़र
अंधेरा हुआ तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
चांद को देखकर हो रहा हो है गुमां
फूल के रुख पे छाई हो जैसे खजां
मुस्कुराता हुआ मेरी उम्मीद का
चमन लुट गया तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
भूल जाओगे तुम करके वादा सनम
तुम्हें दिल दिया तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
दर्द का है समां गम की तनहाई है
जिस तरफ देखिये बेकसी छाई है
आज हर साँस पर होके बेताब दिल
धड़कने लगा तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
कैसे गुज़रेगी शब कैसे होगी सहर
अब ना वो मंज़िलें और ना वो हमसफर
देखते देखते रह गुज़र ए गुज़र
अंधेरा हुआ तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
चांद को देखकर हो रहा हो है गुमां
फूल के रुख पे छाई हो जैसे खजां
मुस्कुराता हुआ मेरी उम्मीद का
चमन लुट गया तो ये जाना
भूल जाओगे तुम
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